CM भजनलाल मनाने में जुटे…PHED का लेटर वायरल होने पर रविंद्र भाटी के बदले तेवर!

Rajasthan: सीएम भजनलाल ने शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी को दो बार मुलाकात कर मनाया। अब पीएचईडी के वायरल आदेश में बिगाड़ा सारा खेल। कैलाश चौधरी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें।

ravindra singh bhati 2 | Sach Bedhadak

Rajasthan: सूबे के मुखिया भजनलाल मिशन 25 को सक्सेफुल बनाने के लिए राजस्थान में ताकतवर और बड़े जनाधार वाले नेताओं को मनाने में जुटे हैं। वहीं PHED के लेटर ने सीएम के करे कराए पर पानी फेर दिया है। सीएम ने रविंद्र सिंह भाटी से दो बार मुलाकात की और लगभग वे मान ही गए थे। लेकिन अब शिव विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व जिलाध्यक्ष रहे (हार चुके प्रत्याशी) स्वरूपसिंह खारा की एक सोशल मीडिया पर पोस्ट ने हलचल मचा दी है।

स्वरूपसिंह खारा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट ने राजस्थान की राजनीति में एक बार भूचाल ला दिया है। पोस्ट पता चलता है कि खारा की डिजायर से 20 हैडपंप स्वीकृत हुए हैं। वहीं बीजेपी के बागी होकर निर्दलीय चुनाव जीतने वाले रविंद्र सिंह भाटी की डिजायर पर महज 2 हैडपंप ही स्वीकृत हुए हैं।

यह खबर भी पढ़ें:-गहलोत का केंद्र सरकार पर निशाना, 400 के पार का नारे वाली NDA लोकतंत्र को करना चाहता है खत्म

PHED का आदेश वायरल

PHED डिपार्टमेंट ने शिव विधानसभा क्षेत्र के लिए हैडपंप का स्वीकृति लेटर जारी किया जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लेकिन विधायक भाटी के समर्थक इससे खासा नाराज हैं। वहीं दूसरी तरफ पीएचईडी के आदेश को सार्वजनिक करने पर स्वरूपसिंह डारा काफी ट्रोल हो रहे हैं। पीएचईडी के इस आदेश में सीएम भजनलाल के किए कराए पर पानी फेर दिया है।

मिशन 25 में रोड़ा बन सकते हैं भाटी

लोकसभा चुनाव से पहले शिव विधानसभा से विधायक भाटी ने बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र में देव दर्शन यात्रा शुरू कर दी। भाटी की यात्रा में हजारों में भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में भाटी अगर लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो बीजेपी का मिशन 25 खतरे में आ सकता है। दरअसल, बाड़मेर-जैसलमेर क्षेत्र में जनता भाटी को पसंद करती है। विधानसभा चुनाव में भाटी ने बीजेपी को चौथे नंबर पर धकेल दिया था।

CM ने भाटी को दो बार मनाया

लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने पहले रविंद्र सिंह भाटी को जयपुर में मनाया और फिर चार्टर प्लेन से उदयपुर लेकर गए थे। कहा जा रहा है था कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद भाटी मान गए थे और एक दिन पहले बीजेपी के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष के जन्मदिन कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे। सीएम से मुलाकात के बाद भाटी ने मीडिया से कहा था कि मैं जनता के बीच जा रहा हूं और उसी से पूछकर कोई फैसला लूंगा। लेकिन अब पीएचईडी का आदेश वायरल होने बाद बात बिगड़ सकती है।

कैलाश चौधरी की मुश्किल बढ़ा सकते हैं भाटी

राजस्थान में बीजेपी ने मोदी सरकार में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को दोबारा बाड़मेर-जैलसमेर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने आरएलपी के नेता उम्मेदाराम बेनीवाल को शामिल कर लिया है। ऐसे में अगर रविंद्र सिंह भाटी लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो कैलाश चौधरी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

यह खबर भी पढ़ें:-BJP ने 9 साल तक गरीबों की जेब पर डाका डाला, चुनाव से पहले ढकोसले जनता समझती है, पायलट का केंद्र पर तीखा वार