जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने खींची फोटो, अंतरिक्ष में दुर्लभ गैलेक्सी की खोज

नासा के वैज्ञानिकों ने जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप के जरिए गहरे अंतरिक्ष में एक ‘राक्षस’ देखा है। दुनिया की सबसे शक्तिशाली दूरबीन से मिली तस्वीर में धूल भरी आकाशगंगा दिखाई देती है, जिसमें हर साल सैकड़ों सितारों का जन्म हो रहा है। इसमें दिखने वाली लाल बूंद ने टेक्सास यूनिवर्सिटी के खगोलविदों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है।

वेब स्पेस टेलिस्कोप ने खींची फोटो | Sach Bedhadak

वॉशिंगटन। नासा के वैज्ञानिकों ने जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप के जरिए गहरे अंतरिक्ष में एक ‘राक्षस’ देखा है। दुनिया की सबसे शक्तिशाली दूरबीन से मिली तस्वीर में धूल भरी आकाशगंगा दिखाई देती है, जिसमें हर साल सैकड़ों सितारों का जन्म हो रहा है। इसमें दिखने वाली लाल बूंद ने टेक्सास यूनिवर्सिटी के खगोलविदों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। वैज्ञानिकों ने दूरबीन के डेटा का विश्लेषण किया। वैज्ञानिकों ने इस गैलेक्सी को AZTECC71 नाम दिया है। वैज्ञानिकों ने पाया कि यह आकाशगंगा बिग बैंग के करीब 9 करोड़ साल के बाद अस्तित्व में आई।

एक कलाकार ने जब इसकी तस्वीर बनाई तो देखने में यह एक भूतिया वस्तुलगती है जिसकी दो आंखें और एक खुला मुंह है। देखने में ऐसा लगता है, जैसे यह चीख रहा है। इस खोज से वैज्ञानिकों को शुरुआती ब्रह्मांड को समझने में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है। वैज्ञानिकों ने सोचा था कि सितारों की नर्सरी दुर्लभ होती है, लेकिन आकाशगंगा ने संकेत दिया है कि यह वास्तव में 3 से 10 गुना ज्यादा प्रचलित है।

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राक्षस जैसी है आकाशगंगा

ऑस्टिन में टेक्सास यूनिवर्सिटी में पोस्टडॉक्टरल शोधकर्ता जेड मैककिनी ने कहा कि यह तारामंडल वास्तव में एक राक्षस जैसा है। इसमें छोटी-छोटी बूंदों की तरह दिखने वाले सैकड़ों नए सितारों का जन्म हो रहा है। उन्होंने कहा कि ‘हमारी नवीनतम दूरबीन में भी यह चीज बेहद मुश्किल से दिखाई देती है, जो मेरे लिए बेहद रोमांचक है। यह संभावित रूप से हमें बता रहा है कि आकाशगंगाओं की एक पूरी आबादी हमसे छिपी है।

10 लाख आकाशगंगा की होगी पहचान

मैककिनी और उनकी टीम दस लाख आकाशगंगाओं की पहचान करने के लक्ष्य के साथ द कॉसमॉस-वेब पहल के लिए ब्रह्मांड का चार्ट बनाने के लिए नासा के डेटा का इस्तेमाल कर रही है। AZTECC71 की चमकती बूंदों को सबसे पहले जमीन की एक दूरबीन की ओर से खोजा गया था। लेकिन हबल स्पेस टेलीस्कोप की खींची फोटो में यह पूरी तरह से गायब थी। हालांकि जेम्स वेब टेलीस्कोप इन्फ्रारेड प्रकाश को पकड़ सकता है। ऐसे में उसने इससे जुड़ी चुनौतियों पर काबू पा लिया।

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