मुनेश गुर्जर के भाजपा में जाने की अटकलें तेज…क्या पाला बदलेंगी हेरिटेज की महापौर?  

हेरिटेज नगर निगम में मुनेश गुर्जर ने महापौर की कुर्सी तीसरी बार संभाल ली है। उनके पदभार समारोह में भाजपा पार्षदों की उपस्थिति ने नई चर्चा शुरू कर दी है।

Munesh Gurjar

Munesh Gurjar : जयपुर। हेरिटेज नगर निगम में मुनेश गुर्जर ने महापौर की कुर्सी तीसरी बार संभाल ली है। उनके पदभार समारोह में भाजपा पार्षदों की उपस्थिति ने नई चर्चा शुरू कर दी है। दरअसल पदभार ग्रहण कार्यक्रम में कांग्रेस के गिने-चुने पार्षद ही शामिल हुए, जबकि भाजपा की ओर से 10 के करीब पार्षद आए। 

आए हुए पार्षदों का कहना है कि उन्हें महापौर की ओर से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए फोन आया था। वहीं, महापौर ने भी भाजपा पार्षदों के प्रति सोफ्ट कॉर्नर दिखाया है, इससे उनके भाजपा में जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। इन अटकलों के बीच मुनेश गुर्जर ने इन्हें कोरी अफवाह बताते हुए कहा कि ये तो आने वाला समय बताएगा। 

आसान नहीं होगी महापौर की राह 

हालांकि, कु छ पार्षदों का कहना है कि भाजपा में महापौर का जाना आसान नहीं है। क्योंकि, भाजपा के पार्षद लगातार महापौर को घेरते रहे हैं। समय पर बोर्ड बैठक न कराने और भाजपा पार्षदों के वार्डों में विकास कार्यों के सौतेले व्यवहार को लेकर कई बार महापौर को घेरा भी है। वहीं, वे पार्षद जो भाजपा से महापौर पद के दावेदार हैं, वे मुनेश गुर्जर को कै से स्वीकार करेंगे?

भाजपा में आने पर आगे की राह होगी आसान 

दरअसल महापौर और उनके पति पर अभी भी एसीबी ने मामला बना रखा है। ऐसे में मुनेश गुर्जर चाहेंगी कि वे सत्ताधारी पार्टी के साथ जाकर अपने को सुरक्षित करें। वहीं, महापौर के कार्यक्रम में कांग्स के चु रे निंदा पार्षद ही दिखे। करीब 36 पार्षदों ने अब तक दूरी बनाए रखी है। वहीं, तीन वर्ष के कार्यकाल में महापौर ने पहली बार भाजपा पार्षदों को भी न्योता दिया। कुछ बधाई देने भी पहुंचे। विधानसभा चुनाव के बाद सिविल लाइन्स और हवामहल से भाजपा के विधायक हैं। वे खुद सिविल लाइन्स विधानसभा क्षेत्र से आती हैं। ऐसे में आगे निगम संचालन के लिए उन्हेंविधायकों की आवश्यकता पड़ेगी।

पूर्व मंत्री से अनबन के चलते दूर रहीं प्रचार से

राज्य में भाजपा की सरकार बनने के साथ-साथ हवामहल और सिविल लाइन्स विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की जीत हुई। महापौर मुनेश और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बीच सियासी अनबन किसी से छिपी नहीं है। यही वजह रही कि मुनेश गुर्जर और उनके पति सुशील गुर्जर ने भाजपा के पक्ष में प्रचार किया। वहीं, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह ने भी इशारों में अपनी हार का ठीकरा मुनेश पर फोड़ दिया है।

 विकास को देंगे गति 

महापौर मुनेश गुर्जर का कहना है कि मेरे भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों से अच्छे संबंध है। हमारा मुख्य उद्देश्य निगम क्षेत्र का विकास करना है। पार्टी बदलने की बात अफवाह मात्र है। भाजपा पार्षद महेश कलवानी ने कहा कि महापौर का फोन आया था। तीन वर्ष में पहली बार फोन किया। महापौर तो काम करना चाहती हैं, लेकिन उनके विधायक काम नहीं करने दे रहे थे। अब दो विधायक कम हुए हैं तो उनको उम्मीद दिख रही है। यदि वे हेरिटेज निगम सीमा क्षेत्र में विकास कराना चाहती हैं, तो हम उनके साथ हैं। 

अभी ये है सदन की स्थिति 

कांग्रेस – 47 निर्दलीय साथ – 09 कुल – 56 

भाजपा – 42 निर्दलीय साथ-02 कुल-44 

कांग्रेस के नीरज अग्रवाल चुनावों के बीच भाजपा का दामन थाम चुके हैं।

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