सैनी आरक्षण आंदोलन का 5वां दिन: आरक्षण ना मिलने से आहत युवक ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट भी मिला

सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में 12 प्रतिशत आरक्षण सहित विभिन्न मांगों को लेकर सैनी, माली, शाक्य, मौर्य और कुशवाहा समाज का आंदोलन लगातार 5वें दिन भी जारी है।

image 2 1 | Sach Bedhadak

Saini Reservation Movement : भरतपुर। सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में 12 प्रतिशत आरक्षण सहित विभिन्न मांगों को लेकर सैनी, माली, शाक्य, मौर्य और कुशवाहा समाज का आंदोलन लगातार 5वें दिन भी जारी है। आंदोलनकारी जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज भी डेरा डाले हुए है। इसी बीच आंदोलन स्थल पर एक आंदोलनकारी के आत्महत्या करने की खबर मिल रही है। जानकारी के मुताबिक, आंदोलन स्थल पर पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर एक युवक ने आत्महत्या की है। आंदोलनकारियों का कहना है कि आरक्षण न मिलने से आहत होकर युवक ने खुदकुशी की है। पुलिस को मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है कि ज्योतिबा फुले अमर रहे, 12 प्रतिशत आरक्षण लेकर रहेंगे। हालांकि, पुलिस का मानना है कि पारिवारिक क्लेश के चलते युवक ने फांसी लगाकर जान दी है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

जानकारी के मुताबिक कुछ लोगों ने आज सुबह आंदोलन स्थल के पास ही पेड़ पर एक युवक का शव लटका देखा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए जिला आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मृतक की पहचान मोहन सिंह सैनी के रूप में हुई है। मृतक मोहन सिंह वैर उपखंड के गांव ललिता मूडिया (गंधार) का रहने वाला था। पुलिस के अनुसार पारिवारिक क्लेश के चलते की युवक ने आत्महत्या की है। हालांकि, सैनी समाज के लोगों का मानना है कि आरक्षण नहीं मिलने से आहत होकर युवक ने खुदकुशी की है। वह पिछले 4 दिन से आंदोलन स्थल पर मौजूद था। युवक की मौत की खबर सुनते ही गांव ललिता मूडिया से लोग आंदोलन स्थल पर पहुंच रहे हैं।

ये खबर भी पढ़ें:-तेज गर्मी से मिली राहत, 40 डिग्री के नीचे रहा पारा, कल से एक्टिव होगा नया विक्षोभ

अरोंदा के समीप नेशनल हाईवे पर आंदोलनकारियों का डेरा

आंदोलनकारियों ने जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर अरोंदा के समीप डेरा डाल रखा है और सीएम गहलोत की हाईवे खाली करने की अपील का भी प्रदर्शनकारियों पर कोई असर नजर नहीं आ रहा है। प्रदर्शनकारी अपने नेता मुरारी लाल सैनी की रिहाई की भी मांग कर रहे थे, जिन्हें विरोध प्रदर्शन से पहले हिरासत में लिया गया था। प्रशासन ने सोमवार को मुरारी लाल सैनी सहित हिरासत में लिए गए अन्य लोगों को रिहा कर दिया। जेल से रिहा होने के बाद संघर्ष समिति संयोजक मुरारीलाल सैनी सहित अन्य सदस्यों ने आन्दोलन स्थल पर पहुंच समाज के लोगों से वार्ता करते हुए हाईवे से करीब 500 मीटर दूर खेत में सभा करने व जाम हटाने का सुझाव दिया। लेकिन, हाईवे से जाम हटाने की बात पर सैनी समाज के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। बता दें कि सोमवार को 20 अप्रैल से जेल में बंद सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी समेत 16 लोगों को सोमवार को सेवर जेल से रिहा कर दिया गया।

सीएम गहलोत ने की ये अपील

प्रदर्शनकारियों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपील करते हुए हाईवे पर जाम न लगाने की बात कही है। गहलोत ने कहा कि वह समाज के सभी लोगों से अपील करते हैं कि वह हाईवे जाम को तुरंत खोलें। आरक्षण को लेकर राहुल गांधी ने भी बैंगलोर में मुद्दा उठाया है और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी केन्द्र सरकार को पत्र लिखा है। जिसमें जातिगत जनगणना को शामिल करने की अपील की गई है। गहलोत ने प्रदर्शनकारियों से सब्र रखने की बात कही और मुद्दे को लेकर मंत्री व मुख्यमंत्री से बात करने को कहा। गहलोत ने कहा की हाइवे जाम करना गलत बात है, सबको न्याय मिले यह मेरी जिम्मेदारी है। गहलोत ने कहा कि सरकार तमाम वाजिब मांगों को पूरा करेगी और प्रदेश में कोई भी व्यक्ति परेशान ना हो व सबको न्याय मिले यह मेरी जिम्मेदारी है।

ये खबर भी पढ़ें:-राजस्थान में चुनावी साल में धरने, प्रदर्शन और हड़ताल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *