Rajasthan: बीजेपी के इन बड़े नेताओं पर गिर सकती है गाज, जानिए इसकी वजह?

lok sabha elections : राजस्थान में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को होगा नेताओं में आपसी फूट का बड़ा नुकसान। कांग्रेस 8-10 सीटों पर लहरा सकती है जीत का परचम।

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lok sabha elections : जयपुर। राजस्थान में बीजेपी ने 2014 और 2017 में हुए लोकसभा चुनाव में पूरी 25 की 25 सीटें जीती थी। लेकिन 2024 के चुनाव में ऐसा करिश्मा होना असंभव लग रहा है। दरअसल, राजस्थान में कई सीटों पर भाजपा को कांग्रेस कड़ी टक्कर दे रही है। इस सबके पीछे का बड़ा कारण बीजेपी नेताओं में फूट पड़ना।

कहा जा रहा है कि राजस्थान के कुछ मंत्रियों ने अपने इलाकों में मन से मेहनत नहीं की। बीजेपी को इसी का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। पार्टी और प्रत्याशियों के खिलाफ प्रचार-प्रसार करने के मामले में कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अमीन खान समेत कुछ नेताओं के अगले 6 साल के लिए निष्कासित किया है। अब बीजेपी भी ऐसे नेताओं को चिन्हित कर रही है, जिन पर 4 जून को रिजल्ट आने के बार एक्शन लिया जा सकता है।

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बीजेपी के हाथ से जा सकती हैं 8-10 सीटें?

बाड़मेर, चूरू, दौसा समेत करीब 8 से 10 ऐसी सीट हैं जहां कहीं निर्दलीय ने बीजेपी का खेल बिगाड़ दिया है तो कहीं बीजेपी नेताओं में आपसी फूट के चलते भाजपा को नुकसान होगा। यही वजह है कि फलोदी सट्‌टा बाजार का कहना है कि इस बार चुनाव में बीजेपी राजस्थान में 25 सीटों की हैट्रिक नहीं लगा पाएगी। वहीं दूसरी और कांग्रेस राजस्थान में 1 दर्जन के आस-पास सीट लाने का दावा कर रही है।

बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर बीजेपी की स्थिति कमजोर

बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट की बात करें तो भाजपा ने इस सीट पर केंद्रीय कृषि मंत्री कैलाश चौधरी को रिपीट किया था तो कांग्रेस ने उम्मेदाराम बेनीवाल को प्रत्याशी बनाया। दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी के इस चुनाव में निर्दलीय ताल ठोकी थी।

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यहां भाटी का पलड़ा भारी होने के चलते बीजेपी को नुकसान हो सकता है। इस सीट पर उम्मेदाराम बेनीवाल भी मजबूत माने जा रहे हैं। हालांकि, 4 जून को ही स्पष्ट होगी कि आखिर कौन बाजी मारेगा और किसकी हार होगी।