निलंबित ASP दिव्या मित्तल की बढ़ी मुश्किलें, जेल से निकलते ही फिर गिरफ्तार, अब SOG करेगी पूछताछ

जिले के बहुचर्चित दो करोड़ रुपए की रिश्वत राशि मांगने के मामले में जेल भेजी गई निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है।

Divya Mittal | Sach Bedhadak

अजमेर। जिले के बहुचर्चित दो करोड़ रुपए की रिश्वत राशि मांगने के मामले में जेल भेजी गई निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। अब एनडीपीएस मामले में एसओजी ने दिव्या मित्तल को गिरफ्तार है। डीजीपी उमेश मिश्रा ने दिव्या मित्तल की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।

जोधपुर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को ही दिव्या मित्तल की जमानत याचिका मंजूर की थी। लेकिन, अजमेर की सिविल लाइंस थाना पुलिस ने शनिवार को जेल से बाहर आते ही निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को हिरासत में ले लिया। इसके बाद दिव्या मित्तल को सिविल लाइंस पुलिस थाना लाया गया। जहां पर एएसपी कमल सिंह तंवर NDPS मामले में दिव्या मित्तल से पूछताछ कर रहे है। आरोप है कि दिव्या मित्तल ने अजमेर एसओजी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर रहते हुए घूस ली थी। इस मामले में अब एसओजी की टीम पूछताछ में जुटी हुई है।

जोधपुर हाईकोर्ट ने कल दी थी जमानत

जोधपुर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को ही दिव्या मित्तल की जमानत याचिका मंजूर की थी। मित्तल की जमानत याचिका जस्टिस सी के सोनगरा की बैंच में लगाई गई थी। जिस पर मित्तल के वकील पंकज गुप्ता और राहुल अग्रवाल ने याचिका पर अपनी दलीलें पेश की। जिसे सुनकर जस्टिस सोनगरा सहमत हुए और उन्होंने दिव्या मित्तल को जमानत पर रिहा करने के आदेश जारी किए थे। पूर्व में चार्जशीट पेश होने के बाद 22 मार्च को जस्टिस नरेन्द्र सिंह ढ़ड्डा की बैंच में जमानत याचिका लगाई गई थी लेकिन हड़ताल के कारण देरी से पेश की गई थी।

नहीं मिली है अभियोजन स्वीकृति

जिस पर न्यायाधीश ने जांच गठित करवा दी है साथ ही इस जमानत याचिका पर सुनवाई नहीं करने के लिए भी मुख्य न्यायाधीश को लिख दिया और अन्य बैंच से इसकी सुनवाई करवाने की मांग की। जिसके बाद जस्टिस सी के सोनगरा की बैंच ने इसकी सुनवाई की। अब तक दिव्या मित्तल की अभियोजन स्वीकृति सरकार से नहीं मिली है, लेकिन 60 दिन पूरे होने के चलते एसीबी ने चार्जशीट पेश कर दी है। अब भी एसीबी को अभियोजन स्वीकृति का इंतजार है।

ये था पूरा मामला

गौरतलब है कि अजमेर एसओजी के एएसपी पद पर रहते दिव्या मित्तल पर दवा कम्पनी के मालिक से दो करोड़ रुपए की रिश्वत राशि मांगने का आरोप था। इस संबंध में एसीबी ने दवा कम्पनी के मालिक की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर मित्तल को गिरफ्तार किया था साथ ही उसकी सभी सम्पत्तियों को भी खंगाला था। दिव्या मित्तल को एसीबी ने रिमांड के बाद 20 जनवरी को पेश किया था जहां से उसे जेल भेजा गया था। तब से दिव्या मित्तल अजमेर के सेंट्रल जेल में ही बंद है। मित्तल का दलाल सुमित भी इस पूरे मामले में साथ था और वह अब तक एसीबी के हाथ नहीं लग सका है। एसीबी की विशेष न्यायालय ने सुमित को स्थाई वारंटी भी घोषित कर दिया है। आपको बता दें कि दिव्या मित्तल के उदयपुर स्थित लग्जरी रिसोर्ट को भी कुछ दिन पहले बुल्डोजर चला दिया था।

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