देख लीजिए ‘धधकते गोले’ की तस्वीर, NASA ने शेयर की गजब की फोटो

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने इंस्टाग्राम हैंडल से अंतरिक्ष की आश्चर्यजनक तस्वीरें शेयर करती रहती है। नासा का इंस्टाग्राम हैंडल पृथ्वी और अंतरिक्ष के बारे में जानने की रुचि रखने वालों के लिए खजाना है। नासा ने एक बार फिर मंत्रमुग्ध करने वाली तस्वीर शेयर की है।

NASA 1 | Sach Bedhadak

वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने इंस्टाग्राम हैंडल से अंतरिक्ष की आश्चर्यजनक तस्वीरें शेयर करती रहती है। नासा का इंस्टाग्राम हैंडल पृथ्वी और अंतरिक्ष के बारे में जानने की रुचि रखने वालों के लिए खजाना है। नासा ने एक बार फिर मंत्रमुग्ध करने वाली तस्वीर शेयर की है। यह तस्वीर धधकते आग के गोले यानी सूर्य की है। इंस्टाग्राम पर इस तस्वीर को शेयर करते हुए नासा ने कैप्शन में लिखा, ‘सनी, धूप के गुलदस्ते के लिए धन्यवाद। हमारे सौर मंडल में सबसे बड़ा सूर्य है, जो अपने विशाल आकार और चुंबकीय उपस्थिति से ग्रहों से लेकर धूल तक हर चीज को प्रभावित करता है।’

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सौर ज्वाला का क्या है स्रोत?

सौर ज्वाला केबारेमें नासा का कहना है, ‘सूर्य के गतिशील ऊपरी वायुमंडल को कोरोना कहा जाता है। यह प्लाज्मा सेभरा हुआ है, जिसकी गति सूर्य के आसपास के चुंबकीय क्षेत्रों सेनियंत्रित होती है। कोरोना में तापमान लाखों डिग्री तक पहुंच सकता है। कोरोना सौर हवा के साथ-साथ सौर फ्लेयर्स और कोरोनल मास इजेक्शन का स्रोत है।’ सीधे शब्दों में कहें तो सौर ज्वालाएं प्रकाश की तेज चमक हैं, जो अचानक सूर्य की सतह पर दिखाई देती हैं। वे आम तौर पर कुछ मिनटों तक रहती हैं।

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सौर ज्वालाओं और सीएमई जैसे विस्फोट

नासा ने अपने कैप्शन में आगे लिखा, ‘सूर्य का वायुमंडल, या कोरोना, एक गतिशील स्थान है जहां सौर ज्वालाएं और कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) जैसे बड़े विस्फोट होते हैं। पृथ्वी सौर वेधशाला ने 2012 में इस सीएमई को कैप्चर किया था, जो 1,448 किमी प्रति सेकंड की यात्रा करके अंतरिक्ष में पहुंचा और सूर्य की नारंगी और पीले रंग के रंगों की तस्वीर खींची। इसमें सूर्य की सतह पीली दरारों से चिह्नित है जो अंतरिक्ष के कालेपन को दर कर रही है।’