PM मोदी के चढ़ावे से जुड़े बयान पर गरमाई सियासत, BJP ने चुनाव आयोग से की प्रियंका गांधी की शिकायत 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चढ़ावे को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी द्वारा दिए गए बयान पर सियासत गरमाती जा रही है।

Priyanka Gandhi

Priyanka Gandhi : जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चढ़ावे को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी द्वारा दिए गए बयान पर सियासत गरमाती जा रही है। एक ओर बीजेपी नेता लगातार प्रिंयका गांधी पर लगातार हमला बोल रहे है। वहीं, अब बीजेपी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा के खिलाफ यहां मुख्य चुनाव आयुक्त को परिवाद पेश किया है।

नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा द्वारा सिकराय (दौसा) सभा में धार्मिक भावनाओं के आधार पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ दुभार्वना से झूठ फैलाने का आरोप लगाया है। इस संबंध में चुनाव आयोग से प्रियंका वाड्रा के खिलाफ विधिक कार्यवाही की मांग की है। 

नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने अपने परिवाद में चुनाव आयोग से मांग की है कि प्रियंका वाड्रा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कल की सभा में देवनारायण जी के मंदिर में 21 रुपए चढ़ाने का झूठ फैलाया है, जबकि पीएम मोदी ने आस्था अनुसार अपनी जेब से नकद राशि मंदिर के दानपात्र में डाली थी। प्रियंका वाड्रा का यह कृत्य आचार संहिता के निर्देशों का गंभीर उल्लंघन है। 

प्रियंका गांधी द्वारा अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर समाज में धार्मिक उन्माद फैलाने की बदनीयती से यह बयान दिया है। परिवाद सौंपने के दौरान नारायण पंचारिया, सह-संयोजक राजेन्द्र सिंह शेखावत, विधि प्रकोष्ठ से सौरभ सारस्वत, भाजपा सहकोषाध्यक्ष श्याम अग्रवाल और सतीश सरीन मौजूद रहे।

प्रियंका गांधी ने दिया था ये बयान

ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग को लेकर कांग्रेस द्वारा चलाए गए जन जागरण अभियान के समापन के अवसर पर शुक्रवार को दौसा के सिकराय में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी भीलवाड़ा दौरे के दौरान देवनारायण मंदिर में डाले गए लिफाफे पर हमला बोला था।

प्रियंका ने कहा था कि लोग लिफाफा खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, लेकिन जब लिफाफा खोला तो लिफाफे में 21 रुपए निकले। एक तरह से देश में यही हो रहा है। बड़ी-बड़ी घोषणाएं हो रही हैं, मंच पर खड़े होकर कैसे-कैसे लिफाफे दिखाए जा रहे हैं। जब आप उन लिफाफों को खोलते हैं, तब तक चुनाव खत्म हो जाता है और बारी आती है कि काम करके दिखाओ तो कु छ नहीं होता। ईआरसीपी का जुमला भी आपको इसी तरह दिया गया था।

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