ERCP पर बात…घर-घर दस्तक देंगे सूबे के मुखिया, क्या पानी के मुद्दे पर पूर्वी राजस्थान में BJP करेगी क्लीन स्वीप?

ईआरसीपी को लेकर सीएम भजनलाल शर्मा ने 13 जिलों की यात्रा शुरू कर रह हैं.

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ERCP Yatra CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान में लोकसभा चुनावों से पहले एक बार फिर पानी का मुद्दा गरमाया हुआ है जहां बीजेपी ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना पर सूबे में कांग्रेस को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है. इसी कड़ी में लोकसभा चुनाव से पहले पूर्वी राजस्थान के जिलों में प्रदेश की सरकार जनता के बीच पहुंच रही है जहां मुख्यमंत्री, मंत्री और संगठन के पदाधिकारी घर-घर पहुंचकर ईआरसीपी की जानकारी देंगे और केंद्र सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करेंगे.

जानकारी के मुताबिक 24 और 25 फरवरी को सीएम अपनी टीम के साथ 10 जिलों का दौरा करेंगे और पूर्वी राजस्थान के 7 जिलों अलवर, भरतपुर, डीग, धौलपुर, करौली, गंगापुरसिटी, दौसा में ईआरसीपी आभार जनसभा को संबोधित करेंगे. वहीं, टोंक और जयपुर के चाकसू में भी सीएम की आभार सभा रखी गई है.

दरअसल पूर्वी राजस्थान विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी और कांग्रेस दोनों के बीच सियासी संघर्ष का केंद्र बना था जहां लोकसभा चुनावों से पहले भी बीजेपी हमलावर मोड में दिखाई दे रही है. सीएम की धन्यवाद यात्रा के दौरान पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) की जानकारी जनता को दी जाएगी. वहीं लोगों को बताया जाएगा कि यह परियोजना किस तरह पूरी होगी, कौन से बांध में पानी आएगा और लोगों को कब तक इसका फायदा मिल सकेगा.

ERCP के बहाने पूर्वी राजस्थान पर नजर!

बता दें कि ईआरसीपी के जरिए बीजेपी लोकसभा चुनाव में मिशन-25 के तहत पूर्वी राजस्थान की सीटों को साधने जा रही है. राजस्थान में लगभग 9 विधानसभा सीटों विशेषकर पूर्वी राजस्थान की सीटों को साधने के लिए बीजेपी खास रणनीति पर काम कर रही है. माना जा रहा है कि ईआरसीपी से राज्य के 13 जिलों की 83 विधानसभा सीटों और 9 लोकसभा सीटों पर सीधा असर पड़ेगा. मालूम हो कि राज्य में ईआरसीपी का लाभा जहां मिलेगा वहां 13 जिले आते हैं जिनमें सर्वाधिक इलाका पूर्वी राजस्थान का है.

बता दें कि इस परियोजना के तहत जयपुर ग्रामीण, दौसा, अलवर, भरतपुर, टोंक-सवाईमाधोपुर, अजमेर, बारां-झालावाड़, कोटा-बूंदी, धौलपुर-करौली की जनता को सीधा सिंचाई और पीने का पानी मिलेगा ऐसे में इन लोकसभा सीटों पर चुनावों में सीधा असर देखने को मिलेगा. दरअसल हाल में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी को पूर्वी राजस्थान से जबरदस्त जनसमर्थन मिला था. वहीं इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनावों में पूर्वी राजस्थान में आने वाले भरतपुर संभाग में बीजेपी एक सीट पर सिमट गई थी.

राहुल से पहले पहुंचे भजनलाल

गौरतलब है कि पूर्वी राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट की धन्यवाद यात्रा के जरिए बीजेपी राजस्थान में भरतपुर, करौली और धौलपुर में पानी की समस्या के समाधान के साथ ही लोकसभा चुनावों पर नजर बनाए हुए है. मालूम हो कि कुछ दिनों बाद राहुल गांधी की न्याय यात्रा धौलपुर में दाखिल होने जा रही है जहां राहुल के राजस्थान आने से पहले मुख्यमंत्री का दौरा सियासी मायनों में काफी अहम हो जाता है.

मालूम हो कि विधानसभा चुनावों में भी ईआरसीपी का मुद्दा काफी गूंजा था जहां कांग्रेस ने बीजेपी पर इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करने का आरोप लगाया था वहीं बीजेपी ने सरकार बनने के कुछ दिनों बाद ही योजना को लेकर एमपी और राजस्थान के बीच एमओयू कर लिया.