Gogamedi Murder Case: NIA ने आरोपियों भेजा जेल, हथियारों के लिए नेपाल में बैठे विक्रम ने जमा कराए थे छह लाख

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने वाले शूटरों को हथियार उपलब्ध कराने और पनाह देने के लिए नेपाल में बैठेविक्रम चारण ने चंडीगढ़ से महेन्द्र की महिला मित्र के खाते में छह लाख रुपए जमा कराए थे। यह खुलासा पूजा सैनी से पूछताछ व उनके बैंक खातों की जांच पड़ताल में हुआ है।

Gogamedi Murder Case | Sach Bedhadak

Gogamedi Murder Case: जयपुर। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने वाले शूटरों को हथियार उपलब्ध कराने और पनाह देने के लिए नेपाल में बैठेविक्रम चारण ने चंडीगढ़ से महेन्द्र की महिला मित्र के खाते में छह लाख रुपए जमा कराए थे। यह खुलासा पूजा सैनी से पूछताछ व उनके बैंक खातों की जांच पड़ताल में हुआ है। आरोपी महेन्द्र गैंग के गुर्गों को पनाह देने व वारदात से पहले उनको हथियार उपलब्ध कराने का काम करता था। इसकी एवज में विक्रम व रोहित गोदारा उसके बैंक के खाते में लाखों रुपए ट्रांसफर कराते थे।

महेन्द्र ने ही राजू ठेहट की हत्या के लिए हथियार पहुंचाए थे। पुलिस महेन्द्र की तलाश कर रही है। महेन्द्र पर पुलिस ने दो लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। एनआईए ने सोमवार को हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया। जहां से आरोपी नितिन फौजी, रोहित राठौर, रामवीर जाट, सुमित, राहुल, भवानी उर्फ रोनी, उधम सिंह को एनआईए कोर्ट में पेश किया।

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अब एनआईए तीन बिदुंओ पर करेगी जांच

हत्याकांड की जांच जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की टीम कर रही है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर कै लाश बिश्नोई के सुपरविजन में एसआईटी ने दो शूटर व एक युवती समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी थी। एनआईए के अधिकारी पिछले चार दिन से आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि एनआईए के अधिकारी अब इस मामले में विदेश में बैठे रोहित गोदारा व विक्रम चारण की भूमिका, हथियार तस्करी के रैके ट व मनी ट्रांजेक्शन होने की जांच करेगी।

घर में घुसकर मारी थी गोलियां

5 दिसंबर को 2 बदमाशों ने गोगामेड़ी पर गोलियां चलाईं, फिर भाग निकले थे। गोगामेड़ी को मेट्रो मास हॉस्पिटल ले जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। गोगामेड़ी के साथ घटना के दौरान मौजूद गार्ड अजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बदमाशों की फायरिंग में नवीन शेखावत की भी मौत हो गई थी। नवीन ही बदमाशों को गोगामेड़ी के घर ले गया था। इसके बाद में उपचार के दौरान अजीत की भी मौत हो गई थी।

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