कंबल वाले बाबा पर अंधविश्वास, 1200 किमी चलकर आया परिवार, बच्ची का नंबर आता तब तक हो गई मौत

जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर शहर के निकटवर्ती सालावास में पिछले तीन दिन से कंबल वाले बाबा ने कैंप लगाया हुआ है। बाबा कंबल से लोगों…

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जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर शहर के निकटवर्ती सालावास में पिछले तीन दिन से कंबल वाले बाबा ने कैंप लगाया हुआ है। बाबा कंबल से लोगों का इलाज करते हैं। इसी कैंप में 5000 लोग इलाज कराने आए थे। इसी बीच महाराजगंज आजमगढ़ (उप्र) से 1200 किमी यात्रा कर रामेश्वर वर्मा अपनी तीन साल की बच्ची अर्शिता को लेकर पहुंचे। बच्ची को तीन दिन से तेज बुखार था। यहां तक आने में उसकी हालत और खराब हो गई। दोपहर 1 बजे से परिवार अपने नंबर का इंतजार करते रहे।

हालत ज्यादा बिगड़ी तो लोगों ने उन्हे अस्पताल जाने के लिए कहा। जिसके बाद परिजन सालावास के उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो बच्ची का ईसीजी कराया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बीसीएमओ डॉ. मोहनदान देथा ने बताया कि तीन साल की बच्ची ब्रॉड डेड होकर अस्पताल आई थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

मौके पर पहुंचे एएसाई भगाराम ने बताया कि बच्ची पहले से ही बीमार थी। मामले में परिजनों किसी भी तरह की रिपोर्ट लिखाने से मना करते हुए कहा है कि बच्ची की मौत उनकी गलती के कारण हुई है। वहीं विवेक विहार थानाअधिकारी दिलीप खदाव ने बताया कि मामले को जांच में रखा गया है। यदि कुछ गड़बड़ी मिलती है तो आगे कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने कहा, जिस कंबल वाले बाबा से बच्ची के परिजन इलाज कराने आए थे, उसने प्रशासनिक अनुमति ले रखी है। अगर बच्ची को बाबा ने देखा होता और इस कारण यदि उसकी मौत हुई होती तो उसमें किसी प्रकार की कार्रवाई करते। लेकिन, परिजन बाबा से मिल ही नहीं सके।

रियासत काल से आधुनिक काल तक अंधविश्वास की प्रथा खत्म होने का नाम नहीं ले रही कारण यही रहा होगा। 12 सौ किलोमीटर सफर करना एक 3 साल की बच्ची और दूसरी तरफ से तेज बुखार कहीं ना कहीं आज भी आधुनिक दुनिया में लोग अंधविश्वास में जी रहे हैं। इसी का दुष्परिणाम यही है कि आज मासूम 3 वर्ष बच्ची इस दुनिया में नहीं रही। अनजान जगह पर परिवार बिन बोले अपनी बच्ची को लेकर दोबारा अपने घर लौट गए।

जहां, आज के युग में आधुनिक टेक्नोलॉजी और भारत के डॉक्टर बड़े मुकाम हासिल कर चुके हैं। भारत के डॉक्टरों ने बड़ी से बड़ी गंभीर बीमारियों पर भी विजय प्राप्त की है। फिर भी दूसरी तरफ देखा जाए तो बीहड़ इलाके में अंधविश्वास की प्रथा को आज भी लोगों ने मान्यता दे रखी है। विवेक विहार पुलिस थाना इस पूरे मामले में जांच में जुटा है। फिलहाल इस मामले में पुलिस की तरफ से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है। पुलिस थाना अधिकारी दिलीप खदाव का कहना अगर इस मामले में कुछ गड़बड़ी जांच में पाई जाती है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

(इनपुट- गिरीश दाधीच)

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