गोगामेड़ी की हत्या के बाद कहां-कहां गए थे दोनों शूटर्स? जानें-जयपुर से चंडीगढ़ भागने तक की पूरी कहानी

जयपुर से चंडीगढ़ तक पहुंचने के दौरान आरोपी रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने स्कूटी, बाइक, बस, कार, टैक्सी से लेकर ट्रेन तक का सहारा लिया था। आरोपी दो दिन तक मनाली होटल में रुके थे।

Rohit Rathore and Nitin Fauji | Sach Bedhadak

जयपुर। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में चंडीगढ़ से पकड़े गए दोनों शूटर्स सहित 6 आरोपियों को कोर्ट ने सोमवार को 7 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गोगामेड़ी की हत्या करने वाले शूटर्स रोहित राठौड़ और नितिन फौजी का विदेश भागने का प्लान था। लेकिन, उससे पहले ही दोनों आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आईये जानते है दोनों शूटर्स के जयपुर से भागने से लेकर पकड़े जाने तक की पूरी कहानी…

जयपुर से चंडीगढ़ तक पहुंचने के दौरान आरोपी रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने स्कूटी, बाइक, बस, कार, टैक्सी से लेकर ट्रेन तक का सहारा लिया था। आरोपी दो दिन तक मनाली होटल में रुके थे। इसके बाद दो मुख्य आरोपी चंडीगढ़ पहुंचे थे, जहां पर फर्जी पहचान पत्र के सहारे होटल में ठहरे थे। राजस्थान के नागौर जिले की मकराना तहसील के गांव जूसरी निवासी रोहित राठौड़ और हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी नितिन फौजी चंडीगढ़ से विदेश भागने की फिराक में थे। लेकिन, इससे पहले ही दिल्ली क्राइम ब्रांच को दोनों आरोपियों का इनपुट मिल गया और फिर राजस्थान एसआईटी की मदद से शनिवार देर रात दोनों आरोपियों को दबोच लिया गया।

वारदात के बाद पहले स्कूटी लूटकर भागे

नवीन शेखावत के साथ दोनों शूटर्स रोहित राठौड़ और नितिन फौजी 5 दिसंबर को दोपहर करीब 1:03 बजे श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर पहुंचे थे। कुछ मिनट बाद बातचीत के बाद रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी। साथ ही नवीन को भी मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं एक गार्ड को भी गोली मारकर घायल कर दिया। इसके बाद श्याम नगर से डीसीएम तक शूटर्स रोहित राठौड़ और नितिन फौजी स्कूटी से भाग निकले।

रामवीर ने दोनों को बाइक से बगरू छोड़ा

डीसीएम से ऑटो लेकर दोनों आरोपी हीरापुरा चौराहा (200 फीट बायपास) पहुंचे। हीरापुरा चौराहा से रामवीर की बाइक पर बैठकर बगरू तक गए और फिर वहां से नागौर डिपो की बस में बैठकर फरार हो गए थे। रोडवेज बस से वे कुचामन और फिर डीडवाना होते हुए सुजानगढ़ गए, जहां से वे बस से हरियाणा के धारूहेड़ा पहुंचे। फिर ऑटो रिक्शा लेकर रेवाड़ी से वे नितिन फौजी के दोस्त उधम सिंह की मदद से ट्रेन से हिसार गए।

दो दिन तक मनाली में ठहरे थे आरोपी

उधम सिंह ने उनकी पुलिस से छिपकर भागने में मदद की थी। हिसार से तीनों मनाली पहुंचे और होटल में दो दिन रुकने के बाद चंडीगढ़ पहुंच गए। इन तीनों आरोपियों ने होटल ‘कमल पैलेस’ में कमरा बुक करने के लिए देवेंद्र, जयवीर और सुखबीर के नाम से फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था। अब पुलिस तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जयपुर ले आई है। जहां पर सभी आरोपी अब सात दिन के पुलिस रिमांड पर है।

गोगामेड़ी की हत्या के लिए हुई थी ये डील

जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि गोगामेडी की हत्या करने के बाद दोनों हमलावरों का विदेश जाने का प्लान था। कथित तौर पर गोगामेड़ी की हत्या करने के लिए प्रत्येक को 50-50 हजार देने का वादा किया गया था। उनसे यह भी कहा गया कि जब तक उन्हें वादे के मुताबिक पासपोर्ट और वीजा नहीं मिल जाता तब तक वे भूमिगत रहें। नितिन फौजी को लालच दिया गया कि गोगामेड़ी को मार दिया तो उसे पत्नी के साथ कनाडा में शिफ्ट कर दिया जाएगा।

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