‘सपने अधूरे रहें..पर दबाव ना डालें’ खाचरियावास की कोचिंग संस्थानों को चेतावनी, बोले- सख्त एक्शन लेंगे

गहलोत सरकार और जिला प्रशासन द्वारा तमाम प्रयास करने के बावजूद भी कोटा में कोचिंग स्टूंडेंट्स की सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। कोटा में अब एक और कोचिंग स्टूडेंट ने खुदकुशी कर ली है।

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Kota News: गहलोत सरकार और जिला प्रशासन द्वारा तमाम प्रयास करने के बावजूद भी कोटा में कोचिंग स्टूंडेंट्स की सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। कोटा में अब एक और कोचिंग स्टूडेंट ने खुदकुशी कर ली है। मृतका छात्रा रिचा सिन्हा कोटा में पांच महीने से नीट की तैयारी कर रही थी। अब कोचिंग स्टूडेंट की आत्महत्या पर राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कोचिंग संस्थानों पर निशाना साधा है।

सख्त कार्रवाई की चेतावनी

मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, “हम कोचिंग संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। वे सिर्फ पैसा इकट्ठे नहीं कर सकते… कोचिंग संस्थानों को बच्चों की काउंसलिंग, मनोरंजन, फिल्म आदि चीजें भी करनी होगी।

आगे मंत्री ने कहा कि आप कुछ साधन भी निकालेंगे या हमेशा फीस ही बढ़ाते रहेंगे? मैं अभिभावकों से भी कहुंगा कि अपने सपने बच्चों पर ना डालें। बच्चों को अपना दोस्त बनाएं… हम आत्महत्या रोकने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।”

शासन और प्रशासन के प्रयास बेअसर!

बता दें कि कोटा में हो रहे सुसाइड को रोकने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक कमेटी बनाई है। जिसमें कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि, माता-पिता और डॉक्टर समेत सभी हितधारक शामिल है। कमेटी अपनी रिपोर्ट सीएम गहलोत सौंपेगी।

दो महीने तक रूटीन टेस्ट आयोजित करने पर भी रोक लगाई गई है। कोटा में पुलिस की ओर से एक खास तरह का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस ने कोटा में स्टूडेंट सेल नाम से एक हेल्पलाइन शुरू की है।

इस हेल्पलाइन का कार्य कोचिंग, हॉस्टल, मैस आदि के आस पास रहना और स्टूडेंट्स से बातचीत करना है। उनकी समस्याएं जानना, उनका समाधान तलाश कर उनका तनाव दूर करना है। इसके बावजूद भी कोटा में मौताें का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

9 महीने में सामने आए 25 मामले

कोटा में मंगलवार रात एक और छात्रा की खुदकुशी के बाद इस साल मरने वालों की संख्या 25 हो गई है। कोटा में जनवरी से लेकर अब तक कोटा में 25 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके है। अगस्त महीने में ही 6 स्टूडेंट की जान गई है।

बड़ी बात यह है कि इन 25 में से 8 बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें कोचिंग में दाखिला लिए छह महीने भी पूरे नहीं हुए थे। कोटा में औसतन हर महीने तीन छात्र खुदकुशी करते हैं। बता दें कि साल 2022 में 15 छात्रों ने आत्महत्या की थी। कोटा में साल 2015 से 2019 के बीच कुल 80 स्टूडेंट्स ने सुसाइड किया था।