CM भजनलाल ने कभी नहीं बोला कि ‘बंगला खाली करो’ अब वसुंधरा के सामने रहेंगे गहलोत

पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने अपना बंगला खाली कर दिया है। अब सीएम भजनलाल इस बंगले में रहेंगे। गहलोत वसुंधरा राजे के ठीक सामने वाले बंगले में रहेंगे।

CM Bhajan Lal Sharma | Sach Bedhadak

जयपुर। प्रदेश के पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनको जाना है, जल्दी जाओ। कृपया करके जल्दी से चले जाएं, क्योंकि देरी करने से हम कंफ्यूज हो जाते हैं। हमारा कंफ्यूजन दूर कर दें कि जाना चाहता हूं, मन नहीं लग रहा है। या मेरे ऊपर दबाव है। ईडी का है, सीबीआई का है। कुछ मजबूरियां हैं। जयपुर स्थित अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि किसी की कोई मजबूरी है तो हम क्या कर सकते हैं। जबरदस्ती रोकना उचित नहीं है। मेरा मानना है कि जितने लोग जा भी रहे हैं तो नई पीढ़ी तैयार होगी, आने के लिए।

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करीब तीन महीने बाद शुक्रवार को सीएम आवास खाली कर दिया। गहलोत सिविल लाइन स्थित बंगला नंबर 49 में शिफ्ट हो गए हैं। इस दौरान गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) ने मुझे आज तक कभी बंगला खाली करने के लिए नहीं कहा। उन्होंने मुझसे कहा, आप बंगले में आराम से रहिए। मुझे जल्दी नहीं है। गहलोत अपने नए घर में शिफ्ट हो गए हैं। अब वे सिविल लाइंस पर स्थिति 49 नंबर बंगले में रहेंगे। ये वसुंधरा राजे के आवास के ठीक सामने वाला घर है। नए घर में शिफ्ट होते ही कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की है, जिसमें उन्होंने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है।

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सीएम से ज्यादा पावर डिप्टी सीएम के पास

गहलोत ने कहा कि राजस्थान की भजनलाल सरकार ‘रिमोट कं ट्रोल’ से चल रही है। वास्तव में चीफ सेक्रेट्री सुधांश पंत मुख्यमंत्री का काम कर रहे हैं। वे ही राजस्थान के डी फैक्टो सीएम हैं। सीएम से ज्यादा यहां डिप्टी सीएम की चलती है। उनके पास ज्यादा पावर है। इस दौरान अशोक गहलोत ने राजीव गांधी युवा मित्र योजना को बंद करने वाले प्रदेश सरकार फैसले को वापस लेने की भी मांग उठाई और कहा कि इसे वापस शुरू किया जाना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने किया पलटवार

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भजनलाल सरकार पर दिए बयान पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने पलटवार किया है। मेघवाल ने अशोक गहलोत को चैलेंज करते हुए कहा कि अशोक गहलोत अपनी सरकार के कालखंड और हमारी सरकार के 2 महीने के काम को लेकर खुले में बहस करें। केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत को खुला चैलेंज दिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के 2 माह के कार्यकाल और पूर्व सीएम गहलोत के अपनी सरकार के 2 माह के कार्यकाल में किए गए कार्यों पर चर्चा करें।

पूर्व सीएम गहलोत को कांग्रेस के जन घोषणा पत्र और भाजपा के संकल्प पत्र को लेकर जनता के समक्ष खुले मंच पर चर्चा करनी चाहिए, लेकिन वे ऐसा नहीं करेंगे। ऐसे में पूर्व सीएम अशोक गहलोत द्वारा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर आरोप लगाना निराधार है, गहलोत के बयान उनकी मनोस्थिति को दर्शाता है।

पूर्व सीएम गहलोत वस्तुस्थिति को ध्यान में रखकर बयान नहीं दे है, वे तो विधानसभा की हार से हताश होकर मजबूरी में मुख्यमंत्री या भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं। गहलोत के राज में तो पावर को लेकर सचिन पायलट और उनकी लड़ाई ही चल रही थी। मेघवाल शुक्रवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।

प्रदेश में भाजपा की मजबूत सरकार कर रही है काम

कें द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि पूर्व सीएम अशोक गहलोत क्या बोलते हैं पता नहीं ? पहले भी सरकार को लेकर अनर्गल बयान दिया था। भारतीय जनता पार्टी की मजबूत सरकार प्रदेश में काम कर रही है। भाजपा के संकल्प पत्र में किए गए वादों पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक के बाद एक पूरा करने की दिशा में काम शुरू कर दिया। फिर चाहे वो ईआरसीपी, यमुना जल समझौता, 450 रूपए में उज्जवला रसोई गैस योजना, पेपरलीक मामले में एसआईटी गठन, महिला अपराध रोकने की दिशा में एंटी रोमियों टास्क फोर्स का गठन, अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के गठन का मामला ही क्यों ना हो। मुख्यमंत्री ने जनहितों को ध्यान में रखते हुए महज 2 माह के कार्यकाल में इन पर ऐतिहासिक फैसले किए।

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गहलोत असंतोष का आकलन भी नहीं कर पाते

केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि गहलोत कह रहे है कि ईडी का डर दिखाया जा रहा है, मैं गहलोत जी से पूछना चाहता हूं कि हिमाचल प्रदेश में तो उनके 40 विधायक थे, किसका डर दिखाया था वहाँ पर, कांग्रेस के अंदर खुद में असंतोष है। पूर्व सीएम गहलोत कांग्रेस में असंतोष का आकलन भी नहीं कर पाते हैं। गहलोत अपने नेताओं पर कंट्रोल नहीं कर पाते और फिर दूसरों पर आरोप लगाते हैं। भारत के संविधान के तीन अंग है विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। इन तीनों में समन्वय बेहतर होता है तभी शासन अच्छा आता है। हमारा गुड गवर्नेंस और डवलपमेंट देने का संकल्प है, हम उसी दिशा में कार्यरत है। गहलोत अपने शासन काल के 2 माह के कार्यों को देखें तो कु छ भी सामने नहीं आएगा।

गहलोत के इस बयान पर मचा बवाल

देश में जल्द लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और चुनाव से पहले कई राज्यों के नेता कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। जिसके बाद राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा था, कि भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस नेताओं के घर ED भेजकर उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर कर रही है। गहलोत के इस बयान के बाद बीजेपी के कई नेताओं ने उन पर पलटवार किया था। अब केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।