रामप्रसाद आत्महत्या मामला : धरने में पहुंचे विधायक हरीश मीणा, किरोड़ी बोले- न्याय दो सरकार, अब तक नहीं हो पाया अंतिम संस्कार

जयपुर। रामप्रसाद आत्महत्या मामला : चांदी की टकसाल इलाके में मकान ना बना पाने से आहत होकर आत्महत्या करने वाले रामप्रसाद मीणा को अब तक…

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जयपुर। रामप्रसाद आत्महत्या मामला : चांदी की टकसाल इलाके में मकान ना बना पाने से आहत होकर आत्महत्या करने वाले रामप्रसाद मीणा को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है। आखिर सरकार ठोस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? किरोड़ी लाल मीणा ने यह बातें कह कर कहा कि जब तक परिवार को न्याय नहीं मिलेगा वे इस धरने से हिलेंगे तक नहीं। 

इधर रामप्रसाद मीणा के परिवार के साथ धरना दे रहे किरोड़ी लाल मीणा का साथ देने के लिए आज कांग्रेस विधायक हरीश मीणा भी पहुंच गए। जिससे सियासत गरमा गई है।  हरीश मीणा ने यहां पर पहुंचकर पीड़ित परिवार के साथ बातचीत की। उनकी समस्याओं को सुना और कार्रवाई का आश्वासन दिया तो वहीं किरोड़ी लाल मीणा के साथ उन्होंने बातचीत की।

पाप के दोषियों को सजा कब ? – किरोड़ी

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि आज रामप्रसाद के आत्महत्या को 4 दिन हो गए हैं परिवार वाले आज भी धरने पर बैठे हुए हैं। अभी तक शव नहीं उठाया गया है लेकिन सरकार है कि कार्रवाई नहीं कर रही है। मैं मांग करता हूं कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिले और इस पाप में शामिल दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई हो।

अब तक हुई वार्ता रही विफल

मृतक का परिवार अभी भी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा हुआ है। जिसके चलते अभी तक मृतक रामप्रसाद का अंतिम संस्कार तक नहीं हो पाया है। बीते बुधवार देर रात जयपुर पुलिस कमिश्नर परिवार के साथ बातचीत करने को पहुंचे थे लेकिन उनकी समझाइश विफल रही। किरोड़ी लाल मीणा ने भी जयपुर पुलिस कमिश्नर से बातचीत की लेकिन कोई हल नहीं निकला। पुलिस कमिश्नर ने घटनास्थल का मौका मुआयना जरूर किया है और जमींदोज किए गए उस होटल को का भी निरीक्षण किया है।

3 लोगों पर FIR

बता दें कि रामप्रसाद की आत्महत्या मामले में 3 लोगों के नामजद एफआईआर दर्ज करवाई है। महेश जोशी ने दो दिन पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह कहा था कि जो पर जो भी आरोप लगे हैं वो सरासर झूठे हैं। अगर एक भी आरोप साबित होता है तो मैं नैतिक उत्तरदायित्व निभाऊंगा। मैं आत्महत्या करने वाले व्यक्ति और उसके परिवार को जानता तक नहीं। विभाग की तरफ से जो आदेश दिए गए थे वह मंदिर के आसपास सिर्फ अवैध निर्माण को लेकर थे। 

मकान न बना पाने से आहत होकर रामप्रसाद मीणा ने दे दी जान

बता दें कि जयपुर में चांदी की टकसाल इलाके में रहने वाले रामप्रसाद मीणा ने अपना घर ना बना पाने से आहत होकर आत्महत्या कर ली। परिवार ने इस मामले में तीन लोगों पर एफ आई आर दर्ज की है और रामप्रसाद मीणा की आत्महत्या का कारण भी इन्हें ही बताया है। उनका कहना है कि इनके ही दबाव में आकर ही रामप्रसाद मीणा अपना घर नहीं बना पा रहा था, उसे घर को बनाने से रोक दिया गया था। इसलिए रामप्रसाद मीणा ने आत्महत्या कर ली।

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