कांग्रेस अधिवेशन : राहुल गांधी ने कहा- मेरा आज तक कोई घर नहीं लेकिन भारत जोड़ो ने मुझे और कई लोगों को घर दिया

रायपुर। आज कांग्रेस के अधिवेशन के आखिरी दिन राहुल गांधी ने संबोधन दिया। अपने इस संबोधन में राहुल गाँधी ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर…

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रायपुर। आज कांग्रेस के अधिवेशन के आखिरी दिन राहुल गांधी ने संबोधन दिया। अपने इस संबोधन में राहुल गाँधी ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर अपने अनुभव, बचपन के किस्सों को बयां किया और केंद्र पर अडाणी मामले को लेकर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मेरा अपना घर नहीं है, मेरा घर से कुछ अजीब सा रिश्ता है, भारत जोड़ो यात्रा ने मुझे और लोगों को एक घर दे दिया।

हर वर्ग के लोगों को मैंने शांति से सुना है

कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में मैंने किसानों के दर्द को मैंने करीब से देखा है, इस यात्रा में हर तबके के लोग मुझे मिले, पहले लोगों को मैं अपना ज्ञान देता था खेती के बारे में, मनरेगा के बारे में , फर्टिलाइजर के बारे में, लेकिन धीरे-धीरे ये बंद हो गया। शांति सी आ गई और उस सन्नाटे में मैं सुनने लगा। लोगों की हर बात को शांति से सुनता। ये बदलाव धीरे-धीरे आया, जब मैं जम्मू-कश्मीर पहुंचा। मैं बिल्कुल चुप हो गया। राहुल ने सोनिया गाँधी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मां बैठी हैं, लेकिन इधर देख नहीं रही हैं। जब मैं 6 साल का था तो देखा कि एक दिन घर में अजीब सा माहौल था। मैंने उनसे पूछा कि क्या हुआ, तब उन्होंने कहा कि हम घर छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम घर छोड़ रहे हैं। तो उन्होंने कहा कि ये हमारा घर नहीं है सरकार का घर है, अब हमें यहां से जाना है। मैंने पूछा कहां जाना है तो उन्होंने कहा कि नहीं मालूम कहां जाना है, मैं हैरान हो गया।

भारत जोड़ो ‘यात्रा’ नहीं बल्कि एक ‘घर’

राहुल गाँधी ने कहा कि मैंने सोचा था कि वो हमारा घर था, आज 52 साल हो गए मेरे पास घर नहीं है आज तक घर नहीं है। मेरे परिवार का जो घर है वो इलाहाबाद में है वो भी हमारा घर नहीं है। इसलिए घर के साथ मेरा अजीब सा रिश्ता है, मैं भले ही 12 तुगलक सेन में रहता हूं पर वो भी मेरा घर नहीं है। जब मैं यात्रा के लिए कन्याकुमारी से निकला तो मैंने अपने आप से पूछा कि मेरी क्या जिम्मेदारी है, मेरे दिमाग में एक आइडिया आया, मैंने मेरे ऑफिस के लोगों को बुलाया और कहा कि इस यात्रा में हजारों लोग चलेंगे। धक्के लगेंगे, लोग बोलेंगे। अगले चार महीने के लिए वो घर है हमारा। जो सुबह से शाम तक हमारे साथ चलेगा।

मैंने कहा कि इस घर में जो भी आएगा, अमीर हो, गरीब हो, किसी भी धर्म को, भारत के बाहर का हो, जानवर हो, उसको यह लगना चाहिए कि मैं आज अपने घर आय़ा हूं। जब वो यहां से जाए तो उसे लगना चाहिए कि मैं अपने घर को छोड़कर जा रहा हूं। राहुल गांधी ने कहा कि जैसे ही मैंने ये किया उस दिन जादू से यात्रा बदल गई, लोग मेरे साथ राजनीतिक बात नहीं कर रहे थे, मैंने जो सुना है मैं बता नहीं सकता हूं। महिलाओं ने देश के बारे में क्या कहा है मैं बता नहीं सकता हूं, युवाओं के दिल में दर्द क्या मैं नहीं समझा सकता, कितना वे बोझ उठा रहे हैं, बिल्कुल रिश्ता बदल गया।

घरेलू हिंसा का शिकार हो रही हैं महिलाएं

राहुल गांधी ने यात्रा के एक किस्से को बयां करते हुए बताया कि एक दिन हम चल रहे थे, साइड में एक महिला चल रही थी झिझकते हुए उसने मेरी तरफ हाथ हिलाया, मैंने उसे बुलाया उसका हाथ पकड़ा, जैसे मैं अपनी बहन प्रियंका का पकड़ता हूं। जैसे ही मैंने उसका हाथ पकड़ा, तो उसने कहा कि राहुल भईय़ा मैं आपसे मिलने आई हूं, मेरा पति मुझे पीट रहा है मार रहा है, मैं घर से भागी हूं आपसे मिलने, उसने पुलिस को बुलाने से भी मना कर दिया। इसके बाद उसने मुझसे कहा कि अब मैं जा रही हूं फिर से अपने पति के पास, वो फिर से मुझे पीटेगा। राहुल ने कहा कि ऐसी करोड़ों महिलाएं हैं इस देश में जो अपने घर में इस तरह का जुल्म सह रही हैं।

जम्मू कश्मीर में यात्रा का स्वागत ऐतिहासिक था

राहुल ने कहा कि इस घर को हम जम्मू-कश्मीर तक ले गए। कश्मीर में जाने पर देखा को कहा कि वहां हजारों लोगों ने तिरंगा थामा हुआ था, वो जिले जो आतंकियों का अड्डा कहा जाता है वहां पर युवाओं ने झंडा थामे हुआ था, लेकिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री कहते हैं कि उन्होंने लालचौक में मैंने तिरंगा फहराया था, भारत जोड़ो यात्रा में लाखों कश्मीरी युवाओं ने तिरंगा फहराया। लेकिन प्रधानमंत्री को समझ नहीं आया। आपने तिरंगे की भावना जम्मू कश्मीर के युवाओं से छीन लिया था और हमने उसे वापस किया है, हमने इस भावना को उनके दिल में जगाया, हमने किसी से नहीं कहा कि आप आओ और तिरंगा लहराकर चलो।

देश का पूरा पैसा एक आदमी के पास जा रहा है

भारत जोड़ो यात्रा ने इस भावना को पूरे देश में फैलाया है। इस काम को राहुल गांधी ने नहीं किया है, इस काम को भारत की जनता और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किया है। कुछ दिन पहले एक इंटरव्यू में एक मंत्री ने कहा कि चाइना की अर्थव्यव्स्था भारत की इकोनॉमी बड़ी है, हम उने कैसे लड़ सकते हैं। तो जब भारत में अंग्रेजों का राज था तो क्या हम उनसे नहीं लड़े थे, क्या आपसे जो ज्यादा शक्तिमान है, तो आप लड़ोगे ही नहीं। क्या इसे देशभक्ति कहते हैं क्या, ये कौन सी देशभक्ति है, जो आपसे कमजोर है उसे आप मारो, जो आपसे मजबूत है उसे आगे झुक जाओ।

RSS-BJP सत्ताग्राही और कांग्रेस सत्याग्रही

राहुल गांधी ने यहां RSS-BJP को उन्होंने सत्ताग्राही कहा और कांग्रेस को सत्याग्रही कहा। राहुल ने कहा कि ये किसी के भी सामने झुक जाएंगे। मैंने अडाणी पर आक्रमण किया, मैंने कहा कि वे 609 नंबर से दूसरे नंबर पर कैसे पहुंचे। आपकी जो विदेश नीति बनती है, हर जगह इनको फायदा मिलता है। मोदी जी अडाणी के हवाई जहाज में आराम फरमाते दिख रहे हैं। स्टेट बैंक और अडाणी से मोदी जी का क्या लेना-देना, इसका सीधा सा जवाब था कि कोई रिश्ता नहीं है, मगर रिश्ता है, अडाणी और मोदी एक हैं, देश का पूरा पैसा एक आदमी के पास जा रहा है।

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