Odisha Accident: त्रासदी में देवदूत बनकर आया ‘गणेश’, घायलों को बोगी से निकाला…बचाई सैकड़ों जिंदगियां

बालासोर में हुए तिहरे रेल हादसे के दौरान वहां देवदूत बनकर गणेश नामक एक स्थानीय युवक पहुंचा जिसने 200-300 लोगों की जान बचाई.

oshia rsam | Sach Bedhadak

Coromandel Express Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए तिहरे रेल हादसे को देश का अभी तक का भीषण हादसा बताया जा रहा है जहां 261 लोगों की जानें चली गई हैं और करीब 1000 की तादाद में लोग जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं. बीते शुक्रवार की शाम बहनागा बाजार स्टेशन पर हुए इस खौफनाक मंजर में कोरोमंडल एक्सप्रेस, एक मालगाड़ी और हावड़ा एक्सप्रेस तीनों एक साथ आपस में टकराई जिसके बाद हर तरफ चीख पुकार और मातम देखने को मिला. बताया जा रहा है कि अभी भी ट्रेन की बोगियों में कई शव फंसे हुए हैं. पीएम मोदी भी आज बालासोर जाकर हालातों का जायजा लेंगे. वहीं रेलमंत्री ने घटनास्थल का जायजा लेकर एक जांच कमेटी का गठन किया है.

वहीं इस तिहरे रेल हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को सरकार की ओर से 12 लाख रुपए की आर्थिक सहायती किए जाने का ऐलान किया गया है जिसमें 10 लाख रुपए का मुआवजा रेल मंत्रालय की तरफ से दिया जाएगा वहीं पीएम मोदी ने 2-2 लाख रुपए देने की घोषणा की है. इस बीच कटक के अस्पताल में घायलों का इलाज चल रहा है. इस भयावह हादसे के बाद पूरे ओडिशा के लोग मदद के लिए निकले हैं जहां अस्पताल में खून देने वालों की लाइनें लगी हैं, हर कोई चाहता है कि जानें कैसे भी करके बच जाएं.

देवदूत बनकर पहुंचा ‘गणेश’

इस बीच एक शख्स का जिक्र करना बेहद जरूरी है जो हादसे के वक्त मौत से भिड़ गया और जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान चीख पुकार के बीच लोगों की जान बचाने के लिए वहां पहुंच गया. जी हां, हम बात कर रहे हैं देवदूत बनकर वहां पहुंचे गणेश की जो उस समय आसपास मौजूद था और वह बिना एक पल गंवाए फंसे हुए घायलों को निकालने में जुट गया.

बता दें कि हादसे के बाद कटक SCB मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग रक्तदान के लिए आगे आ रहे हैं’. जानकारी के मुताबिक रात से बालासोर, भद्रक, कटक में 3000 यूनिट रक्तदान किया जा चुका है.

200-300 लोगों की बचाई जान

गणेश ने बताया कि जब वह हादसे की जगह पहुंचा तो उसे समझ नहीं आया कि वह किस तरफ जाए और किसकी मदद करें. उसने बताया कि चारों तरफ खून के छींटे पड़े थे और लोग चीत्कार कर रहे थे. गणेश ने कहा कि वह बिना देर किए एक बोगी में घुसा और लोगों को बाहर निकालने लगा और ऐसे करते उसने 200-300 लोगों की जान बचाई.

गणेश ने कहा कि हादसे के कुछ देर बाद ही सेना के जवान और NDRF की टीमें वहां पहुंच गई लेकिन वह लगातार लोगों को बचाता रहा और फंसे हुए घायलों को बाहर निकालकर इलाज के लिए पहुंचाता रहा. अब सोशल मीडिया पर गणेश की लोग तारीफ कर रहे हैं जहां कोई उसे देवदूत तो कोई जान बचाने वाला मसीहा कह रहा है.

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