मरूधरा में ‘लाभार्थी उत्सव’ की बहार, CM गहलोत ने बटन दबाकर 14 लाख लाभार्थियों को भेजे 60 करोड़

विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर गहलोत सरकार गरीब की रसोई को महंगाई से राहत देते हुए 500 रुपए में सिलेंडर उपलब्ध करवाने की शुरुआत की।

cm u | Sach Bedhadak

labharthi Utsav : जयपुर। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर गहलोत सरकार गरीब की रसोई को महंगाई से राहत देते हुए 500 रुपए में सिलेंडर उपलब्ध करवाने की शुरुआत की। जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बटन दबाकर एक साथ 14 लाख लाभार्थियों के बैंक खातों में सब्सिडी के 60 करोड़ रुपए का लाभ हस्तांतरित किया। इस मौके पर सीएम गहलोत ने कहा कि हम केंद्र सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ा रहे है। लेकिन, बीजेपी वाले हमारी योजनाओं को बंद कर देते है। उज्जवला योजना मोदी सरकार की है और हम इस योजना के लाभार्थियों को 500 रुपए में सिलेंडर दे रहे है। साथ ही एक वाकये का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी जिद्दी इंसान है।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान में ओपीएस लागू करना बड़ा फैसला है। हमारी सरकार के इस फैसले की देशभर में चर्चा है। नई पेंशन की सिक्योरिटी नहीं थी। लेकिन, ओपीएस के फैसले से कर्मचारी वर्ग खुश है। ये किसी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल नहीं होना चाहिए। लेकिन, पीएम मोदी इतने जिद्दी है कि जो सोच लेते है, वही करते है। लोकतंत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए। क्योंकि जनता हमारी माई-बाप है और वो ही हमें सत्ता में लाती है।

पिछले दिनों पहले के एक वाकये का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में हिमाचल, आसाम और आंधप्रदेश के मुख्यमंत्री बैठे हुए थे, मैं भी वहां पर मौजूद था। इस दौरान हिमाचल के सीएम ने पीएम मोदी से ओपीएस का जिक्र किया और कहा कि ओपीएस को लागू करने के बारे में सोचना चाहिए। जिस पर पीएम ने कहा-नो। तभी मैं बीच में बोल गया। लेकिन, मोदी इतने जिद्दी है कि उन्होंने जो सोच लिया वो वही करते है। मोदी ने ओपीएस लागू करना तो दूर इस बारे में बात तक नहीं की। इसका नतीजा ये निकला कि हिमाचल और कर्नाटक में सरकार गई। आगे भी कई राज्यों में ऐसा होने वाला है, अगर ओपीएस लागू नहीं की तो। लोकतंत्र में जिद किसी की नहीं चलती है। ऐसी भावना उनके दिलो दिमाग में होनी चाहिए।

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