देश में फिर डराने लगा कोरोना, 24 घंटे में 656 नए मरीज आए सामने, जानें राजस्थान में क्या है कोविड का आंकड़ा

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े अब तेजी से बढ़ने लगे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोविड-19 के सब वेरिएंट…

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नई दिल्ली। देशभर में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े अब तेजी से बढ़ने लगे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोविड-19 के सब वेरिएंट जेएन-1 के कुल 656 मामले सामने आए हैं। देश में अब कोरोना के एक्टिव केसेज की संख्या 3,742 हो गई है। देश में सबसे ज्यादा कोरोना के केरल में 128 नए मामले सामने आए हैं। केरल में रविवार को एक और कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई है। राज्य में पिछले 4 दिनों के दौरान 7 लोगों की मौत हो चुकी है।

इधर, विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (World Health Organization) ने कोविड के नए वेरिएंट जेएन-1 तथा इन्फ्लूएंजा सहित श्वसन रोगों के बढ़ते मामलों को देखते हुए निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने का आग्रह किया है।

राजस्थान में 11 कोरोना पॉजिटिव मिले…

वहीं राजस्थान में भी कोरोना संक्रमितों के आंकड़े अब तेजी से बढ़ने लगे हैं। प्रदेश में रविवार को 722 कोरोना सैंपल लिए गए, जिसमें 11 पॉजिटिव मिले हैं। प्रदेश में कुल एक्टिव केसेज की संख्या 20 हो गई है। जयपुर, अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर में एक-एक कोविड पॉजिटिव पाया गया। जेके लोन शिशु अस्पताल में एक बच्चा कोरोना संक्रमित मिला। जेके लोन शिशु अस्पताल में अब तक दो बच्चे कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं। वहीं रविवार को 2 कोरोना पॉजिटिव की मौत भी हुई, लेकिन डॉक्टर्स ने इनकी मृत्यु का कारण दुर्घटना को बताया। कोरोना संक्रमण को इनकी मृत्यु का कारण नहीं माना गया। फिलहाल, संक्रमितों में से कोई भी गंभीर स्थिति में नहीं है।

स्वास्थ्य विभाग हुआ एक्टिव…

स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने प्रदेश में आयोजित स्वास्थ्य शिविरों और चिकित्सा शिविरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। कोरोना को देखते हुए अस्पतालों में जांच किट, दवा एवं अन्य संसाधनों को उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए गए हैं।

कई देशों में सामने आए जेएन-1 के मामले…

डब्ल्यूएचओ ने जेएन-1 को इसके तेजी से वैश्विक प्रसार के बाद इसे निगरानी में रखे जाने वाले स्वरूप के रूप में वर्गीकृत किया है। हाल के सप्ताहों में, जेएन-1 के मामले कई देशों में सामने आए हैं और इसका प्रसार विश्व स्तर पर तेजी से बढ़ रहा है।

सर्दियों में बढ़ सकते हैं मामले…

सिंह ने कहा, सीमित उपलब्ध साक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए जेएन-1 द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम को वर्तमान में वैश्विक स्तर पर कम आंका गया है। यह आशंका है कि यह स्वरूप अन्य वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों के बीच कोविड-19 के मामलों में वृद्धि कर सकता है खासकर उन देशों में जहां सर्दियों का मौसम शुरू हो रहा है। डॉ. खेत्रपाल सिंह ने कहा, “चूंकि लोग छुट्टियों के मौसम में यात्रा करते हैं और उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं, घर के अंदर बहुत सारा समय एक साथ बिताते हैं, जहां खराब वायु संचरण (वेंटिलेशन) श्वसन रोगों का कारण बनने वाले वायरस के संचरण की मदद करता है, इसलिए उन्हें सुरक्षात्मक उपाय करने चाहिए और अस्वस्थ होने पर समय पर इलाज कराना चाहिए।”

WHO ने टीकाकरण पर दिया जोर…

क्षेत्रीय निदेशक ने विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा के खिलाफ टीकाकरण के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित सभी कोविड-19 टीके जेएन-1 सहित सभी प्रकारों से होने वाली गंभीर बीमारियों और मौत से रक्षा करते रहेंगे।’