अपना बेस्ट कॉलेज चुनने से पहले की माथा-पच्ची को नहीं करें इग्नोर

जेईई-मेंस का रिजल्ट आने के बाद से ही एग्जाम में सफल रहे छात्रों के सामने अपने लिए बेस्ट कॉलेज चुनने की जद्दोजहद शुरू हो गई…

Do not ignore the headache before choosing your best college

जेईई-मेंस का रिजल्ट आने के बाद से ही एग्जाम में सफल रहे छात्रों के सामने अपने लिए बेस्ट कॉलेज चुनने की जद्दोजहद शुरू हो गई है। जो छात्र जेईई-एडवांस्ड के लिए क्वालिफाइड हैं वो आईआईटी और एनआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए इस परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं लेकिन इसमें सफल नहीं होने के सिनेरियो को ध्यान में रखते हुए उन्हें भी बेस्ट कॉलेज चुनने की एक्सरसाईज करनी पड़ रही है। 

इनके अलावा अन्य छात्र भी इन दिनों बेस्ट कॉलेज पाने के तनाव से गुजर रहे हैं। इनकी मदद के लिए विभिन्न विशेषज्ञों से बात करने के बाद हम लेकर आए हैं कुछ ऐसे टिप्स जो बेस्ट कॉलेज चुनने में छात्रों की मदद कर सकते हैं। अपने लिए कॉलेज शॉर्टलिस्ट करने से पहले इन पहलुओं को ध्यान रखें तो अपने लिए बेस्ट कॉलेज चुन सकते हैं। 

प्लेसमेंट रिकॉर्ड 

छात्रों को अपने शॉर्टलिस्टेड कॉलेजेस का प्लेसमेंट रिकॉर्ड भी चैक करना चाहिए क्योंकि इससे कॉलेज की अप्रोच का पता चलता है। साथ ही वहां हर साल आने वाली कंपनीज के बारे में भी जानकारी जुटानी चाहिए और बेस्ट कंपनीज से जुड़े कॉलेज को प्रायोरिटी देनी चाहिए।  

फैकल्टी, लैब्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर 

ये तीनों किसी भी इंजीनियरिंग कॉलेज की रीढ़ होते हैं। कॉलेज में फैकल्टी का स्तर जांचना बेहद जरूरी है। साथ ही लैब्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में मजबूत कॉलेज को ही प्राथमिकता देनी चाहिए।

स्पेशियलिटी फर्स्ट

छात्राें को सबसे पहले ये तय करना चाहिए कि वे अपनी रुचि और योग्यता के आधार पर इंजीनियरिंग की कौनसी ब्रांच लेना चाहते हैं। इसके बाद अपनी पसदं की ब्रांच में स्पेशियलिटी रखने वाले कॉलेजेस को शॉर्टलिस्ट कर आगे बढ़ें।

रैंकिंग और अवॉड्र्स कई प्रतिष्ठित संस्थान 

हर साल कॉलेजों पर व्यापक सर्वेक्षण करते हैं और छात्रों को प्रदान की जाने वाली शिक्षा और प्रशिक्षण की गुणवत्ता के आधार पर उन्हें रैंक देते हैं। आप जिस कॉलेज को शॉर्टलिस्ट करते हैं, उसकी रैंकिंग के साथ-साथ उसे विभिन्न क्षेत्रों में मिले अवॉड‌्र्स को भी चैक करें। अवॉड‌्र्ससे कॉलेज की स्पेशियलिटी भी पता चलती है।

जरूरी है कैंपस विजिट 

पूरी डिग्री एजूकेशन के दौरान कॉलेज का परिसर स्टूडेंट्स का असली घर होता है। कॉलेज में हॉस्टल, कैंटीन, सेफ्टी, लैब्स या दूसरी सुविधाओं को एडमिशन लेने से पहले ही अच्छी तरह देख लेना चाहिए जिससे बाद में कोई दिक्कत न हो। इंटरनेशनल टाई-अप्स किसी भी कॉलेज के इंटरनेशनल टाई-अप्स उसकी क्वालिटी बताने के लिए काफी हैं क्योंकि इससे छात्रों को बेहतरीन एक्सपोजर और इंटीग्रेटेड डवलपमेंट के अवसर मिलते हैं।

एफिलिएशन 

जिन कॉलेजेज को आपने शॉर्टलिस्ट किया है उनके शीर्षनियामक निकायों से एफिलिएशन की जांच करें। शीर्षनिकायों से एफिलिएट कॉलेजेस को एक विशेष लेवल बनाकर रखना होता है जिसका फायदा छात्रों को मिलता है। UGC, NAAC और NBA से एफीलिएट कॉलेजेस से पास आउट छात्रों के पास बेहतर नौकरी के अवसर होते हैं। 

रिसर्च अपॉर्च्युनिटीज

बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेज में अपनी छात्रों के लिए रिसर्च की फेसिलिटीज होती हैं जिससे छात्र अपने नॉलेज को विस्तार दे पाएं। इसलिए किसी भी कॉलेज को प्रवेश के लिए फाइनल करने से पहले वहां मौजूद रिसर्च फेसिलिटीज को ध्यान में रखना जरूरी है। 

(Also Read- PGCIL में ट्रेनी के पदों पर निकली वैकेंसी, 30 मई से पहले करें आवेदन)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *