Food Poisoning : अलवर में कुल्फी खाने से 60 लोग बीमार, 7 की हालत गंभीर, नागौर में आइसक्रीम से हुई थी 3 बच्चों की मौत

राजस्थान में आइसक्रीम खाने से 3 बच्चों की मौत को अभी एक महीना भी नहीं बिता है कि एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया है।

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Food Poisoning : अलवर। राजस्थान में आइसक्रीम खाने से 3 बच्चों की मौत को अभी एक महीना भी नहीं बिता है कि एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया है। ताजा मामला अलवर जिले के रैणी थाना क्षेत्र का है। जहां दूषित मावे से बनी कुल्फी को खाने से करीब 60 लोग बीमार हो गए। जिनमें से 7 बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। फूड पॉइजिंग का मामला सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। प्रशासनिक अधिकारी भुलेरी ग्राम पंचायत के खुर्द गांव पहुंचे और घटना के बारे में जानकारी ली। वहीं, तबीयत बिगड़ने पर 60 लोगों को राजगढ़, रैणी एवं बांदीकुई अस्पताल में भर्ती कराया। जिनमें से 7 बच्चों की हालत गम्भीर होने पर उपचार के लिए अलवर व जयपुर रैफर कर दिया गया है।

बेचने वाले से खरीदी थी कुल्फी

खुर्द गांव निवासी लल्लूराम मीना, हरिओम मीना आदि ने बताया कि गुरुवार शाम एक व्यक्ति मावे से निर्मित कुल्फी बेचने गांव में आया था। जिसे करीब 60 बच्चों, महिलाओं-पुरुषों ने खा लिया था। करीब 2 घंटे बाद उन्हें उल्टी, दस्त व पेट दर्द के शिकार हो गए। जिन्हें उपचार के लिए राजगढ़ चिकित्सालय लाया गया। घायलों में से लव, इंदु, रवि, पुलकित व दिव्या को प्राथमिक उपचार के बाद राजगढ़ से अलवर रैफर कर दिया गया।

2 गंभीर हालत में जयपुर रैफर

इसके अलावा विजय, प्रिया, पवन, मयंक, आशाराम, अजय, विष्णु, लव, मनीषा, राहुल, अंशु, प्रकाश, अनुष्का, मयंक, गिलकेश, प्रियांशु सहित 44 का राजगढ़ चिकित्सालय में उपचार जारी है। इसके अलावा करीब 10 जनों का बांदीकुई चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। जिनमें से 2 की हालत गंभीर होने पर उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रैफर कर दिया गया है। वही, रैणी चिकित्सालय में करीब 8 जनों का ईलाज जारी है।

उपचार में जुटी चिकित्सों की टीम

सूचना मिलते ही चिकित्सकों की टीम पीड़ितों का उपचार करने में जुटी हुई है। चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ. रमेश मीना चिकित्सालय कैम्प किये हुए है। उनके निर्देशन में मेडिकल टीम उपचार में लगी हुई है। मामले की सूचना मिलते ही डीएसपी हरिराम मीना, थानाधिकारी रामजीलाल मीना, एएसआई हीरालाल पुलिस जाप्ते के साथ चिकित्सालय पहुंचे तथा पीड़ित बच्चों से जानकारी जुटाई। दूषित आईसक्रीम खाने से करीब 5 दर्जन महिला-पुरुष, बच्चे बीमार हो गए।

नागौर में पिछले महीने हुई थी 3 बच्चों की मौत

बता दें कि नागौर के मेड़ता रोड स्थित बामनावास ग्राम पंचायत की नायक बस्ती में 12 मई को भी ऐसा ही मामला सामने आया था। जहां पर आइसक्रीम खाने से तीन बच्चों की मौत हो गई थी। इन बच्चों ने भी बेचने वाले से आइसक्रीम ली थी, जिसे खाते ही उल्टी दस्त की शिकायत हुई। लेकिन, बाद में 13 साल की बच्ची सरिता, 7 साल के रूपाराम और 4 साल की लक्ष्मी की मौत हो गई थी। इस पर प्रदेशभर में काफी बवाल मचा था। लेकिन, जिम्मेदार अभी भी बेखबर है। गर्मियों के दिनों में लोगों को आइसक्रीम खाने का खूब शौक होता है। ऐसे में आज भी गांव-गांव में जहरीली आइसक्रीम बनाने का धंधा जोरों पर है।

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