Rajasthan Roadways : अटक गई 590 नई बसें खरीदने की प्रक्रिया, रोडवेज ने इस वजह से निरस्त किया टेंडर

सरकार ने महिलाओं को सभी श्रेणी की बसों के किराए में 50 प्रतिशत छूट का ऐलान तो कर दिया है। लेकिन, रोडवेज में सफर करने वालों को अभी राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।

Rajasthan Roadways | Sach Bedhadak

Rajasthan Roadways : जयपुर। रोडवेज को बेहतर बनाने के लिए गहलोत सरकार लगातार कार्य कर रही है। सरकार ने महिलाओं को सभी श्रेणी की बसों के किराए में 50 प्रतिशत छूट का ऐलान तो कर दिया है। लेकिन, रोडवेज में सफर करने वालों को अभी राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। क्योंकि राजस्थान रोडवेज ने नई बसों का टेंडर निरस्त कर दिया है। रोडवेज के चेयरमैन आनंद कुमार ने अनुमानित कीमत से अधिक कीमत आने पर नई बसों की खरीद का टेंडर निरस्त करने का फैसला लिया है।

बसों की कमी से जूझ रही रोडवेज को 590 बसें खरीदनी थी। इसके लिए रोडवेज ने पिछले महीने ही वर्क ऑर्डर जारी कर दिया था। ऐसे में माना जा रहा था कि डेढ़ महीने के अंदर 590 नई बसें रोडवेज के बेड़े में शामिल हो जाएगी। लेकिन, नई बसों की अनुमानित कीमत 114 करोड़ रुपए थी और टेंडर में यह कीमत 140 करोड़ रुपए आई। ऐसे में रोडवेज चेयरमैन आनंद कुमार ने टेंडर निरस्त करने के आदेश दिए है। टेंडर निरस्त होने से नई बसों की खरीद प्रक्रिया खटाई में पड़ती नजर आ रही है।

अभी रोडवेज बेड़े में शामिल नहीं होगी नई बसें

जानकारी के मुताबिक रोडवेज सीएमडी ने बसों की लागत ज्यादा आने के कारण टेंडर को निरस्त कर दिया है। रोडवेज ने 590 नई बसें खरीदने के लिए टेंडर आमंत्रित किया था। टेंडर प्रक्रिया में टाटा और लीलैंड कंपनी ने हिस्सा लिया था। बसों के चेचिस के लिए दोनों कंपनियों को वर्क आर्डर दिए जाने थे। नई बसों की अनुमानित कीमत के लिए रोडवेज एमडी नथमल डिडेल ने प्रस्ताव बनाकर सीएमडी आनंद कुमार को भेजा था। लेकिन, उन्होंने बसों की कीमत अधिक मानते हुए टेंडर को निरस्त कर दिया। रोडवेज प्रशासन ने इनकी अनुमानित कीमत 114 करोड़ रुपए मानी थी, लेकिन टेंडर में यह कीमत 140 करोड़ रुपए आई है। ऐसे में यह तो साफ है कि अभी राजस्थान रोडवेज के बेड़े में नई बसें शामिल नहीं होगी।

गहलोत ने महिलाओं को दिया था बड़ा तोहफा, लेकिन बसें कम

हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में केंद्रीय बस स्टैंड पर नवनिर्मित अत्याधुनिक बस टर्मिनल का लोकार्पण समारोह के दौरान रोडवेज में सफर करने वाली महिलाओं को बड़ा तोहफा दिया था। सीएम गहलोत ने ऐलान किया था कि महिला यात्री अब रोडवेज की सभी श्रेणी की बसों में 50 प्रतिशत छूट के साथ सफर कर सकेंगी। रियायती यात्रा का दायरा बढ़ने से महिलाएं रोडवेज की साधारण बसों के साथ-साथ अब एक्सप्रेस, डीलक्स सहित सभी श्रेणी की बसों के किराए में 50 प्रतिशत छूट का लाभ ले सकेंगी। लेकिन, रोडवेज के पास पहले से ही बसों की कमी है और 590 नई बसें खरीदने की प्रक्रिया भी अटक गई है।

चार साल में आधी रह गई रोडवेज बसें

बता दें कि पिछले चार साल में रोडवेज बसों की संख्या आधी रह गई। साल 2018 में रोडवेज के पास 4260 बसें थी और 1025 अनुबंध पर थीं। इसके बाद साल 2019-20 घटकर रोडवेज के पास 3750 बसें रह गई और अनुबंध पर चलने वाली बसों की 960 रह गई। साल 2020-21 में रोडवेज के पास बसों की संख्या 4180 हो गई। लेकिन, अनुबंध पर चलने वाली बसें 907 रह गई। साल 2021-22 में रोडवेज बसें 3461 और अनुबंध पर 850 बसें थी। लेकिन, साल 2022-23 में रोडवेज के पास 2491 और अनुबंध पर 751 बसें है।

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