एक विशेष स्टडी, युवा दिखना है तो डाइट में करें बदलाव

लो-कार्ब डाइट से लेकर इंटरमिटेंट फास्टिंग तक, आजकल लोग कई तरह के व्रत कर रहे हैं ताकि शरीर यंग बना रहे। वैसे तो ये काफी पहले समझा जा चुका कि खाना कम करना सेहत पर कई पॉजिटिव असर डालता है।

feeling of hunger | Sach Bedhadak

वाशिंगटन। लो-कार्ब डाइट से लेकर इंटरमिटेंट फास्टिंग तक, आजकल लोग कई तरह के व्रत कर रहे हैं ताकि शरीर यंग बना रहे। वैसे तो ये काफी पहले समझा जा चुका कि खाना कम करना सेहत पर कई पॉजिटिव असर डालता है। अब जाकर शरीर पर इसके डायरेक्ट फायदों को गिना रहे हैं। एक शोध में सिर्फ भूख से कम खाने की वजह से मक्खियों की उम्र बढ़ गई। एंटी-एजिंग प्रयोग करते हुए मिशिगन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने घरेलू मक्खियों शोध कर देखा कि सिर्फ कैलोरी कम करने पर जो भूख का अहसास पैदा होता है, वो ब्रेन पर ऐसा असर डालता है, जिससे चुस्ती कई गुना बढ़ जाती है।

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लोग खुद चुनते हैं हेल्दी फूड

वैज्ञानिकों ने पाया कि जो मक्खियां कम बीसीएए वाला स्नैक लेती हैं, वे बाद में विकल्प मिलने पर हमेशा शक्कर और चावल जैसी चीजें छोड़कर वो खाना चुनती हैं, जो प्रोटीन से भरपूर हो। ये नीड-बेस्ड हंगर का उदाहरण है, यानी लोग भूख से बेहाल होने पर अनापशनाप खाने की बजाय वही चुनते हैं, जो उनके शरीर की जरूरत पूरी कर सके। सबसे अच्छी बात ये है कि ये बिना दबाव अपने आप होने वाला चुनाव है। इससे उम्र बढ़ने का प्रोसेस धीमा पड़ जाता है और शरीर के साथ ब्रेन में भी युवाओ वाले लक्षण बढ़ते हैं।

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मक्खियों में जगाया भूख का अहसास मक्खियों में भूख का अहसास

जगाने के लिए साइंटिस्ट्स ने दो तरीके अपनाए। एक तरीके के तहत उनके खाने में ब्रांच्ड चेन अमीनो एसिड (बीसीएए) नाम के तत्व को कम कर दिया। इससे पेट भरा होने का अहसास भी होता है। बीसीएए की कमी वाले नाश्ते के बाद वैज्ञानिकों ने लंच के समय उनके सामने दो विकल्प रखे, ज्यादा प्रोटीन या ज्यादा कार्ब्स वाला भोजन। तब भूख से परेशान मक्खियों ने अपने-आप ही ज्यादा प्रोटीन वाली डाइट चुनी।

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