जनाक्रोश महाघेराव में कांग्रेस पर बरसे सीपी जोशी, जयपुर ब्लास्ट पर घेरते हुए पूछा- क्या सोनिया गांधी को खुश करने के लिए वकील नहीं खड़ा किया 

राजसमंद। प्रदेश सरकार के खिलाफ भाजपा का चुनावी मोड ऑन हो गया है। आज यहां  भाजपा का जन आक्रोश घेराव का कार्यक्रम आयोजित किया गया…

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राजसमंद। प्रदेश सरकार के खिलाफ भाजपा का चुनावी मोड ऑन हो गया है। आज यहां  भाजपा का जन आक्रोश घेराव का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, सांसद दिया कुमारी,  पार्टी के जिला अध्यक्ष मानसिंह, संभाग के प्रभारी हेमराज समेत कई नेता, पदाधिकारी मौजूद रहे।इस महाघेराव को सीपी जोशी ने संबोधित भी किया।उन्होंने बालोतरा रेप कांड, उदयपुर में बच्ची के साथ रेप., उदयपुर में ही धारा 144 समेत कई मुद्दे उठाकर सरकार को घेरा। 

जनता को गुमराह कर सरकार बनाई 

सीपी जोशी ने कहा कि भैरों सिंह शेखावत ने 1991 में इस राजसमंद को जिले का दर्जा दिया। मैं उनका धन्यवाद देता हूं। क्योंकि जिला बनाना उस समय की घोषणा नहीं थी उन्होंने उसे मूर्त रूप दिया था। अब जब तक राजसमंद की जनता को न्याय नहीं मिलेगा हम ना सोएंगे नहीं ना ही इस सरकार को सोने देंगे। क्योंकि साढ़े 4 सालों में जिस तरह का तांडव अपराधियों ने मचाया हुआ है, राजस्थान में जिन बातों के आधार पर इस सत्ता  का आधार टिका है। जिन किसानों को गुमराह कर इन्होंने सरकार बनाई है, जिन युवाओं का धोखा देकर यह सरकार में आए हैं। आज उनको धोखा देने का काम किया। 

पद्मावती की भूमि पर आज सुरक्षित नहीं बेटियां 

सीपी जोशी ने कहा कि आज राजस्थान शर्मसार होता है कि यह पद्मावती का गौरवशाली भूमि महिलाओं के साथ दुराचारों से कराह रही है। अखबार खोलते हैं, टीवी चलाते हैं तो सिर्फ यही पढ़ते और सुनते हैं कि आज किसी अबोध बच्चे के साथ दुराचार हुआ, आज किसी महिला के साथ दुराचार हुआ, आज ना घर सुरक्षित है ना सड़क सुरक्षित है। आज महिलाओं के अंदर आक्रोश है इस अत्याचार के खिलाफ दुराचार के खिलाफ। राजस्थान की सरकार कान खोल कर सुन ले अगर वह हमारी बहन-बेटियों की रक्षा नहीं कर सकती तो छोड़ दो कुर्सी। भाजपा का शासन आएगा तो जिन आरोपियों ने ये कांड किए हैं उन्हें ढूंढ-ढूंढ कर सजा दी जाएगी।

इन सवालों का क्या कारण है?

सीपी जोशी ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर क्या कारण है कि माफिया खुलेआम घूमते हैं, युवा सवाल पूछता है तो उसको मार दिया जाता है, भगवान कृष्ण की क्रीडा स्थली भरतपुर में एक संत को कई दिनों तक आंदोलन चलाना पड़ता है, आमरण अनशन पर बैठना पड़ता है, उसके बाद भी सरकार नहीं सुनती तो उस संत को आत्मदाह करना पड़ता है। उसके बाद भी सरकार के कान में जूं नहीं रेंगती। आज इसी धरती पर एक नारी को जिंदा जला दिया जाता है। पुजारी को आग के हवाले कर दिया जाता है, सरेआम गैंगवार हो रहा है, खुलेआम किसी को भी गोली मार कर चले जा रहे हैं। ऐसी राजस्थान की सरकार शांतिप्रिय है क्या? 

सोनिया गांधी को खुश करने के लिए वकील नहीं लाए?

जयपुर बम ब्लास्ट को उठाते हुए सीपी जोशी ने कहा कि राजस्थान की धरती पर आतंकियों ने कहर बरपाया। 71 लोगों की जान गई। इस घटना में आपको आश्चर्य होगा कि जो आतंकवादी इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े हुए थे, क्या वह आतंकवादी अपनी सुरक्षा के लिए अपनी रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट के वकील खड़े कर सकते हैं। तो क्या राजस्थान की सरकार इतनी नाकारा है जो 71 लोगों की जान के लिए एक वकील खड़ा नहीं कर पाई। क्या यह शर्मनाक बात नहीं है कि कांग्रेस अपनी सरकार बचाने के लिए कपिल सिब्बल जैसे बड़े वकीलों को मोटी रकम देकर खड़ा कर सकती है तो आखिर क्या कारण है कि सुप्रीम कोर्ट का एक वकील राजस्थान की सरकार जयपुर ब्लास्ट में 71 लोगों के लिए खड़ी नहीं कर पाए। 

आखिर किस का दबाव था? इसके पीछे सवाल खड़ा होता है, यह वही आतंकवादी है जो बाटला हाउस में मारे गए थे। सलमान खुर्शीद ने कहा था कि आतंकवादी के मरने पर सोनिया गांधी की  आंखों में आंसू नहीं रुक रहे थे। तो क्या सोनिया जी को खुश करने के लिए राजस्थान की सरकार ने एक भी सुप्रीम कोर्ट का वकील नहीं किया और AAG सरकार की तरफ से पैरवी करते हैं वह भी 48 दिन तक वहां पर मौजूद नहीं रहा। इसके लिए आखिर कौन जिम्मेदार है? इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण नहीं हो सकता।

मेवाड़ की धरती पर भगवा नहीं फहरेगा तो क्या तालिबान में फहरेगा?

उदयपुर में धारा 144 लगाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मेवाड़ की धरती पर अगर भगवा नहीं फहराया जाएगा तो क्या तालिबान ने फहराया जाएगा। जिस सरकरा ने भगवा फहराने वालों पर मुकदमा दर्ज किया, आज कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। जहां भगवा पताका लहरा कर मुगलों को परास्त किया गया, उस मेवाड़ में भगवा फैलाने के लिए प्रतिबंध लगाते हो। आप रामनवमी के जुलूस पर प्रतिबंध लगाते हो, नववर्ष की शोभा यात्रा पर प्रतिबंध लगाते  हो लेकिन PFI का कोटा में जुलूस निकलता है तब उस पर प्रतिबंध नहीं लगता और रामनवमी पर शोभायात्रा निकलती उस पर डीजे बजता है तो आपको तकलीफ होती है। 

किसे खुश करने में लगे हैं मुख्यमंत्री ?

सीपी जोशी ने कहा कि गहलोत साहब कान खोल कर सुन लें राजस्थान हर धर्म त्योहारों का प्रदेश रहा ।है जहां हर धर्म के लोग अपना त्यौहार आनंद से गले मिलकर  मनाते हैं। किसकी नजर लगी इस राजस्थान को? गहलोत साहब किस को खुश करने के लिए आप हिंदू त्योहारों पर प्रतिबंध लगाने का काम कर रहे हैं? किसके इशारे पर राम दरबार को तोड़ने का काम कर रहे हैं? आपने राम दरबार तोड़ा लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार ने दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक केंद्र बनाया है।

किसानों की गिरदावरी नहीं करा रहे हैं

किसानों के मुद्दे पर सीपी जोशी ने कहा कि 2018 से पहले जब राजस्थान में भाजपा की सरकार थी, तब गिरदावरी ठीक से हुई थी। किसानों के खाते में पैसे आए थे। वह तब आया जब दिल्ली में मोदी सरकार ने फसल खराबे कानून को बदला। उसे 50% की जगह 33% किया। तब नेताओं ने विधानसभा छोड़कर 3 दिनों तक गिरदावरी की। हमारी मंशा थी कि किसानों को खराबे का पैसा देना लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 2019 के बाद 80-90% तक खराबा होने के बावजूद किसानों को उनका पैसा नहीं मिल पा रहा है। आज सरकार जिला कलेक्टर को आदेश देती है कि गिरदावरी 33% से ज्यादा की नहीं होनी चाहिए, ऐसी किसान विरोधी सरकार को उखाड़ कर फेंकना है।

सीपी जोशी ने कहा कि 2018 से पुराने आंकड़े निकाल कर देखें। क्या आपके खातों में नेशनल डिजास्टर रिलीफ फंड का कितना पैसा आया और 2019 के बाद कितना पैसा पैसा आया तो आपको स्पष्ट ज्ञान होगा कि राजस्थान की सरकार ने कितना छलावा किया है। सरकार ने कहा था कि किसानों का पूरा कर्जा माफ करेंगे। उन्होंने कर्जा माफ तक नहीं किया लेकिन आज सैकड़ों किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं। इसकी जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ राजस्थान सरकार है। 

हर अपराध में पहले नंबर पर राजस्थान

सबसे ज्यादा पेपर लीक कहीं हुए हैं तो वह राजस्थान में, सबसे ज्यादा महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं तो राजस्थान में, जिस प्रदेश में सबसे ज्यादा दलित पर अत्याचार हो रहा है उस प्रदेश का नाम है राजस्थान।  बालोतरा में एक महिला के साथ दुराचार हुआ उसे एसिड फेंक कर जला दिया गया। जिस बालोतरा में बर्न यूनिट तक नहीं है, जले हुए का इलाज नहीं हो सकता। जानबूझकर उसे जोधपुर से नहीं भेजा कि कहीं यह मामला जनता के बीच में आ जाएगा। वहीं भाजपा के कार्यकर्ता अंगद की तरह जम गए कि अगर f.i.r. नहीं की तो जलजला मचा देंगे।  उसके बाद उन्होंने एफ आई आर दर्ज करवाई।

बालोतरा रेप कांड के आरोपियों को बचाना चाहती है सरकार ?

सीपी जोशी ने सवाल किया कि आखिर यह सरकार किसको बचाना चाह रही थी? क्यों 24 घंटे तक इन्होंने एफ आई आर दर्ज नहीं की? आज ऐसे दरिंदों, भेड़ियों को फांसी की सजा होनी चाहिए। भाजपा मांग करती है इस नाकारा और निकम्मी सरकार को उखाड़ कर फेंकना है। इस युवा विरोधी, किसान विरोधी, महिला विरोधी, राजस्थान का अपमान करने वाली सरकार, उसके त्योहारों पर प्रतिबंध लगवाने वाली सरकार, भगवान श्रीराम के नारे लगाने वाली पर केस दर्ज कराने वाली सरकार, भगवा पताका फहराने वाले पर प्रतिबंध लगाने वाली सरकार को उखाड़ कर फेंकना है। 

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