राजसमंद को लेकर कांग्रेस में संकट…3 संभावित नेताओं ने जयपुर में डाला डेरा, आज नए प्रत्याशी पर लगेगी मुहर!

Rajasthan News: राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत गरमाई हुई है। प्रदेश में कांग्रेस टिकट का ऐलान करने के बाद चेहरे बदलकर अपनी किरकरी…

Rajasthan congress | Sach Bedhadak

Rajasthan News: राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत गरमाई हुई है। प्रदेश में कांग्रेस टिकट का ऐलान करने के बाद चेहरे बदलकर अपनी किरकरी करा रही है। पहले जयपुर शहर से सुनील शर्मा टिकट दिया और फिर आनन-फानन में प्रताप सिंह खाचरियावास को खड़ा कर दिया। वहीं राजसमंद से सुदर्शन सिंह रावत को प्रत्याशी बनाया गया और उन्होंने भी चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। उन्होंने एक प्रेस नोर्ट लिखकर चुनाव न लड़ने की वजह बताई।

वे चीन की यात्रा पर गए थे, लौटते ही चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी। यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनैतिक गलियारों मे हडकंप मच गया। रावत ने पत्र में लिखा कि वे नैतिक रूप से भी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकते क्योंकि कुछ माह पूर्व ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने एक माह में हुई रायशुमारी में भी कई बार शीर्ष नेताओं को कहा था कि उनका चुनाव लड़ना तर्कसंगत नहीं है। फिर भी उन्हें टिकट दिया गया। यह उन्हें सोशल मीडिया से पता चला।

यह 3 नेता रेस में सबसे आगे

राजस्थान में लोकसभा चुनावों की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है। वैसे-वैसे कांग्रेस के लिए राजसमंद में नया चेहरा तलाशना चुनौती बन रहा है। अब खबरें आ रही है कि कांग्रेस ने प्रदेश नेतृत्व में नए प्रत्याशी की तलाश शुरू कर दी है। अब सुदर्शन सिंह रावत के स्थान पर कार्तिक चौधरी, डा. दुर्गा सिंह राठौड और भरतपाल सिंह शेखावत को लेकर मंथन जारी है। भाजपा द्वारा जातिगत समीकरण को देखकर राजपूत महिला को टिकिट दिया गया है। अब शायद वही कार्ड खेलकर राजपूत चेहरा उतारने के मूड में कांग्रेस नजर आ रही है।

आज शाम हो सकता है कांग्रेस प्रत्याशी का ऐलान

सूत्रों के अनुसार, आज शाम तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो सकती है। जानकारी के अनुसार, सुदर्शन सिंह रावत के इनकार के बाद अब कांग्रेस के नए चेहरे राजधानी मे पहुंच गए हैं। मतदान के लिए पर्चा भरने का समय भी नजदीक आ चुका है। ऐसे में नए चेहरे को चुनाव जीतने के लिए काफी मशक्कत करनी पडे़गी। वहीं लोकसभा क्षेत्र काफी बड़ा होने और चार जिलों से जुड़ा होने के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनमुटाव भी बड़ी चुनौती के रुप मे सामने है।