‘एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग’…विपक्षी जुटान पर PM मोदी का तंज, बताया भ्रष्टाचारियों का सम्मेलन

बेंगलुरु में हो रही विपक्षी दलों की बैठक पर पीएम मोदी ने तीखा हमला बोला है.

sb 1 2023 07 18T121106.085 | Sach Bedhadak

Opposition Meeting: कर्नाटक के बेंगलुरु में 2024 की रणनीति को लेकर विपक्षी दलों की महाजुटान चल रही है जहां रणनीति और तैयारियों पर मंथन किया जा रहा है लेकिन विपक्षी दलों की इस जुटान पर पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को करारा हमला बोला है. पीएम ने इस बैठक को भ्रष्टाचारियों का सम्मेलन करार देते हुए कहा कि जो लोग असीमित भ्रष्टाचार करते हैं वह आजकल बेंगलुरु में जुटे हुए हैं.

दरअसल पीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने विपक्षी एकता पर कहा कि एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग. पीएम ने कहा कि विपक्षी दल आज अपनी दुकान खोलकर हमें रोकना चाह रहे हैं लेकिन इनकी दुकान पर 2 चीजों की गारंटी है जहां इनकी दुकान पर जातिवाद का जहर बेचने के अलावा दूसरा सिर्फ भ्रष्टाचार ही मिलता है.

‘पूरी फ्रेम में दिख रहे हैं भ्रष्टाचारी’

पीएम ने तंज कसते हुए कहा कि आज ये बैठक देखकर मुझे एक गीत याद आ रहा है जहां एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं, अब देखिए इन्होंने कितने चेहरे लगा रखे हैं. पीएम ने कहा कि ये लोग खुद को कैमरे के सामने एक दिखाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन यहां मौजूद पूरी फ्रेम में सभी भ्रष्टाचारी हैं और यह कट्टर भ्रष्टाचारियों का ही सम्मेलन है.

उन्होंने आगे कहा कि आजादी के 75 सालों में हमारा भारत कहीं से कहीं पहुंच सकता था लेकिन भ्रष्टाचारी और परिवारवादी पार्टियों ने सालों से देश के साथ अन्याय किया. इसके बाद पीएम ने एक और अवधी भाषा में लिखी कविता का जिक्र करते हुए कहा कि गाइत कुछ है, हाल कुछ है, लेबल कुछ है और माल कुछ है. उन्होंने कहा कि 24 के लिए 26 होने वाले राजनीतिक दलों पर ये लाइन एकदम फिट बैठती है.

पीएम ने आगे कहा कि सारे भ्रष्टाचारी आज बड़े प्रेम से मिल रहे हैं लेकिन इनकी दुकान में जुटे हुए लोग परिवारवाद के घोर समर्थक हैं और ये लोग इस बात पर यकीन करते हैं कि – ना खाता, ना बही, जो परिवार कहे वो ही सही. पीएम ने कहा कि ये लोग सिर्फ अपने बच्चों के बारे में सोचते हैं और इन्हें देश के गरीबों के बच्चों का विकास से कोई मतलब नहीं है.

संविधान को बनाना चाहते हैं बंधक

वहीं पीएम ने आगे कहा कि ये लोग देश के लोकतंत्र और संविधान को अपना बंधक बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि नफरत है घोटाले हैं, तुष्टीकरण है मन काले हैं, परिवारवाद की आग के दशकों से देश हवाले है. पीएम ने कहा कि लंबे समय तक भारत में विकास का दायरा कुछ बड़े शहरों और कुछ क्षेत्रों तक सीमित ही रहा लेकिन कुछ दलों की स्वार्थ भरी राजनीति के कारण विकास का लाभ देश के दूर-दराज वाले इलाकों तक नहीं पहुंच पाया है.

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