कब आएगी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट? देर रात तक BJP का महामंथन, नड्डा-शाह आज संघ संग करेंगे चर्चा

Rajasthan Election : जयपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की रणनीति और प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय गृह मंत्री…

JP Nadda-Amit Shah Jaipur visit

Rajasthan Election : जयपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की रणनीति और प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश के नेताओं के साथ देर रात तक मैराथन चर्चा की। दोनों नेता आज स्थानीय आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि आज बीजेपी उम्मीदवारों की पहली छोटी लिस्ट जारी हो सकती है। 

इससे पहले बुधवार शाम को दोनों शीर्ष नेताओं ने वसुंधरा राजे, सतीश पूनियां, सीपी जोशी, दीयाकुमारी और गजेन्द्र सिंह शेखावत से चर्चा कर चुनावी तस्वीर को जाना। साथ ही कोर कमेटी के साथ बैठक कर आने वाले चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा की। नड्डा और शाह ने प्रदेश पदाधिकारियों से अब तक चुनावी कवायद की जानकारी ली और उनसे पूछा आगे क्या रणनीति है? चर्चा के दौरान राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी मौजूद रहे। संतोष चर्चा के एक-एक बिन्दु को लिखते नजर आए।  

देर रात चला बैठकों का दौर 

शाह और नड्डा बुधवार शाम सात बजे जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से सीधे होटल पहुंचे जहां रात बारह बजे बाद तक दोनों नेताओं का पदाधिकारियों से चर्चा का दौर जारी था। यह दोनों नेता आज स्थानीय आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे। बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, पूनियां, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, चुनाव सह प्रभारी कुलदीप विश्नोई, केन्द्रीय राज्य मंत्री कै लाश चौधरी और राष्ट्रीय मंत्री अल्का गुर्जर शामिल हुईं।

पहली सूची की कवायद 

दोनों नेताओं के साथ हुई चर्चा के बाद प्रदेश पदाधिकारियों में इस बात की चर्चा थी कि भाजपा श्रद्धापक्ष यानी 29 सितंबर से पहले उम्मीदवारों की एक छोटी सूची जारी कर सकती है। वहीं, पार्टी सर्वे में डी ग्रेड की सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान इसी सूची में किया जा सकता है।

डैमेज कं ट्रोल की रणनीति पर भी बात 

शाह और नड्डा टिकट वितरण के बाद डैमेज कं ट्रोल को लेकर भी रणनीति पर चर्चा की साथ ही सांसदों को चुनावी मैदान में उतारने के असर को लेकर प्रदेश पदाधिकारियों से फीड बैक लिया। बताया जा रहा है कि पूर्वी राजस्थान में पार्टी की कमजोर स्थिति को देखते हुए यहां सांसदों को चुनावी मैदान में उतरा जा सकता है। इसे लेकर शाह ने पदाधिकारियों से बात की। वहीं, नड्डा ने प्रदेश पदाधिकारियों को भी चुनावी समर में उतारे जाने से परेहज नहीं होने की जानकारी दी। नड्डा ने कहा, पहली प्राथमिकता जिताऊ को टिकट देने की है।

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