अब माउंट आबू के इस गांव में राजस्थान का सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ, पहली बार 117 वोटर्स डालेंगे वोट

एक ओर चुनाव आयोग पहली बार दिव्यांग और बुजुर्ग लोगों को घर से ही वोट डालने की सुविधा देने जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर पहली बार 1500 मीटर की ऊंचाई पर पोलिंग बूथ बनाया गया है, जो राजस्थान का सबसे ऊंचा पोलिंग स्टेशन है।

Rajasthan highest polling booth

Rajasthan highest polling booth : जयपुर। राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग पूरी तरह तैयारियों में जुटा हुआ है। ऐसे में राजस्थान में अधिक से अधिक वोटिंग के लिए चुनाव आयोग ने इस बार कई अहम कदम उठाए है। एक ओर चुनाव आयोग पहली बार दिव्यांग और बुजुर्ग लोगों को घर से ही वोट डालने की सुविधा देने जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर पहली बार 1500 मीटर की ऊंचाई पर पोलिंग बूथ बनाया गया है, जो राजस्थान का सबसे ऊंचा पोलिंग स्टेशन है।

जानकारी के मुताबिक प्रदेश में पहली बार सिरोही जिले में माउंट आबू पर्वत के शिखर पर स्थित शेरगांव में बूथ स्थापित किया जा रहा है। शेरगांव की ऊंचाई समुद्र तल से 1500 मीटर है। जबकि यहां तक पहुंचने के लिए करीब 15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। इससे पहले यहां के वोटरों को मतदान के लिए उतरज गांव जाना पड़ता था। लेकिन, अब शेरगांव में ही बूथ बनाए जाने से स्थानीय लोग काफी खुश है।

कलेक्टर की पहल पर बनाया ये पोलिंग बूथ

खास बात ये है कि निर्वाचन आयोग और जिला कलेक्टर सिरोही की पहल पर शेरगांव में नया मतदान केन्द्र संख्या 170 स्थापित किया गया है। इससे पहले साल 2018 के विधानसभा चुनाव में उतरज गांव में सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ था। लेकिन, अब सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ शेरगांव में बनाया जा रहा है। पहले शेरगांव के ग्रामीण वोटिंग के लिए 10 किमी का कच्चा रास्ता तय कर उतरज गांव जाते थे। इस नए बूथ पर इस बार कुल 117 वोटर्स मतदान करेंगे।

15 किमी पैदल चलकर पहुंचे अधिकारी

बूथ पर आवश्यक सुविधाओं के निरीक्षण के लिए रिर्टर्निंग अधिकारी सिद्धार्थ पालानीचामी अपनी टीम के साथ 15 किमी पैदल चलकर शेरगांव मतदान केंद्र पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने ग्रामीणों को मतदान केंद्र की जानकारी दी। साथ ही ओरिया के ग्राम विकास अधिकारी को आवश्यक सुविधाएं समय पर पूर्ण करवाने के निर्देश दिए।

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