चुनाव से पहले गहलोत का ‘करंट’ वाला दांव, क्या पूरा होगा सत्ता वापसी का सपना?

सीएम गहलोत ने बुधवार रात को राजस्थान में सभी कैटेगरी के उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक बिजली पूरी तरह फ्री देने की घोषणा की.
वहीं 200 यूनिट तक बिजली उपभोग पर बिल के साथ लगने वाले अतिरिक्त चार्ज सरकार देगी.

cm 2 | Sach Bedhadak

जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बड़ा दांव चला है जहां सीएम ने प्रदेशवासियों के लिए बुधवार रात एक बड़ी राहत का ऐलान किया. सीएम गहलोत की घोषणा के मुताबिक अब राजस्थान में सभी कैटेगरी के उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक बिजली पूरी तरह फ्री दी जाएगी जहां किसी भी प्रदेशवासी को 100 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने पर कोई बिल नहीं चुकाना पड़ेगा. वहीं 200 यूनिट तक बिजली उपभोग पर बिल के साथ आने वाले सरचार्ज, परमानेंट चार्ज, इलेक्ट्रिसिटी सेस नहीं लगेंगे. माना जा रहा है कि 500 रुपए में सिलेंडर देने के बाद गहलोत का यह सबसे बड़ा ऐलान है.

दरअसल इस बार विधानसभा चुनावों से पहले गहलोत सरकार की योजनाओं को लेकर काफी शोर है जहां खुद सीएम गहलोत की ओर से दावा किया जा रहा है कि इस बार जनता रिपीट का सपना पूरा करेगी. बीते दिनों कई मौकों पर गहलोत अपनी सरकार की योजनाओं और कामों को लेकर काफी आश्वस्त दिखाए दिए.

गहलोत का चुनावी हथियार, पड़ेगा बीजेपी पर भारी!

गहलोत के पीएम मोदी की अजमेर रैली के बाद किए गए इस ऐलान को बड़ चुनावी दांव के तौर पर देखा जा रहा है. बीते महीने भर से ज्यादा सूबे में महंगाई राहत कैंप चलाए जा रहे हैं जिनके जरिए जनता के बीच ‘राहत’ और ‘गारंटी’ को लेकर योजनाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया जा रहा है. इसके अलावा और सीधे आम जनता से कनेक्ट करने की कवायद वोटों में बदलने में कारगर साबित हो सकती है.

इसी कड़ी में अब बिजली बिल माफ किए गए हैं जहां इस तरह की घोषणाएं एक बड़े वोटबैंक को साधने में मदद करती है. बताया जा रहा है कि हाल में हुए कर्नाटक चुनावों के दौरान कांग्रेस की मिली जीत के पीछे गहलोत की योजनाओं को चुनाव प्रचार के दौरान जनता के बीच ले जाने का काफी फायदा हुआ है जहां कर्नाटक में कांग्रेस ने हर परिवार को 200 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया था.

कई राज्यों में जनता ने दिया साथ

दरअसल इससे पहले कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश के चुनावों के दौरान जनता से 300 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया था जिसके बाद जनादेश कांग्रेस के पक्ष में आया था. इसके अलावा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 2018 के चुनावों से पहले बिजली बिलों को लेकर कांग्रेस ने एक वादा किया था जिसके बाद छत्तीसगढ़ में 1 मार्च 2019 से बिजली बिल हाफ योजना लागू की गई जिसके बाद उपभोक्ताओं को 400 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने पर 50 फीसदी की छूट मिल रही है.

इसके अलावा एकल बत्ती कनेक्शन योजना में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को सरकार हर महीने 30 यूनिट बिजली फ्री दे रही है. वहीं अगले साल होने वाले मध्यप्रदेश और हरियाणा को लेकर भी वहां के नेताओं ने फ्री बिजली को लेकर वादा किया है.

बीजेपी उतारेगी दिल्ली से चेहरे और फोर्स

गौरतलब है कि बीजेपी के अभी तक के चुनावी अभियान से स्पष्ट है कि पार्टी केंद्र के चेहरे और योजनाओं पर जनता के बीच जाएगी. पीएम मोदी ने अजमेर दौरे पर अपने भाषण में इसके एक बार फिर संकेत दिए हैं. ऐसे में गहलोत का सत्ता वापसी के लिए अपनी योजनाओं पर फोकस कर लिया है.

इसके अलावा सूबे के चुनावी घमासान में दिल्ली और पंजाब सरकार की तर्ज पर आम आदमी पार्टी 200 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है जहां आप को दिल्ली और पंजाब में ‘फ्री’ की योजनाओं पर जनता ने सत्ता दिलाई है ऐसे में जिन सीटों पर आप के नेता माहौल तैयार कर रहे हैं वहां गहलोत की घोषणा के बाद हवा बदल सकती है.

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