कौन है किन्नर बबीता बेन? जिसने राम मंदिर निर्माण में दिया 5 लाख 11 हजार का चंदा

Ram Mandir Pran Pratishtha Ayodhya: बाड़मेर में रहने वाली किन्नर बबीता बेन ने अपनी जिंदगी की पूरी कमाई लगाकर शिव मंदिर बनाया और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में उन्होंने 5 लाख 11 हजार रुपए का चंदा दिया।

barmer kinnar babita ben | Sach Bedhadak

Ram Mandir Pran Pratishtha Ayodhya: रामजन्मभूमि अयोध्या में 500 साल की लंबी लड़ाई के बाद 22 जनवरी को ‘राम लला’ की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। पूरा देश इस समय राममयी हो रहा है। 22 जनवरी के दिन को खास बनाने के लिए पूरे देश में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। देश के कौने-कौने से लोग ‘राम लला’ की प्राण प्रतिष्ठा पर अयोध्या पहुंचेंगे। बाड़मेर में रहने वाली किन्नर बबीता बेन को भी 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचने का निमत्रंण मिला है, लेकिन वह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते अयोध्या नहीं पहुंच पाएंगे। लेकिन इस दिन को वह यादगार बनाने में कोई कौर कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं। उन्होंने अभी ये अपने मंदिर को सजाना शुरू कर दिया और प्राण प्रतिष्ठा के पूरे दिन वह कीर्तन करेंगी और लोगों को प्रसाद बाटेंगी।

बबीता के लिए क्यों खास ‘राम लला’ की प्राण प्रतिष्ठा

वैसे तो हर नर नारी को ‘राम लला’ की प्राण प्रतिष्ठा का बेसब्री से इंतजार है। लेकिन बाड़मेर के एक समुदाय को भी इसका बड़ा इंतजार है जो ना नारी और ना ही नर। हम बात कर रहें बाड़मेर में रह रही किन्नर समुदाय की गादीपति बबीता बेन और उनकी सहयोगिनी की। बबीता किन्नर समुदाय के लिए एक मिसाल बनकर सामने आई हैं। उन्होंने सनातन धर्म की परंपराओं को निभाने के लिए अपनी पूरी जिंदगी की कमाई लगा दी है।

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5 लाख 11 हजार रुपए दिए थे दान

बबीता बेन बाड़मेर में किन्नर समुदाय की गादीपति हैं और उन्होंने रामजन्मभूमि न्यास को मंदिर निर्माण के लिए 5 लाख 11 रुपए का दान दिया था। बाड़मेर अपनी आरती बाई और सोनिया बाई के साथ रहने वाली बबीता बेन को अयोध्या आने का निमंत्रण तो मिला है, लेकिन वह अपनी स्वास्थ संबंधी समस्याओं के चलते नहीं जा पाएंगे। लेकिन वह इस दिन को किसी खास त्योहार की तरह मनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। उनके लिए यह दिन 500 साल बाद आया है।

पूरे दिन प्रसाद बाटेंगी बबिता

22 जनवरी को बबिता के घर में भजन कीर्तन चलेगा और वह पूरे दिन प्रसाद बाटेंगी। बबीता बेन का कहना है कि भगवान श्रीराम के साथ-साथ किन्नर समाज ने भी 18 साल का वनवास काटा था। अब जब अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है तो किन्नर समाज में भी बहुत खुशी है। वह कहती हैं कि उन्होंने सोचा नहीं था कि इतना जल्दी राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।

बबिता ने लगा दी पूरी जिंदगी की कमाई

बबीता बेन ने अपनी जिंदगी की कमाई लगाकर शिव मंदिर बनवाया है। मंदिर के निर्माण में 50 लाख रुपए खर्च हुए हैं। मंदिर में भगवान शिव, पार्वती, गणेश और नंदी की भव्य मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। अभी जहां मंदिर बना है वहां बरसों पहले केवल बबूल की झाड़ियों का जंगल हुआ करता था। बबीता बेन ने बाड़मेर में आने पर यह संकल्प लिया था कि जब कभी उनके पास पैसा होगा तो वो मंदिर जरूर बनावाएंगी। उन्होंने अपने इस सपने को साकार कर दिखाया है। बबीता बहन ने लोगों के साथ ना केवल अपना स्नेह बनाए रखा बल्कि अपने सपने को साकार कर दिखाया। उनका अपनापन बेमिसाल है।

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