पहली बार एक साथ पांच लोगों को दिया जा रहा सर्वोच्च सम्मान

भारत सरकार ने एक साल में पांच लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा की। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव, हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन, दिग्गज भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर शामिल हैं।

PM Modi Bharat Ratna | Sach Bedhadak

नई दिल्ली। भारत सरकार ने शुक्रवार को तीन लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा की। इसमें दो पूर्व प्रधानमंत्रियों चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव और भारत के हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन के नाम शामिल हैं। इससे पहले दिग्गज भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने का ऐलान हो चुका है। यह पहली बार है जब एक ही साल में पांच लोगों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का निर्णय लिया गया है।

1954 से हुआ शुरू… सर्वोत्तम कार्य के लिए

दरअसल, भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो साल 1954 में शुरू किया गया था। किसी भी क्षेत्र में किए गए सर्वोत्तम कार्य के सम्मान के लिए भारत रत्न दिया जाता है। भारत रत्न के लिए सिफारिश प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को की जाती है। साल 2024 से पहले तक कु ल 48 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका था। इस बार पांच लोगों का नाम है, जबकि इससे पहले 1999 में सर्वाधिक चार हस्तियों जयप्रकाश नारायण (मरणोपरांत), प्रोफेसर अमर्त्यसेन, गोपीनाथ बोरदोलोई (मरणोपरांत) और पंडित रवि शंकर को मिला था।

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एक साल में अधिकतम कितनों को यह सम्मान

गृह मंत्रालय उल्लेख करता है कि वार्क षि पुरस्कारों की संख्या एक वर्षविशषे में अधिकतम तीन तक सीमित है। इस पुरस्कार के प्रदान किए जाने के समय प्राप्तकर्ता को राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाणपत्र) और एक प्रतीक चिह्न दिया जाता है। इस पुरस्कार में कोई मौद्रिक अनुदान नहीं दिया जाता। अलबत्ता, सविु धाएं और सम्मान अवश्य मिलता है। सविं धान के अनुच्छेद 18(1) के अनुसार इस पुरस्कार को प्राप्तकर्ता के नाम के आगे या पीछे उल्लिखित नहीं किया जा सकता जैसे- भारत रत्न … (नाम)। वैसे, विजिटिंग कार्ड या बायोग्राफी में प्राप्तकर्ता ‘राष्ट्रपति द्वारा भारत रत्न से सम्मानित’ या ‘भारत-रत्न प्राप्तकर्ता’ लिख सकते हैं।

सम्मानित होने वालों को क्या मिलती हैं सुविधाएं

वैसे तो इसके लिए कोई लिखित निर्देश नहीं हैं। अलबत्ता, भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति जिस भी राज्य में जाता है, वहां की सरकार उनका स्वागत राज्य के अतिथि के रूप में करती है। उन्हेंपरिवहन, बोर्डिंग और राज्य में ठहरने की सुविधा दी जाती है। नियम के आधार पर विस्तारित सुरक्षा भी दी जाती है। इसके अलावा, उन्हें अहम सरकारी कार्यक्रमों में शामिल होने के न्योता भी मिलता है। वे संसद की बैठकों में भी शामिल हो सकते हैं।

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