सेवा, संघर्ष या दर्द! सतीश पूनिया ने छपवाई बुकलेट, दिया 3 साल की अध्यक्षी का हिसाब-किताब

बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने एक बुकलेट छपवाई है जिसका टाइटल बीजेपी राजस्थान के 3 वर्ष ‘संगठन, सेवा और संघर्ष’ नाम दिया गया है.

poonia 6 | Sach Bedhadak

जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया एक बार फिर चर्चा में है जहां बीजेपी के प्रदेश मुखिया पद से हटने के 3 महीने बाद सतीश पूनिया ने एक बुकलेट प्रकाशित करवाई है जिसमें सवा तीन साल के उनके कामकाज का लेखा-जोखा दिया गया है. पूनिया ने इस बुकलेट का टाइटल बीजेपी राजस्थान के 3 वर्ष ‘संगठन, सेवा और संघर्ष’ नाम दिया है. जानकारी मिली है कि यह बुकलेट अब नेताओं और कार्यकर्ताओं तक पहुंचाई जा रही है.

वहीं बीजेपी में अंदरखाने यह चर्चा भी शुरू हो गई है कि आखिर चुनावी साल में पद छोड़ने के 3 महीने बाद पूनिया के इस तरह की बुकलेट छपवाने के क्या मायने हैं और चर्चा यह भी है कि पूनिया क्या आलाकमान को कोई संदेश देना चाह रहे हैं.

बताया जा रहा है कि इस बुकलेट की कॉपी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, सभी केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी के सभी केन्द्रीय पदाधिकारियों और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और सांसदों-विधायकों तक पहुंचाई जाएगी. मालूम हो कि 3 महीने पहले आलाकमान ने सतीश पूनिया को हटाकर चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी को नया प्रदेशाध्यक्ष बना दिया था और इसके बाद पूनिया को उपनेता प्रतिपक्ष बनाया गया था.

वहीं बुकलेट पर पूनिया ने कहा कि इससे सभी पुराने कार्यकर्ताओं का पार्टी के प्रति काम करने का हौंसला बढ़ेगा और जिन कार्यकर्ताओं के साथ हमनें मिलकर मेहनत की थी इस बुकलेट में उसे दाेहराया गया है.

पूनिया ने दिया 3 साल का हिसाब

पूनिया ने इस बुकलेट में जानकारी दी है कि उन्हें 14 सितंबर 2019 को बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष पद का दायित्व मिला जिसके बाद लगातार 3 साल उन्होंने संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम किया और मोदी सरकार की योजनाएं जनता तक पहुंचाई. पूनिया ने बताया कि उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष पद पर रहते हुए 3.5 लाख किमी. की यात्रा, 33 जिलों में 250 बार प्रवास और 190 विधानसभा सीटों के कई प्रवास कार्यक्रम किए.

वहीं इस बुकलेट में पूनिया ने पंचायत चुनावों का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए बताया है कि उनके कार्यकाल के दौरान 352 में 143 प्रधान बनाए गए और 33 में से 19 जिला प्रमुख, कुल 1014 सदस्यों में 505 जिला परिषद सदस्य बनाए गए. वहीं कुल 6993 में 2863 पंचायत समिति सदस्य बने और 10 नगर निगमों में से 5 के महापौर बनाए गए. पूनिया ने बताया कि प्रदेश की 11 हजार 316 ग्राम पंचायतों में 4 हजार 541 सरपंच बीजेपी से बने.

पूनिया को हाल में मिली नई जिम्मेदारी

गौरतलब है कि हाल में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को उत्तर प्रदेश की चार लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई है जहां आने वाले दिनों में पूनिया केंद्र सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए विशेष अभियान चलाएंगे जिसके लिए पूनिया ने यूपी का एक दौरा कर लिया है. इससे पहले पूनिया को कर्नाटक चुनावों में भी बीजेपी ने प्रचार करने के लिए भेजा था.

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