भरतपुर और पाली में आवारा कुत्तों का आतंक, 2 बच्चों पर पागल कुत्ते ने किया हमला, ग्रामीणों ने घेरकर मारा

भरतपुर/पाली। राजस्थान में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब भरतपुर और पाली में आवारा कुत्तों ने कहर बरपाया। भरतपुर…

Street Dog Attack Bharatpur and pali | Sach Bedhadak

भरतपुर/पाली। राजस्थान में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब भरतपुर और पाली में आवारा कुत्तों ने कहर बरपाया। भरतपुर के कामां में घर के बाहर खेल रहे दो बच्चों को कुत्ते ने नोच लिया। इसमें एक बच्चा गंभीर घायल हो गया। जख्मी बच्चे को जयपुर रेफर कर दिया गया है। यह मामला शनिवार दोपहर 12 बजे का है।

पागल कुत्ते ने घर में घुसकर किया हमला

बच्चों के चाचा तालीम ने बताया कि वो डीग जिले के कामां थाना इलाके के गांव अकाता के रहने वाले हैं। घटना शनिवार करीब दोपहर 12 बजे की है। घर के बाहर साफिया (2) और साहबान (करीब डेढ़ साल) खेल रहे थे। तभी पागल कुत्ता अचानक घर में घुस आया और दोनों बच्चों पर हमला कर दिया। कुत्ते ने सफिया के गर्दन पर हमला किया और इसके बाद साहबान को भी गाल और नाक पर नोच लिया। बच्चों की रोने की आवाज सुनकर हम भागे तो देखा कुत्ता उनपर झपट रहा था। हमने शोर मचाकर कुत्ते को भगाया और बच्चों को संभाला।

एक गंभीर घायल बच्चे को जयपुर किया रेफर

परिजन दोनों बच्चों को लेकर तुरंत कामां अस्पताल पहुंचे। जहां से साहबान को भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में रेफर किया गया। वहां से जयपुर रेफर किया गया है। वहीं सफिया की गर्दन पर 4 टांके आए हैं। उसे रेबीज का इंजेक्शन लगाकर घर भेज दिया। बाकी परिजन साहबान के साथ जयपुर गए हैं।

ग्रामीणों ने पागल कुत्ते को मारा

हादसे के बाद ग्रामीणों ने पागल कुत्ते को ढूंढ़कर मार डाला। परिजनों ने बताया कि 2 दिनों ने गांव में एक पागल कुत्ता घूम रहा था। इससे सभी गांव वाले परेशान थे। पागल कुत्ते ने गांव में बकरी और भैंस पर भी हमला किया था। इसके बाद ग्रामीणों ने पागल कुत्ते को घेरकर मार डाला।

पाली में 40 मीटर तक घसीटता रहा कुत्ता

वहीं दूसरी घटना पाली की है। यहां 22 फरवरी की शाम को जंगल में लकड़ियां इकट्ठी करने गए मां-बाप से 10 मीटर दूर खेल रहे मासूम पर घात लगाकर बैठे कुत्ते ने हमला कर दिया। कुत्ता बच्चे को पैर और जांघों से पकड़कर 40 मीटर तक जंगल में घसीटता ले गया। यह घटना पाली जिले के कोसेलाव गांव के पास के जंगल की है। 2 दिन चले इलाज के बाद बच्चे को शनिवार पाली के बांगड़ हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है।