महंत को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर दी धमकी, 20 करोड़ की मांगी थी फिरौती, पुलिस ने 7 लोगों को दबोचा

सवाई माधोपुर। राजस्थान के सवाई माधोपुर में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर महंत बालकानंद गिरि महाराज से 20…

New Project 2024 01 10T192206.187 | Sach Bedhadak

सवाई माधोपुर। राजस्थान के सवाई माधोपुर में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर महंत बालकानंद गिरि महाराज से 20 करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। महंत बालकानंद गिरी उर्फ बलराम महाराज से फिरौती मांगने वाला कोई और नहीं, उन्हीं का निजी सचिव है। उसी ने कुछ बदमाशों के साथ मिलकर लॉरेंस के नाम से महंत को कॉल किया और रुपए मांगे थे। बुधवार को पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड महंत का निजी सचिव रामलखन गुर्जर (33) है।

आश्रम में भजन करते समय आया था कॉल…

पुलिस अधीक्षक अगरवाला ने बताया कि महाकाल मंदिर उज्जैन (मध्य प्रदेश) के थानापति महंत बालकानंद गिरी उर्फ बलराम महाराज (41) पुत्र प्रह्ला निवासी पादड़ी तोपखाना थाना सवाई माधोपुर (राजस्थान) ने 29 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महंत बालकानंद गिरी ने शिकायत में बताया कि वह मूलरूप से पादड़ी तोपखाना के रहने वाले हैं। उज्जैन से वो यहां आते-जाते रहते हैं। पादड़ी तोपखाना में भी उनका एक आश्रम है।

इसी के चलते 29 दिसंबर को वह उज्जैन से सवाई माधोपुर आए हुए थे। वो अपने सवाई माधोपुर के पादड़ी तोपखाना स्थित आश्रम में भजन कर रहे थे। दोपहर करीब 2 बजे उनके मोबाइल पर एक अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने धमकाया- मैं लोरेंस विश्नोई का भांजा बोल रहा हूं। तुम 3 दिन के अंदर 20 करोड़ रुपए की व्यवस्था कर देना। नहीं तो शरीर को बंदूक की गोलियों से छलनी कर दूंगा। गाली-गलौज कर कॉल काट दिया।

दिल्ली में पकड़ा पहला बदमाश…

इस पर पुलिस ने विभिन्न टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू की। मामले की जांच के दौरान तकनीकी मदद ली गई। साथ ही एक दर्जन से अधिक शहरों में दबिश देकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। पुलिस ने इस दौरान कोटा, आगरा, मुरैना, श्योपुर, दिल्ली समेत अन्य संदिग्ध ठिकानों पर आरोपियों की तलाश की।

टीम ने जांच पड़ताल करते हुए सबूत जुटाए। जांच में सामने आया कि महाराज को जिस मोबाइल नंबर से कॉल किया गया था, उसका यूज करने वाला सुनील कुमार उर्फ सन्नी पुत्र रमेशचन्द राजपूत निवासी बगदरी जिला श्योपुर (मध्य प्रदेश) है। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर टोंक, जयपुर, कोटा, आगरा (यूपी), मुरैना (​​​एमपी)​​​, श्योपुर (एमपी) और दिल्ली टीमें भेजी। इसके बाद पुलिस ने सन्नी को सेक्टर 17-18, गुरुग्राम (हरियाणा) से डिटेन किया। सन्नी को गिरफ्तार करने के बाद उससे पूछताछ की गई। इसके बाद उसने अपने साथियों के भी नाम उगल दिए। इसके बाद पुलिस अन्य 6 आरोपियों तक भी पहुंच गई।

पुजारी के निजी सचिव ने दिलवाई थी धमकी…

पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले में महंत का निजी सचिव रामलखन गुर्जर ही मास्टरमाइंड है। रामलखन गुर्जर निजी सचिव के रूप में महंत के पास काम करता था। इस कारण उसे महाराज बलराम कृष्ण के पास नकदी होने की सूचना थी। इसके चलते उसने सन्नी से फोन करवा कर महाराज को धमकी दिलवाई।

पुलिस ने मास्टरमाइंड रामलखन गुर्जर, सुनील कुमार राजपूत, नरेश लोहार निवासी श्योपुर (मध्य प्रदेश), धरमू निवासी पादरी तोपखाना खंडार (सवाई माधोपुर), प्रदीप सिकरवार निवासी मुरैना (मध्य प्रदेश), विजेंद्र निवासी गोवर्धनपुरा नांता (कोटा) और उमेश पाठक निवासी खंडार (सवाई माधोपुर) को गिरफ्तार किया है। राम लखन गुर्जर को महंत के आश्रम (सवाई माधोपुर) से ही गिरफ्तार किया गया है।