राजस्थान के कई जिलों में तेज बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने चेताया…अप्रैल-मई में झुलसा सकती है लू

नई दिल्ली/जयपुर। राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम बदल गया है। राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच झमाझम बारिश के साथ खूब ओले…

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नई दिल्ली/जयपुर। राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम बदल गया है। राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच झमाझम बारिश के साथ खूब ओले गिरे तो कहीं तेज अंधड़ तबाही मचाई है। जयपुर मौसम केंद्र की ओर से शनिवार को भी 10 जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। बारिश होने से तापमान में भी दो डिग्री तक की कमी आ सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ का असर आगामी 24 घंटे तक और बना रहेगा। जिसके चलते राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में दो दिन तक मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। राजस्थान के कई जिलों में गरज-चमक के साथ आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इससे लोगों को तपती गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विभाग ने राजस्थान में दो दिन तक आंधी और तेज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।

कई जिलों में ओलावृष्टि के साथ चला अंधड़

वहीं, इससे पहले शुक्रवार शाम को कुछ जिलों में ओलावृष्टि हुई तो कुछ जिलों में तेज आंधी भी आई। अलवर जिले के भिवाड़ी के आसपास नींबू के आकार के ओले गिरे जिससे किसानों की फसलें बर्बाद हो गई। खेतों में खड़ी और कुछ कटी हुई फसलें बारिश और ओलावृष्टि के कारण तहस नहस हो गई।

इधर, कोटा में तेज आंधी के कारण सकतपुरा 220 केवी जीएसएस में फॉल्ट आ गया। इससे सातों यूनिट ट्रिप हो गई। कोटा शहर में करीब 4 घंटे तक बिजली गुल हो गई। इस दौरान थर्मल यूनिट भी फेल हो गई। वहीं गंगानगर, अलवर व झुंझुनूं के कई इलाकों में बादल छाए रहे। तेज हवा के साथ बारिश हुई, ओले गिरे। बारिश की वजह से श्रीगंगानगर में फसलों को भी नुकसान हुआ।

10 जिलों में आज बारिश का अलर्ट, तेज गति से चलेगी हवा

मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- राजस्थान के कई इलाकों में आज भी आंधी-बारिश का अलर्ट है। पूर्वी राजस्थान के भरतपुर व जयपुर संभाग और पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर व बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ओले भी गिर सकते हैं। बारिश और ओले के लिए श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, सीकर, करौली, झुंझुनूं, धौलपुर, दौसा, भरतपुर और अलवर जिले में अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में 30 से 50 किलोमीटर की स्पीड तक हवा चल सकती है। आने वाले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री गिरावट होने की संभावना है।

अप्रैल-मई के लिए मौसम विभाग ने चेताया

इसके अलावा भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले दो महीनों में देश में भीषण गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने कहा कि आने वाले महीनों में तापमान सामान्य से ऊपर जा सकता है। इतना ही नहीं, अप्रैल और मई के महीनों में लू चलने की संभावना है। इसके साथ ही विभाग ने उत्तर पश्चिम भारत में 30 और 31 मार्च को आंधी-तूफान के साथ ही बारिश होने की संभावना जताई है। आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने कहा कि अप्रैल और मई के महीने में सामान्य से अधिक तापमान रहने की उम्मीद है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अभी से कोई सटीक पूर्वानुमान कर पाना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि तापमान अधिक होने से आगामी महीनों में लू जैसी स्थिति बनने की भी संभावना है।

अप्रैल में देश के मध्य भाग में लू की स्थिति बन सकती है। मई सबसे गर्म रहने वाला है और उत्तर पश्चिम के साथ ही मध्य भारत में लू चलने की भी तीव्र संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक रह सकता है। उन्होंने कहा कि एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ है जो उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस समय उत्तर पश्चिम भारत में तापमान असामान्य है। चूंकि पश्चिमी विक्षोभ इस क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है ऐसे में तापमान धीरे-धीरे गिरेगा, इसलिए यह थोड़ा आरामदायक हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र और आसपास के क्षेत्रों में लू या गर्म रोशनी की स्थिति बनी हुई है।

पूर्वोत्तर भारत में बारिश की संभावना

आईएमडी के अनुसार, उत्तर पश्चिम भारत में 30 और 31 मार्च को आंधी-तूफान के साथ ही बारिश होने की संभावना है। 30 मार्च को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में भी अलग-अलग जगहों पर बारिश हो सकती है। अरुणाचल प्रदेश समेत पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में 30 मार्च से 1 अप्रैल के दौरान तेज बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है। इस दौरान आंधी-तूफान और गरजना की भी आशंका है। आईएमडी ने बताया कि दक्षिणी असम और ओडिशा में अलगअलग दो चक्रवाती स्थितियां बनी हुई हैं।

जम्मू-कश्मीर के 4 जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी

जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कश्मीर घाटी के चार जिलों के ऊपरी इलाकों में अगले 24 घंटों के दौरान हिमस्खलन होने की चेतावनी जारी की है। अधिकारियों के अनुसार अ घाटी के कु पवाड़ा, बंदीपोरा, गंदेरबल और बारामूला जिलों की 2400 मीटर से ऊं ची चोटियों पर मध्यम खतरे स्तर का हिमस्खलन होने का अनुमान है। कु छ ऊंची चोटियों पर ताजा हिमपात भी हुआ है, जिसके कारण अधिकारियों ने लोगों को एहतियाती तौर पर ताजा हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है।