घूसखोरों के खिलाफ मुहिम में ACB नहीं है ‘सोशल’

एसीबी घूसखोरों को फंसाने के लिए आमजन को अवेयर करने के लिए अलख जगा रही है, लेकिन केवल फील्ड में। सोशल मीडिया से अभी यह अभियान दूर है।

जयपुर डिस्कॉम के सहायक अभियंता दलाल को रिश्वत लेते हुए ACB ने किया ट्रैप

(हिमांशु शर्मा) : जयपुर। प्रदेश की राजनीतिक पार्टिर्यों से लेकर राजस्थान पुलिस हर आदमी तक अपनी पहुंच बनाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रही हैं, वहीं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) की सजगता की मुहिम, अभी भी हर हाथ की पहुंच से दूर है। एसीबी घूसखोरों को फंसाने के लिए आमजन को अवेयर करने के लिए अलख जगा रही है, लेकिन केवल फील्ड में। सोशल मीडिया से अभी यह अभियान दूर है, जबकि राजस्थान पुलिस अपने अवेयरनेस स्लोगन को सोशल मीडिया के जरिए ही लाखों लोगों तक पहुंचा रही है। यही नहीं, प्रदेश के हर जिला से लेकर, जयपुर कमिश्रनेट व रेंज स्तर तक पुलिस ने ट्वीटर से लेकर फेसबुक तक अपना अकाउंट बना रखा है। इस पर उनकी ओर से की जाने वाली कार्रवाई व जिला मुखिया की ओर से प्रसारित संदेश का प्रचार किया जाता है। यहीं नहीं, अगर किसी को कोई परेशानी होती है तो वह पुलिस को टैग कर समस्या बताता है तो उसका भी सामाधान तक होता है, लेकिन एसीबी अभी भी इस मुहिम से दूर है।

एसीबी गांवों में कर रही प्रचार 

एसीबी ने भी हाल ही में राजस्थान पुलिस की तर्ज पर दो स्लोगन लिखे बैनर तैयार करवाए हैं। इनमें वेतन तक सीमित रहें ना मांगें खर्चा-पानी वरना महंगी पड़ेगी बईमानी और सजग रहे सर्तक रहे भ्रष्टाचार से मुक्त रहें पोस्टर बनाए हैं। इस अवेयरनेस की पहुंच सोशल मीडिया के दौर में इस प्लेटफॉर्म तक नहीं है। एसीबी गांवों तक पहुंचकर कर हेल्प लाइन नंबर का प्रचार कर रही है और अपनी कार्यशैली को बता रही है।

एसीबी ट्वीटर पर सक्रिय नहीं 

एसीबी राजस्थान ने ट्वीटर पर अक्टूबर 2020 में अकाउंट बनाया था। इस पर एसीबी के 2 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं, लेकिन एसीबी इस पर सक्रिय नहीं हैं। एफबी पर एसीबी के नाम से कई अकाउंट हैं, लेकिन सक्रिय एक भी नहीं हैं। एसीबी के कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने कहा कि हम एफबी या ट्वीटर पर नहीं हैं। सोशल मीडिया पर अभी सक्रियता नहीं है, लेकिन जल्द ही आएंगे। 

शिकायतों से मात्र 67 प्रकरण दर्ज 

आमजन को भ्रष्टाचार के विरुद्ध जागरूक करने के लिए एसीबी की टोल-फ्री हेल्प लाइन नंबर- 1064 और वॉट्सऐप नंबर- 9413502834 है, इसका तहसील और ग्राम स्तर पर प्रचार किया जा रहा है। शिकायतों व सूचनाओं की सक्षम स्तर से मॉनिटरिंग की जा रही है। साल-2022 में टोल-फ्री हेल्प लाइन से मिली सूचना/ शिकायतों से 67 प्रकरण व 2 आकस्मिक चैकिंग और वॉट्सऐप हेल्प लाइन से 37 प्रकरण दर्ज किए गए।

राजस्थान पुलिस कैम्पेन का हुआ असर 

राजस्थान पुलिस मुख्यालय से सोशल मीडिया टीम ने अपराधियों के खिलाफ अवेयरनेस कैम्पेन चला रखा है। इसमें सोशल मीडिया क्रिएटिव्स में फिल्मी डायलॉग का सहारा लेकर पोस्ट किए जा रहे हैं। इनमें फिल्मी गानों, शायरी, पंचलाइन, संवादों का इस्तेमाल किया जा रहा है। फील्ड के साथ पुलिस सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं। पुलिस हमारी क्राइम पर भारी जैसे स्लोगन से अपराध को मिटाने और गैंगस्टर्स का महिमा मंडन करने के खिलाफ युवाओं को जागरूक कर रही है। इस मुहिम का अच्छा प्रभाव समाज में दिखाई दे रहा हैं। पुलिस के इन प्रयासों को आमजन की ओर से काफी पसंद भी किया जा रहा है।

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