मिमिक्री विवाद व सांसदों के निलंबन पर ‘संग्राम’, विपक्ष ने निकाला पैदल मार्च…कल भी करेंगे विरोध-प्रदर्शन

मिमिक्री विवाद और सांसदों के निलंबन को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है। इन दोनों ही मामलों को लेकर संसद के भीतर और बाहर सियासी संग्राम देखने को मिल रहा है।

MPs suspension issue | Sach Bedhadak

नई दिल्ली। मिमिक्री विवाद और सांसदों के निलंबन को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है। इन दोनों ही मामलों को लेकर संसद के भीतर और बाहर सियासी संग्राम देखने को मिल रहा है। एक ओर संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री के मामले पर बीजेपी देशभर में विरोध-प्रदर्शन कर रही है। वहीं, दूसरी ओर सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी सांसदों ने आज पुरानी संसद से विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला। इसके अलावा कांग्रेस ने 22 दिसंबर को देशभर में विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है।

देशभर में बीजेपी ने किया विरोध-प्रदर्शन

तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा की गई उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री के विरोध में आज देशभर में बीजेपी नेताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया। बीजेपी ने विपक्ष पर किसान और जाट विरोधी होने का आरोप लगाया है। साथ ही राहुल गांधी और ममता बनर्जी का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा बीजेपी कार्यकर्ता अलग-अलग शहरों में विपक्ष के नेताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी में है।

विपक्षी सांसदों ने निकाला पैदल मार्च

इधर, संसद से विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ तमाम विपक्षी सांसदों ने पुराने संसद भवन से लेकर विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित विपक्ष के कई सांसद मौजूद हैं। वहीं, सांसदों के निलंबन के खिलाफ इंडिया गठबंधन के नेताओं ने 22 दिसंबर को सुबह 11 बजे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने का फैसला किया है। प्रदर्शनकारियों को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी संबोधित करेंगे। खरगे ने इंडिया गठबंधन के सभी सांसदों से इस विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया है।

खरगे का आरोप- सदन नहीं चलाना चाहती है सरकार

पैदल मार्च के दौरान खरगे ने कहा कि सांसदों का निलंबन निंदनीय है। सरकार खुद सदन नहीं चलाना चाहती है। सरकार बताए कि संसद की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई है। लोकसभा के स्पीकर और राज्यसभा के चेयरमैन अगर हमें अनुमति दें, तो हम कुछ फैक्ट रखने के लिए तैयार हैं। सत्ता पक्ष के लोग जानबूझकर सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रहे हैं। हम बस चर्चा की मांग कर रहे हैं, हमें सुनने के बजाय हंगामा किया जा रहा है। यह पहली बार हुआ है राज्यसभा 145 सांसदों के साथ संसदीय कार्यमंत्री खड़े होकर भाषण देते हैं, वे नारेबाजी करते हैं। राज्यसभा अध्यक्ष ने सदन में ऐसे भाषण की अनुमति क्यों दी? यह गलत है। यही हमारे विरोध का मकसद है और शुक्रवार को जंतर-मंतर पर भी प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा देशभर में विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा।