कोटा में नहीं थम रहे सुसाइड…अब NEET की छात्रा ने दी जान, 3 महीनों में 8 स्टूडेंट्स ने की आत्महत्या

कोटा। देश में शिक्षा नगरी के नाम से मशहूर कोटा शहर में कोचिंग स्टूडेंट्स के आत्महत्या का सिलसिला लगातार जारी है। यहां दिन एक और…

suicide news | Sach Bedhadak

कोटा। देश में शिक्षा नगरी के नाम से मशहूर कोटा शहर में कोचिंग स्टूडेंट्स के आत्महत्या का सिलसिला लगातार जारी है। यहां दिन एक और स्टूडेंट ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मृतक छात्रा उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली थी और कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। छात्रा की बॉडी पंखे से लटकी हुई मिली। बताया जा रहा है कि छात्रा ने दो दिन से किसी का फोन अटैंड नहीं किया था। जब उसका दोस्त पीजी पहुंचा। वहां दरवाजा तोड़ा तो वह फंदे पर लटकी मिली।

जवाहर नगर थानाधिकारी कमलेश कुमार ने बताया कि मृतक छात्रा सौम्या शहर के महावीर नगर फर्स्ट इलाके में एक मकान में पीजी में रह रही थी। सुसाइड का पता बुधवार रात करीब साढ़े 8 बजे लगा। मृतका के परिजनों को घटना की जानकारी देकर शव को महाराव भीम सिंह (MBS) हॉस्पिटल में रखवाया गया है।

आखिर बार धुलंडी पर दिखी थी छात्रा

जानकारी के अनुसार, मृतका सौम्या (19) दो दिन से कॉल अटैंड नहीं कर रही थी। आखिरी बार धुलंडी की सुबह उसे देखा गया था। दो दिन से छात्रा का दोस्त भी उसे कॉल कर रहा था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। ऐसे में बुधवार देर शाम वह पीजी में पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। दोस्त ने ही दरवाजा तोड़ा और उसे फंदे से नीचे उतारा। पीजी में रहने वाली दूसरी स्टूडेंट के पेरेंट्स ने मकान मालिक को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।

तीन दिन पहले हॉस्पिटल में कराया था भर्ती

मकान मालिक अशोक श्रृंगी ने बताया कि छात्रा इसी माह की शुरूआत में पीजी में रहने आई थी। इससे पहले वह महावीर नगर इलाके में रह रही थी। अशोक ने बताया कि उनकी पत्नी की तबीयत खराब चल रही है और अस्पताल में भर्ती है। ऐसे में पिछले दिन से परिवार अस्पताल में ही लगा हुआ है। तीन दिन पहले 23 मार्च की रात को छात्रा के पेट में दर्द की शिकायत हुई थी। उस समय अस्पताल से पीजी पर पहुंचे थे। वो छात्रा को अस्पताल गए और भर्ती करवाया। 24 मार्च को सुबह छात्रा को अस्पताल से छुटटी मिल गई थी।

तीन महीने में 8 स्टूडेंट कर चुके हैं सुसाइड…

कोटा में सुसाइड के केस थम नहीं रहे हैं। इस साल अब तक 8 स्टूडेंट्स की मौत हुई है। तीन दिन पहले भी एक नीट स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया था। 26 मार्च को उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले नीट स्टूडेंट उरूज ने पंखे से लटककर जान दे दी थी।

इससे पहले 8 मार्च को बिहार के भागलपुर के रहने वाले जेईई स्टूडेंट अभिषेक ने सल्फास खाकर सुसाइड कर लिया था।

फरवरी में 3 स्टूडेट्स ने किया सुसाइड…

वहीं फरवरी 2024 में तीन स्टूडेंट अपनी जान दे चुके है। इस महीने में पहला केस 2 फरवरी को सामने आया था। यहां यूपी के गोंडा जिले के रहने वाले नूर मोहम्मद ने सुसाइड किया था। नूर मोहम्मद चेन्नई कॉलेज से बीटेक कर रहा था। कोटा में रहकर ऑनलाइन पढ़ाई करता था।

इसके बाद 13 फरवरी को छत्तीसगढ़ के रहने वाले शुभकुमार चौधरी ने सुसाइड किया था। वह कोटा में महावीर नगर प्रथम इलाके में रहता था। इसके एक सप्ताह बाद 20 फरवरी को छात्र रचित (16) का शव जंगल में मिला था। वह एमपी के राजगढ़ के ब्यावरा का रहने वाला था। रचित कोटा में जेईई की तैयारी कर रहा था।

जनवरी 2024 में दो स्टूडेंट्स ने दी जान…

वहीं 31 जनवरी को जेईई छात्रा निहारिका ने सुसाइड किया था। वह कोटा के बोरखेड़ा में रहने वाली थी। छात्रा ने सुसाइड से पहले सुसाइड नोट लिखा था। छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था- ‘मम्मी पापा में जेईई नहीं कर पाई, इसलिए सुसाइड कर रही हूं। मैं एक लूजर हूं, मैं अच्छी बेटी नहीं हूं, सॉरी मम्मी पापा यही लास्ट ऑप्शन है।’

इससे पहले 24 जनवरी को नीट स्टूडेंट मोहम्मद जैद हॉस्टल में फंदे पर लटका मिला था। वह यूपी के मुरादाबाद का रहने वाला था। कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र के न्यू राजीव गांधी नगर इलाके के हॉस्टल में रहता था।