गुजरात में बोले अशोक गहलोत, आदिवासियों के खाते में जाएगी कांग्रेस की जीत, 27 साल के कुशासन को करेंगे खत्म

आज से अशोक गहलोत गुजरात के 4 दिवसीय दौरे पर हैं। आज वे गुजरात के गरबड़ा में पहुंचे। अशोक गहलोत के साथ गुजरात AICC इंचार्ज…

गुजरात में बोले अशोक गहलोत, आदिवासियों के खाते में जाएगी कांग्रेस की जीत, 27 साल के कुशासन को करेंगे खत्म

आज से अशोक गहलोत गुजरात के 4 दिवसीय दौरे पर हैं। आज वे गुजरात के गरबड़ा में पहुंचे। अशोक गहलोत के साथ गुजरात AICC इंचार्ज रघु शर्मा, CLP लीडर सुखराम राठवा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री नारायण राठवा, महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री शिवाजीराम मोंगे, कैबिनेट मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय उपस्थित रहे। अशोक गहलोत ने गरबड़ा में आदिवासियों को संबोधित किया। अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा जनता का ध्यान रखा है। गड़बड़ा में जनसभा को संबोधित करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए। देश को एक रखा और शहीद हो गईं। अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी ने हमेशा गुजरात को ध्यान में रखा है। जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं का इस राज्य के विकास में योगदान है। कांग्रेस की वजह से ही पिछले 76 साल में देश में लोकतंत्र कायम है।

खोखला है गुजरात मॉडल

अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न जाने किस गुजरात मॉडल की बात करते हैं। गुजरात मॉडल की नींव ही कांग्रेस ने रखी थी फिर वह किस मॉडल की बात करते हैं। यह मॉडल उनका खोखला है। अशोक गहलोत ने कहा कि आज के आधुनिक भारत में जो भी सुविधाएं मिल रही है। वह कांग्रेस के संघर्ष से मिला है। मिशन गुजरात के तहत गड़बड़ा में अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान के अंदर हमने कई बदलाव किए हैं। आज राजस्थान की स्वास्थ्य सुविधाओं का डंका पूरे देश में बज रहा है। पूरे देश ने देखा कि प्रधानमंत्री के गुजरात में कोरोना काल में लोगों का क्या हाल हुआ है। पूरे देश में इसकी आलोचना हो रही है।

अशोक गहलोत ने कहा कि पिछली बार के चुनाव में भी राहुल गांधी ने गुजरात के कई दौरे किए। मैं भी उनके साथ था उस दौर में। यहां की दीपावली में मैं भी यहां था। मुझे यह भी पता है कि गुजरात की जनता ने कांग्रेस को जिताने की पूरी कोशिश की थी। लेकिन हमने पिछली बार के मुकाबले काफी अच्छा प्रदर्शन किया। यहां तक कि भाजपा सौ का आंकड़ा तक नहीं कर पाई, 99 पर ही अटक गई। उनके 5 साल के कार्यकाल को गुजरात की जनता ने देखा नहीं बल्कि झेला है।

चुनावी माहौल में मानगढ़ आ रहे हैं प्रधानमंत्री

अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कैंपेन चलाया है 90 हजार करोड़ का बजट दिया है युवाओं के रोजगार के लिए। लेकिन अभी तक इस पर कोई काम नहीं हुआ है। आप जानते हैं कि गुजरात में चुनाव आने ही वाले हैं फिर भी यहां पर आचार संहिता नहीं लगाई गई। इसका सीधा-सीधा तो यही मतलब है कि सरकार अपना इस चुनाव में भी फायदा देख रही है। अशोक गहलोत ने कहा कि चुनावी दौरे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान आ रहे हैं मानगढ़ के लिए। हमारी मानगढ़ को लेकर बहुत पुरानी मांग है कि इसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए। क्योंकि मानगढ़ धाम आदिवासियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

अंग्रेजों के जमाने में आदिवासियों ने खुद को आजाद करने के लिए अपना बलिदान दे दिया। जिसका वह मानगढ़ धाम प्रतीक है। इसीलिए हम उसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग उठा रहे हैं और यह मांग बेहद पुरानी है। मानगढ़ में आदिवासियों के त्याग और बलिदान की पूरी गाथा लिखी गई है। मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के लिए मैंने कई पत्र प्रधानमंत्री जी को लिखे हैं। अशोक गहलोत ने कहा कि यदि आदिवासी समाज ठान ले तो 27 साल के शासन को अभी कुचला जा सकता है।

आदिवासियों के स्वागत को बताया अकल्पनीय

अशोक गहलोत में गुजराती आदिवासियों को धन्यवाद देते हुए उनके उपहार के लिए भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मेरे स्वागत के लिए इन्होंने मुझे जुमड़ी पहनाई। (जुमड़ी एक तरह की जैकेट होती है) और इसमें चांदी की सागड़ी भी लगाई गई है और वह भी एक नहीं तीन-तीन। अशोक गहलोत ने कहा कि आप लोगों ने मुझे दोनों हाथों में बुरिया ( एक तरह का चांदी का कड़ा) पहनाई है। आप लोगों ने आज मेरा ऐसा स्वागत किया है कि इतनी सारी चीजें देकर आपने मेरा ह्रदय जीत लिया है। मैं देख रहा था कि एक के बाद एक लोग आते जा रहे हैं और मुझे उपहारों से लादते जा रहे हैं। इसके लिए आप सभी का मैं बहुत-बहुत आभारी हूं।

आदिवासियों के खाते में दर्ज होगी कांग्रेस की जीत

अशोक गहलोत ने कहा कि मैं वादा करता हूं कि अगर आप आदिवासियों ने कांग्रेस को जिताया, तो यह जीत आपके खाते में जाएगी और पूरा देश यह कहेगा कि कम से कम आदिवासियों ने गुजरात में सरकार बदलने की शुरुआत कर दी है। इस बार 27 साल के बाद आदिवासियों ने कुशासन को कुचल दिया है। आदिवासियों को नहीं मिले हैं उनके अधिकार उन्होंने कहा कि आदिवासियों के परिवारों को भी आज की सुख सुविधाएं मिलनी चाहिए। उन्हें सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए। बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए। जातीय सद्भाव के लिए राहुल गांधी भारत जोड़ो जैसे पद यात्रा निकाल रहे हैं।

राहुल गांधी जैसे नौजवान देश के लिए समर्पित है, संकल्पित हैं। अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी किसी भी पद के भूखे नहीं है। वह सिर्फ देश सेवा को समर्पित हैं। यही कारण है कि उन्होंने पार्टी में रहते हुए भी किसी भी पद की लालसा नहीं रखी। राहुल गांधी का विश्वास संविधान के अंदर है लोकतंत्र के अंदर है। कांग्रेस पार्टी यही चाहती है कि आदिवासियों को भी समानता का अधिकार मिले। उन्होंने कहा कि आपके सामने यह मौका है कि महंगाई के इस दौर में आपके जीवन को मुश्किलों में डालने वाली इस सरकार को उखाड़ फेंके और कांग्रेस को मौका दें। क्योंकि अगर आप सरकार बदलते हैं तो दिल्ली में बैठी सरकार का माथा ठनकेगा।

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