क्यों ‘बदलापुर’ बना भरतपुर? जानें कृपाल सिंह और कुलदीप जघीना के बीच खूनी रंजिश का ‘असली’ खेल

बीजेपी नेता कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना की 10 महीने बाद दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

Kirpal Singh Jaghina and Kuldeep Jaghina

Kirpal Singh Jaghina Vs Kuldeep Jaghina : भरतपुर। बीजेपी नेता कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना की 10 महीने बाद 7-8 बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। अमोली टोल प्लाजा के पास बदमाशों ने बुधवार दोपहर करीब 12 बजे उस वक्त कुलदीप को गोलियों से भूना जब उसे पेशी के लिए रोडवेज बस से भरतपुर कोर्ट ले जाया जा रहा था।

इस दौरान बस में सवार 7-8 बदमाशों ने पहले पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्च डाली और फिर 15 राउंड फायर कर कुलदीप की हत्या कर दी। इस फायरिंग में आरोपी कुलदीप का साथी विजयपाल भी घायल हो गया। ऐसे में भरतपुर ‘बदलापुर’ तो बन गया है। लेकिन, आखिर लड़ाई की असली वजह क्या थी?

यूं शुरू हुई खूनी रंजिश

बीजेपी नेता कृपाल सिंह जघीना हत्या के 10 महीने बाद ही उसका हत्यारा कुलदीप जघीना भी दुनिया से अलविदा हो गया है। लेकिन, आज हर किसी के जेहन में एक ही सवाल उठता है कि आखिर ऐसी क्या वजह थी कि दोनों ही एक-दूसरे के खून के प्यासे बन गए थे। कुछ लोगों का कहना है कि कृपाल सिंह और कुलदीप के बीच वर्चस्व की लड़ाई थी। लेकिन, वास्विकता इससे बिल्कुल अलग है। दरअसल, दोनों के बीच विवाद की जड़ बना भरतपुर में काली की बगीची पर शीशम रोड स्थित एक बड़ा भूखंड।

कृपाल सिंह को गोलियों से भूना

कुलदीप सिंह उक्त भूखंड का सेटलमेंट कर यहां रह रहे लोगों को बेघर पर खुद बेशकीमती जमीन को खरीदना चाहता था, ताकि इस जमीन पर प्लॉटिंग कर करोड़ों रुपए कमा सकें। लेकिन, कृपाल सिंह जघीना इसके पक्ष में नहीं था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच ठन गई थी। लेकिन, जब कृपाल सिंह और उसके साथियों ने उस भूखंड पर कोर्ट से स्टे ले लिया तो खूनी रंजिश का खेल शुरू हो गया। बस फिर क्या था कुलदीप ने कृपाल सिंह को रास्ते से हटाने का प्लान बना डाला।

पिछले साल 4 सितंबर की रात भरतपुर शहर में जघीना गेट के पास कुछ बदमाशों ने कृपाल सिंह की गाड़ी को रोक लिया। इसके बाद आधा दर्जन बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। घटना उस वक्त हुई जब कृपाल सिंह अपने गांव जघीना जा रहा था। तभी बदमाशों ने गोलियों से भूनकर कृपाल सिंह की हत्या कर दी। सीने में तीन गोलियां लगने से कृपाल सिंह की मौत हुई थी।

जांच में सामने आया कि कृपाल सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह जघीना है। जिस पर पुलिस ने तीन दिन बाद ही मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह जघीना सहित विश्वेन्द्र निवासी पाली, राहुल निवासी जघीना, विजय पाल निवासी गांव उवार और प्रभाव निवासी जघीना को गोवा से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया था। बाद में कोर्ट ने पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया था। तभी से सभी आरोपी सेंट्रल जेल में बंद है।

अब बदला हो गया पूरा!

कृपाल सिंह हत्याकांड के बाद पुलिस ने तो सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन, कृपाल के साथियों ने बदला लेने की ठान ली। जैसे कृपाल की हत्या हुई, वैसे ही हत्यारों की हत्या का प्लान बनाया। आखिरकार, 10 महीने बाद कुलदीप सिंह की हत्या के साथ ही कृपाल सिंह की हत्या का बदला भी पूरा हो गया है।

हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि कुलदीप की हत्या में कृपाल सिंह के साथियों का हाथ है। लेकिन, यह माना जा रहा है कि बेशकीमती जमीन के टुकड़े से शुरू हुई खूनी रंजिश अब बदलापुर में तब्दिल हो गई है। लेकिन, बड़ा सवाल ये है कि अब और कितने लोग इस बदलापुर में ग्रास में समाएंगे। क्या पुलिस इस बदलापुर को रोकने में कामयाब हो पाती है या नहीं?

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