महंगाई राहत कैंपों में अजब-गजब मांगें: कोई लापता परिजन, तो कोई बीनणी के लिए लगा रहा गुहार

आमजन को महंगाई से राहत देने के लिए राज्य सरकार की ओर से लगाए जा रहे राहत शिविरों में अजीबो-गरीब मामले सामने आ रहे हैं।

Mehngai Rahat Camp | Sach Bedhadak

Mehngai Rahat Camp : झालावाड़। आमजन को महंगाई से राहत देने के लिए राज्य सरकार की ओर से लगाए जा रहे राहत शिविरों में अजीबो-गरीब मामले सामने आ रहे हैं। लोग शिविरों में सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के साथ ही अपनी समस्याएं भी लेकर आ रहे हैं। कोई अपने लापता परिजन को तलाश करने की गुहार लगा रहा है तो कोई शादी करवाने की मांग कर रहा है। ताजा मामला जिले की ग्राम पंचायत ढाबला खींची का है। यहां एक दामाद ने अपने ससुल को तलाशने की शिविर प्रभारी से मांग की है। इसके लिए लेकर दामाद ने शिविर प्रभारी को आवेदन सौंपा है।

जानकारी के अनुसार ढाबला खींची गांव निवासी गोपाल पुत्र बलराम 65) ने गांव में आयोजित महंगाई राहत कैंप में शिविर प्रभारी को प्रार्थना पत्र पेश किया। इसमें कहा है कि ‘मेरे ससुर रामलाल पुत्र दुधालाल जाति नाई उम्र लगभग 80 वर्ष के हैँ। उन्होंने मुझे घर जंवाई रखा था। मेरे ससुर लगभग 25 वर्ष पूर्व घर छोड़कर लापता हो गए। उसके बाद मेरी सास का भी देहांत हो गया। ससुरजी की बहुत तलाश की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला।’

शिविर प्रभारी तहसीलदार हरिशंकर जांगिड़ को पंचायत प्रसार अधिकारी सत्येंद्र जैन, सरपंच प्रतिनिधि लाखन सिंह, पंचायत समिति सदस्य सुरेश बैरागी की उपस्थिति में आवेदन सौंपा और कहा कि ससुर जिंदा हैं तो ढूंढ कर लाएं, मर गए तो मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवाए। शिविर प्रभारी ने आवेदन पत्र पर गंभीरता से विचार कर थाना सुनेल को लापता रामलाल का पता कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए।

शादी करवाने लिए भी आए थे प्रार्थना पत्र

राहत शिविरों में इससे पूर्व दो मामले भी अपनी तरह के अजीब आए थे। इनमें एक युवक और एक अधैड़ ने शादी करवाने की मांग करते हुए प्रार्थना पत्र दिया था। हालही में एक मामला मनोहरथाना में आया है। इसमें एक युवक ने शिविर प्रभारी को आवेदन कर पत्नी दिलाने की मांग की है। वहीं दौसा जिले में बहरावंडा के गांगदवाड़ी गांव में 5 जून को आयोजित प्रशासन गांव के संग अभियान के कैंप में कल्लू महावर नाम के 40 साल के व्यक्ति ने शिविर प्रभारी को प्रार्थना पत्र पेश किया है।

पत्र में आगे लिखा गया कि, महोदय उपरोक्त विषय अंतर्गत निवेदन है कि मेरी घरेलू परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। मैं घर में अकेला परेशान रहता हूं। प्रार्थी घर में कार्य करने में असमर्थ है। इसलिए घरेलू कार्य करने और मेरी सहायता के लिए पत्नी की आवश्यकता है। अतः निवेदन है कि पत्नी उपलब्ध करवाने का श्रम करें। 

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राहत शिविर में टोंक के युवक ने लगाई शादी की गुहार 

राहत शिविर में पत्नी की मांग को लेकर टोंक जिले में भी एक प्रार्थना पत्र आया है। यहां 38 वर्षीय युवक ने महंगाई राहत शिविर में जिला परिषद सीईओ देशलदान को आवेदन दिया है। युवक आत्माराम गुर्जर ने आवेदन में लिखा है कि मैं 38 वर्ष का हूं। मजदूरी और खेती करता हूं। घर में खाना बनाने और आम जरूरतों को पूरा करने के लिए पत्नी चाहिए। चाहे विवाहित हो या अविवाहित। जब सीईओ ने इस एप्लिकेशन को देखा तो वह भ्रमित हो गए। फिर मुस्कुराते हुए अपना आवेदन यह कहकर लौटा दिया कि शिविर में ऐसा काम नहीं होता। सरकारी योजनाओ का लाभ लेना चाहते हैं तो बताएं।

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