इस बार मकर संक्रांति 15 को…तीन दिन होगी पतंगों की लड़ाई, ‘नेताजी’ भी दिखाएंगे दमखम

बाजार में तरह-तरह के नेताओं की पतंगे भी लोगों को बहुत पसंद आ रही है। बाजार में पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल के चेहरे वाली पतंगे लोगों को सर्वाधिक पसंद आ रही है।

image 2024 01 13T082604.629 | Sach Bedhadak

Makar Sankranti 2024 : जयपुर। मकर संक्रांति इस बार जयपुराइट्स के लिए स्पेशल रहने वाली है। यह पर्व सोमवार को है और इस दिन सरकारी छुट्टी रहेगी, लेकिन इससे पहले शनिवार और रविवार होने से यह अवकाश तीन दिन का हो जाएगा। ऐसे में पतंग उड़ाने के लिए इस बार लोगों को तीन दिन मिलेंगे। इस पतंगोत्सव को लेकर उत्साह साफ नजर आ रहा है-लोगों में भी और बाजार में भी। त्योहार से पहले ही राजधानी की दुकानें पतंग और साज सजावट के सामानों से सज चुकी है। 

परकोटे में किशनपोल बाजार, रामगंज, हाण्डीपुरा, जगननाथ शाह का रास्ता, घाटगेट पर दुकानों में रंग बिरंगी पतंगे और सजावट के समान दिखाई देने लगे हैं। बाजार में इस बार पतंगों को भी राजनीति का रंग चढ़ा हुआ है। बाजार में दुकानों पर प्रधानमंत्री मोदी और अन्य नेताओं की पतंगे आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। वहीं, इस बार पंतगों की कीमत में कम इजाफा होने से पतंग व्यापार से जुड़े लोगों को अच्छे मुनाफे की उम्मीद है।

लाल और काला मांझा डिमांड में 

बाजार की दुकानों में बरेली के बने मांझे की ग्राहक स्पेशल डिमांड कर रहे हैं। मांझे में लाल और काला रंग लोगों द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा है। मांझे की स्पेशल डिमांड को देखते हुए दुकानदारों ने भी इस मांझे के दामों बढ़ोतरी की हैं। जहां पहले बरेली के मांझे का चरखा ढाई सौ रुपए में मिल जाता था, लेकिन इस बार के मकर संक्रांति के सीजन पर मांझे का चरखा 350 से 400 रुपए के आसपास मिल रहा है।

नए जमाने की पतंगों को लेकर भी युवाओं में क्रेज 

वहीं, तीन पीढियों से पतंग बेचने का काम कर रहे पतंग विक्रेता इमरान खान ने बताया कि इस बार मकर संक्रांति की सीजन पर लोगों को 2024 के नाम से बनी पतंगे और नए जमाने के आकार की बनी पतंगी लोगों को अत्यंत पसंद आ रही है। ग्राहक बरेली के मांझे की डिमांड कर रहे हैं। उसमें काला और लाल रंग लोगों द्वारा ज्यादा खरीदा जा रहा है। 

नेताओं की पतंगें आकर्षण का केंद्र 

बाजार में तरह-तरह के नेताओं की पतंगे भी लोगों को बहुत पसंद आ रही है। बाजार में पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल के चेहरे वाली पतंगे लोगों को सर्वाधिक पसंद आ रही है। विधानसभा चुनावों के बाद लोकसभा चुनावों में होने वाले घमासान से पहले शहर की आसमानों में राजनेता घमासान करते दिखाई देंगे। पतंगों में नरेंद्र मोदी के अलावा योगी आदित्यनाथ, अशोक गहलोत, सोनिया गांधी और सचिन पायलट के चित्र की पतंगे उड़ती दिखाई देंगी।

सर्दी की वजह से मार्केट चल रहा स्लो, अब बढ़ी उम्मीद 

पतंग विक्रेता अभिमन्यु शाह बताते हैं कि इस बार सर्दी ज्यादा पड़ने से लोग पतंग खरीदने कम आ रहे हैं। इस वजह से अभी का मार्केट थोड़ा धीमा चल रहा है, लेकिन शनिवार से पतंग खरीदारी में बढ़त होने की उम्मीद है। जैसे-जैसे मकर संक्रांति करीब आ रही है, वैसे-वैसे पतंग ग्राहकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

सुबह-शाम दो घंटे रोक 

सरकार की ओर से पक्षियों को बचाने के लिए सुबह 6 से 8 बजे तक और शाम को 5 से 7 बजे तक पतंगबाजी पर रोक भी लगाई गई है। डॉक्टर अशोक तंवर ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सुबह पक्षी अपना खाना तलाश करने निकलते हैं और शाम के समय अपने घोसलों में वापस लौटते हैं। चाइनीज मांझा का उपयोग नहीं करें, सादा डोर से पतंग उड़ाएं । पक्षी के घायल होने पर उसका ब्लड लॉस रोकने के लिए बीटाडीन का उपयोग करके कॉटन लगा दें।

एनजीओ ने लगाए बडर्स ट्रीटमेंट कैंप 

पतंग की डोर में फंसकर घायल होने वाले पक्षियों की जान बचाने के लिए वन विभाग अलर्ट है। इसके लिए वन विभाग की ओर से जयपुर शहर में विभिन्न एनजीओ के सहयोग से करीब एक दर्जन से ज्यादा बडर्स ट्रीटमेंट कैंप लगाए जाएंगे। वहीं, वन विभाग की ओर से अशोक विहार में उपचार केंद्र बनाया गया है। 16 जनवरी तक ये पक्षी उपचार शिविर लगाए जाएंगे। ज्यादातर एनजीओ के बडर्स ट्रीटमेंट शिविर 13 से 15 जनवरी तक लगाएंगे। रक्षा संस्थान की ओर से पूरे 12 महीने पक्षियों के ट्रीटमेंट के लिए मालवीय नगर में सेंटर बना हुआ है, लेकिन मकर संक्रांति पर शहर में अस्थाई रूप से अलग-अलग जगह पर कैंप लगाए गए हैं।