Moon Mission : चंद्रयान की होडाहोड चीन बना रहा रोवर, चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतारने की प्लानिंग

चीन भारत के मून मिशन को देख अपना नया रोवर बना चांद के दक्षिणी ध्रुव पर जल्द ही लैंड करने की तैयारी कर रहा है।

Chang'e-7 mission

Moon Mission : बीजिंग। चीन भारत के मून मिशन को देख अपना नया रोवर बना चांद के दक्षिणी ध्रुव पर जल्द ही लैंड करने की तैयारी कर रहा है। दरअसल, चीन को तकलीफ यह है कि भारत इस मर्तबा मिशन की सफलता से चांद के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन जाएगा। वैसे, चांद को लेकर दुनिया की तमाम स्पेस एजेंसियां मिशन चला रही है। चीन भी इनमें से है, जो एक नया रोवर बना रहा है। 

साल 2026 में चांग’ई-7 मिशन के जरिए चीन ऐसा करना चाहता है। इस मिशन में एक ऑर्बिटर, लैंडर, रोवर और एक छोटा उड़ने वाला डिटेक्टर शामिल होगा, जो पानी के रूप में बर्फ के सबूत की तलाश में छायादार क्रेटरो में जा सकता है। इसके अलावा इस मिशन में एक कम्युनिकेशन रिले सैटेलाइट भी होगा। चांग’ई 7 के उप मुख्य डिजाइनर तांग युहुआ ने कहा कि रोवर, ‘चांग’ई 4 की तुलना में थोड़ा बड़ा होगा।’ 

विभिन्न उपकरण ले जाएगा रोवर 

तांग ने आगे कहा, ‘चांग’ई 7 का रोवर विभिन्न उपकरणों को ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है और इसकी संरचना लगभग समान है। यह अधिक समझदार है। मूल रोवर में पृथ्वी से ज्यादा हस्तक्षेप होता था, लेकिन यह अपना रास्ता खुद बनाएगा।’ युतु-2 रोवर की तरह इसमें एक पैनोरमिक कै मरा और एक ग्राउंड पेनिट्रेडिंग रडार लगा होगा। चांग’ई 7 मिशन के तहत चीन यूएई का एक छोटा रोवर चांद पर अपने साथ ले जाएगा।

चांग’ई 8 मिशन 2028 में 

चांग’ई 7 से पहले चीन चांग’ई 6 मिशन लॉन्च करेगा, जो 2024 के अंत में चंद्रमा के दूर के हिस्से से दक्षिणी ध्रुव-एटके न बेसिन के भीतर नमूने एकत्र करके धरती पर वापस लाएगा। चीन चांग’ई 8 मिशन 2028 में लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इस मिशन का उद्देश्य स्थानीय संसाधनों के जरिए 3डी प्रिटिगं टेक्नोलॉजी का परीक्षण करना है। इस मिशन के जरिए चीन यहां एक बेस बनाना चाहता है। हालांकि यह स्टेशन रोबोटिक होगा। 

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