किसान महासम्मेलन में अशोक गहलोत की हुंकार, कहा- दकियानूसी बुद्धि वाले आज देश चला रहे हैं

बीकानेर। जिले के जसरासर गांव में आयोजित किसान महासम्मेलन में सीएम अशोक गहलोत ने हिस्सा लिया। सीएम के साथ कई मंत्री, विधायक, पीसीसी चीफ गोविंद…

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बीकानेर। जिले के जसरासर गांव में आयोजित किसान महासम्मेलन में सीएम अशोक गहलोत ने हिस्सा लिया। सीएम के साथ कई मंत्री, विधायक, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के अलावा रामेश्वर डूडी भी मौजूद रहे। किसान महासम्मेलन में गहलोत ने कहा कि इस बैठक ने एक इतिहास रच दिया है। इतनी बड़ी मीटिंग शायद ही पहले ही कभी हुई होगी। आज 250 करोड़ की सड़कों का उद्घाटन होना था। लेकिन हमारे देश के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल के निधन की वजह से राष्ट्रीय शोक के चलते यह उद्घाटन और शिलान्यास निरस्त हो गए हैं।

लोकार्पण रद्द करना पड़ा, आप काम आगे बढ़ाइये

प्रकाश सिंह जब कभी मुख्यमंत्री के रूप में राजस्थान आते थे, तब मैं उनका स्वागत सरकार करता था। वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वह हमारे बीच में नहीं है। राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। इसलिए इन सभी सड़कों का शिलान्यास लोकार्पण उसकी की फॉर्मेलिटी की जरूरत नहीं होगी। काम रुकना नहीं चाहिए। फॉर्मल उद्घाटन लोकार्पण मैं नहीं कर रहा हूं लेकिन अधिकारियों को मैं कहना चाहूंगा कि आप सारे काम शुरु कीजिए। लोकार्पण के इंतजार करने की जरूरत नहीं रहेगी। समय पर काम पूरे हो जाए बस।

सीएम ने कहा कि रामेश्वर डूडी ने तो पूरा बजट भाषण ही पढ़ दिया। अब बताइए मैं यहां पर उसमें से क्या बोलूं। फिर भी अब अगर मुझसे घोषणा कर आएंगे तो फिर सब उम्मीद करेंगे कि हमारे आएंगे और घोषणा करेंगे मैं यह कहना चाहता हूं जो आपकी मांगे इंपॉर्टेंट है, मैं कहता हूं कि तुम मांगते मांगते थक जाओगे,मैं  देता-देता नहीं थकूंगा। वह वादा आज भी मेरे जेहन में है। मुझे पता नहीं था कि ये जिला ही मांग लेंगे। कई लोगों ने जिला ही मांग लिया। तभी मुझे उनके वादे पूरे करने हुए। मैंने राजस्थान की जनता को 19 जिले दिए है।

जसरासर के लिए की तीन घोषणाएं

सीएम गहलोत ने बीकानेर के लिए तीन घोषणा की,जिसमें जसरासर गांव में कॉलेज खोला जाएगा, उप तहसील को तहसील बनाई जाएगी और मंडी भी खुलेगी। सीएम ने कहा कि आज देश में क्या हो रहा है यह हमें पता होना चाहिए। प्रदेश में क्या हो रहा है देश किस दिशा में जा रहा है किस दिशा में जाएगा, यह चिंता का विषय है। हम जागरूक नागरिक हैं वर्तमान पीढ़ी का प्रदेश सपना है। इसलिए हमें सोचना पड़ेगा कि हम किस तरह से खुद सक्षम बनेंगे।

सरकार की गिनाई उपलब्धियां

राजस्थान का युवा प्रदेश का नाम रोशन करें देश की सेवा में आ गया है। मैंने यह बजट युवाओं को समर्पित किया। हमने कोई कमी नहीं रखी । 7 5 साल में ढाई सौ कॉलेज खुली इन 5 सालों में 303 कॉलेज खुले। उसमें से 103 कॉलेज बालिकाओं के कॉलेज हैं। 12 कृषि कॉलेज थे। 5 साल में 45 कृषि कॉलेज खोल दिए। सभी प्रीमियम संस्थाएं आज राजस्थान में किसी को भी बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। यहां तक कि बाहर से लोग हमारे यहां पर शिक्षा ग्रहण करने के लिए आ रहे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य दो चीजें ऐसी हैं जिस पर हमने ध्यान दिया तो आने वाला समय भी हमारा होगा। किसानों के लिए हमने अलग बजट पेश किया, जो खुद में एक इतिहास हैय़ राजस्थान पहला ऐसा राज्य है जिसमें घोषणा की थी कि किसानों का बजट ही अलग से पेश किया जाएगा। मैंने कहा कि आप रेलवे का बजट भी एक ही कर दिया हमारी योजनाओं को ठप कर  दिया।

महंगाई को कम करना हमारा लक्ष्य

हम किसानों को अलग से बजट दे रहे हैं। कैसे हम राजस्थान को चौमुखी विकास की तरफ आगे बढ़ाएं। मैंने महंगाई राहत कैंप शुरू किए हैं, उसमें हमारी सरकार की चलाई जा रही योजनाएं हैं। जिनमें लोग जा रहे हैं रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं, मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड ले रहे हैं। उन योजनाओं से जुड़ रहे हैं। यह इतिहास में पहली बार हुआ है कि पूरे देश में राजस्थान में महंगाई राहत कैंप जैसी कोई चीज चल रही है महंगाई को कम करना हमारा लक्ष्य है।

सरकार किसानों के लिए एक बड़ा इन्वेस्टमेंट कर रही है तारबंदी कर रही है। करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं।लंपी बीमारी में जिन पशुओं की मौत हुई उनके लिए हमने 40 हजार  पशुपालकों को देने की घोषणा की है। साथ ही 40000 का बीमा भी मिलेगा। अब तो कल ही मैंने भैसों के लिए भी बीमे का ऐलान किया है।

महंगाई राहत कैंप से लोगों को मिल रही सहूलियतें

इन 3 दिनों में 51 लाख गारंटी कार्ड लोगों को दिए जा चुके हैं । हम सोशल सिक्योरिटी स्कीम लेकर आए। लोगों को हम हजार रुपए तक की पेंशन दे रहे हैं। प्रधानमंत्री से कहा था कि इसे राष्ट्रीय योजना बनाएं। सभी लोगों को सिक्योरिटी का लाभ मिले। मैंने फूड सिक्योरिटी एक्ट एक्ट के तहत अन्नपूर्णा फूड पैकेट दी है। वह भी इस महंगाई राहत कैंप में शामिल है। इसमें पूरी किट है राशन की सामान है। लोगों को बाहर से कुछ भी खरीदने की जरूरत नहीं होगी, लोगों को महंगाई से छुटकारा कैसे मिले यह हमारी प्राथमिकता है। इस समय कमरतोड़ महंगाई है, हर कोई दुखी है हर कोई परेशान है।कम से कम तीन लाख नौकरियां हमने युवाओं को दी हैं। सरकार कोई भी हो,कमी नहीं रख रहे हैं। गारंटी कार्ड देना बहुत बड़ी बात है। 

दकियानूसी सोच है, इतनी ही बुद्धि है इनमें

भाजपा के लोगों की प्रगतिशील सोच नहीं वे हमेशा दकियानूसी सोच रखते हैं। राजीव गांधी ने जब देश में कंप्यूटर क्रांति लाने की सोचा तो, वे संसद में बैलगाड़ी ले आए और कहते हैं कि राजीव गांधी का दिमाग खराब हो गया है कंप्यूटर आएगा तो टाइपिस्ट कहां जाएंगे लोगों का रोजगार छिन जाएगा ऐसे दकियानूसी सोच है इनकी।

जनसंघ के लोग कहते थे कि पंडित नेहरू का दिमाग खराब हो गया है। भाखड़ा डैम बनाया तो बिजली का बना रहे हैं. डैम के पानी से जब बिजली पैदा हो जाएगी तो पानी की ताकत निकल जाएगी तो पानी खेतों में क्या-क्या तबाही लाएगा।इनकी बुद्धि थी जो काम करती थी, वह आप सत्ता में बैठे हुए हैं, उस तरह की बुद्धि काम करती थी।  ये किसानों के लिए  काले कानून के साथ लेकर आए। 700 किसान मारे गए आंदोलन में। एक व्यक्ति का मरना किसी परिवार के लिए कैसा होता है कोई संवेदनशीलता है ही नहीं। अगर किसानों से आप पहले ही बात कर लेते कोई रास्ता निकाल लेते तो फिर इन किसानों की मौत नहीं होती आज जो देश के हालात है लोकतंत्र खतरे में है किस दिशा में देश जा रहा है, किसी को नहीं पता है। आलोचना करने वाले लोग बहुत ज्यादा है, तो वे देशद्रोही हो जाते हैं। क्या आलोचना करना हक नहीं है।

केंद्र आलोचना सुनना ही नहीं चाहता

मेरे खिलाफ भी आलोचना होती है लेकिन अगर कोई अच्छी बात लिखी होती है तो मैं उसे खुद उसे लेता हूं कि मुझे अपने अंदर क्या बदलाव करना चाहिए या इस चीज में क्या बदलाव करना चाहिए लेकिन यह एनडीए सरकार में है ही नहीं। वह आलोचना सुनना ही नहीं चाहते, उसे लेना तो दूर की बात है। हालत बहुत गंभीर हैं। आपको समझना पड़ेगा हम चाहे कितनी बार भी मुख्यमंत्री बने, मंत्री बने, सरकारें बदलती रहती हैं। केंद्र में आज ये है, कल को हम होंगे, क्या पहले से यही थी क्या।

खुद का मार कर लोकतंत्र जिंदा रखा..

इंदिरा गांधी की हत्या हो गई लेकिन उन्होंने देश को खालिस्तान नहीं बनने दिया। राजीव गांधी शहीद हो गए इतना बड़ा त्याग बलिदान आजादी के पहले भी हुआ है बाद में हुआ है। तब जाकर देश में लोकतंत्र जिंदा रहा है। पाकिस्तान की तरह बार-बार सैनिकों का शासन नहीं रहा। पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए इंदिरा गांधी के जमाने के भीतर। 90 हजार से ज्यादा सैनिक को सरेंडर करवाया हमारी फौज के सामने। इससे बड़ी बात और क्या होगी। हमें गर्व होना चाहिए हमारे फौज के अंदर इंदिरा गांधी पर इनके शासन में क्या नहीं हुआ।

मोदी जी आप प्रधानमंत्री बन पाए हो तो लोकतंत्र जिंदा रखा है अपनी जान देकर भी। इनकी बहुत खतरनाक मंशा है। आर एस एस की भी और बीजेपी की भी। अगर देश टाइम पर नहीं समला तो आने वाली पीढ़ियां भुगतेगी। चाइना की तरह चुनाव तो होंगे लेकिन नकली चुनाव होंगे। एक पार्टी होगी सिर्फ और वह बीजेपी होगी। आज हम गरीब से गरीब के घर पर जाते हैं. एमएलए बनने, एमपी बनने के लिए, सरपंच बनने के लिए, सब बातें खत्म हो जाएंगे अगर पब्लिक पर मान सम्मान रहेगा। तो यह कांग्रेस का दिया हुआ है। यह जो घमंड चल रहा है देश के अंदर वह बहुत खतरनाक मोड़ ले रहा है।

प्रधानमंत्री ने मौन धारण किया हुआ है

अभी राहुल गांधी ने अडाणी का मुद्दा उठाया। कोई जवाब नहीं दिया। कांग्रेस शासन में लोग क्या कहेंगे उसके पीछे कांग्रेस सरकार ने सोनिया गांधी के वक्त में मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे दिए गए थे। लेकिन मोदी जी के राज में तो इस्तीफे की बात छोड़ो अगर कांग्रेस का एक अध्यक्ष या नेता ने आरोप कोई लगाया हो कि अडानी से क्या रिश्ता है क्या सत्ता पक्ष का यह धर्म नहीं है कि उनको जवाब देना चाहिए कुछ भी जवाब दो वह आपकी मर्जी लेकिन कुछ कहिए तो सही।यह पहला मौका है देश के अंदर प्रधानमंत्री ने अडाणी के नाम पर मौन धारण किया हुआ है।

सरकार बदलते ही काम बंद कर देते हैं है ये लोग

किसानों के लिए कई योजनाएं बनाई है। वो अपनी जमीन पर एग्रो से रिलेटेड बिजनेस करना चाहते हैं तो वह भी शुरू कर सकते हैं। पैसा पूरा सरकार देगी। हमारे महंगाई राहत कैंप 2 महीने के लिए चलेंगे। 2,000 कैंप इन 2 महीने के बाद ही परमानेंट चलते जाएंगे। जब तक हर व्यक्ति अपना रजिस्ट्रेशन इन योजनाओं में नहीं करवा लेता। यह व्यवस्था हमने करवाई है, अगला चुनाव आ रहा है चुनाव में हमने अनुभव किया है कि सरकार बदलते हमारी स्कीम यह बदल देते हैं और नुकसान होता है राजस्थान को। हमने रिफाइनरी शुरू की थी वो बंद कर दी। हजारों नौजवानों को काम मिलता वह इन्होंने बंद कर दिया जब हम सत्ता में वापस आए तब हमने रिफाइनरी फिर से चालू करवाया।

बद्रीनाथ केदारनाथ में जो लोग मर गए थे हमने सब को नौकरी देने की घोषणा की थी। 15-20 लोगों को दे भी दी थी लेकिन सरकार चली गई, नई सरकार आई तो इन्होंने नौकरी देना बंद कर दिया और नौकरी जिनकी लगी थी उन्हें नौकरी से निकाल भी दिया। अब मैंने घोषणा की है कि कोरोना के वक्त अनाथ बच्चे हो गए हैं उन सब की हम नौकरी लगाएंगे। अगर सरकार बदल गई तो फिर उनकी नौकरी कहां लग पाएगी।

गाय की सेवा हम करें और गौ रक्षा की ठेकेदारी ये करें

सीएम ने कहा कि  जो अपने आप को धार्मिक कहते हैं, गाय की सेवा हम करते हैं, गौशाला को अनुदान मैं दे रहा हूं, गौ रक्षा हम कर रहे हैं और तो और 9 महीने का 12 महीने का अनुदान नंदी शालाओं को हम दे रहे हैं, सब कुछ हम कर रहे हैं,ये ठेकेदारी कर रहे हैं। ये सिर्फ वोट लेने के लिए हिंदू मुस्लिम करते हैं, ये वो लोग हैं आप को समझना पड़ेगा आज आप इतनी बड़ी संख्या में जसरासर में उपस्थित हुए हो। यह बहुत बड़ी बात है। जब कोई बॉर्डर पर शहीद होता है तो हम उसकी मूर्ति लगाते हैं। यहां दाना राम चौधरी के  जो भामाशाह हैं, उनकी मूर्ति लगाई है और उनके परिवार को धन्यवाद देता हूं कि एक अवसर दिया है दाना राम विजय से भामाशाह जिनका नाम था, काम था, एक प्रतिष्ठा थी, समाज के अंदर, एक सम्मान था, उनकी प्रतिमा लगना जसरासर में आने वाली पीढ़ी देखेगी की मूर्ति लगी हुई है, पता करेगी कि दानाराम कौन थे। उनके जीवन से प्रेरणा लेगी। 

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