खाकी के वेश में दहशतगर्द! आतंकी को बचाने और साथी को फंसाने वाला DSP अरेस्ट, 3 साल में ऐसा दूसरा केस

पुलिस ने एक ऐसे दहशतगर्द को गिरफ्तार किया है, जो खाकी की आड़ में आतंकियों को बचाने और साथी पुलिसकर्मियों को फंसाने में लगा हुए था।

DSP Sheikh Adil Mushtaq

DSP Sheikh Adil Mushtaq : नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना और स्थानीय पुलिस ने आतंकियों के सफाए के लिए इन दिनों ऑपरेशन ऑल आउट चला रहा है। लेकिन, इसी बीच पुलिस ने एक ऐसे दहशतगर्द को गिरफ्तार किया है, जो खाकी की आड़ में आतंकियों को बचाने और साथी पुलिसकर्मियों को फंसाने में लगा हुए था। यह आरोपी जम्मू-कश्मीर पुलिस का डीएसपी शेख आदिल है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले मार्च में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गंभीर आरोप लगने के बाद डीएसपी शेख आदिल मुश्ताक को सस्पेंड कर दिया था।

बता दें कि पिछले तीन साल में पुलिस द्वारा आतंकियों की मदद करने का ये दूसरा मामला है। इससे पहले साल 2020 में कश्मीर के डीएसपी दविंदर सिंह को आतंकियों की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया था, जो अभी जेल में बंद है। वहीं, अब पुलिस ने शेख आदिल मुश्ताक को गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 6 दिन के न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। शेख आदिल कश्मीर के बारामूला जिले का रहने वाला है और जम्मू-कश्मीर पुलिस के 2015 बैच का अधिकारी है। ​​​​​​​

गिरफ्तारी से बचने के लिए छत से कूदा आरोपी

पुलिस गुरुवार को आदिल शेख के घर पर रेड डाली। जहां से पुलिस ने एक लेपटॉप सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए। इस दौरान पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए वह घर की छत से कूदकर भाग गया। लेकिन, पुलिस ने पीछा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब आरोपी के मोबाइल सहित लेपटॉप और आपत्तिजनक दस्तावेजों की जांच में जुटी हुई है।

आतंकी को किया 40 बार कॉल

जांच में सामने आया कि आदिल मुश्ताक ने टेलीग्राम ऐप से करीब आतंकी को 40 कॉल किए। इस दौरान उसने आतंकवादी को गिरफ्तारी से बचने का तरीका भी बताया था। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ जांच कर रहे एक अधिकारी को फंसाने की कोशिश की थी। इस काम के लिए आदिल ने आरोपी से 5 लाख रुपए लिए थे। वह आतंकवादी मुजम्मिल जहूर के साथ लगातार संपर्क में था। आतंकी ने फर्जी दस्तावेजों से बैंक में खाता भी खुलवाया था, ताकि लश्कर की फंडिंग मैनेज कर सके।

आरोपी के खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज

नौगाम पुलिस थाने में डीएसपी आदिल के खिलाफ धारा 167, 193, 201, 210, 218 221 और 7, 7 ए भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है। मामले की जांच एसआईटी कर रही है। आरोप है कि शेख आदिल मुश्ताक ने आतंकवाद के आरोपी की गिरफ्तारी से बचने में मदद की और मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी को ही फंसाने की कोशिश की थी।

ये है पूरा मामला

हाई प्रोफाइल पुलिस उपाधीक्षक शेख आदिल मुश्ताक की गिरफ्तारी में आतंक का एंगल उभर कर सामने आया है। दरअसल, इसी साल फरवरी महीने में टेरर फंडिंग मामले में पुलिस ने लश्कर के 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया था और उनके पास से 31 लाख बरामद किए थे। आतंकियों से पूछताछ में मुजामिल जहूर का नाम सामने आया था। जांच में सामने आया कि डीएसपी आदिल और मुजामिल जहूर के बीच संपर्क है। इसके बाद मार्च में डीएसपी आदिल को सस्पेंड कर दिया गया। इसी बीच जुलाई में जहूर ने जांच अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज करा दिया था।

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