Rajasthan Election: बीजेपी ने इन सीटों पर खेला हिंदुत्व कार्ड! मतदान भी बढ़ा, वोटिंग के बाद जीत-हार के गणित पर चर्चा

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनावों को लेकर मतदान प्रक्रिया संपन्न हुई। प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में से इस…

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Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनावों को लेकर मतदान प्रक्रिया संपन्न हुई। प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में से इस बार 199 सीटों पर मतदान हुआ। अब वोटिंग का परिणाम 3 दिसंबर को जारी किया जाएगा। लेकिन उससे पहले प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद अब जीत-हार के कयास लगने शुरू हो गए हैं। चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार व राजनीतिक दल अपने समर्थकों से क्षेत्रवार मतदान व वोटों के आंकड़ों को जुटाने में लग गए हैं। वहीं जयपुर जिले की 19 विधानसभा सीटों की बात करें तो यहां पर कुछ ऐसी सीटें है, जहां पर सबकी नजरें टिकीं हैं। भाजपा ने राजस्थान की कुछ सीटों पर हिंदुत्व का कार्ड खेला है।

बालमुकुंद आचार्य को हवामहल से बनाया प्रत्याशी…

जयपुर की हवामहल विधानसभा सीट से बीजेपी ने हाथोज धाम के महंत बालमुकुंद आचार्य को मैदान में उतारा है। हाल ही में परकोटे में बालमुकुंद आचार्य की सक्रियता बढ़ गई थी। जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें इस विधान सभा से टिकट दिया था। वहीं कांग्रेस के शहर अध्यक्ष आरआर तिवाड़ी मैदान में है। यहां पर इस बार 76.30 मतदान हुआ है। जो पिछले चुनावों की तुलना में चार प्रतिशत अधिक है। पिछली बार वर्ष 2018 में 72.78 और 2013 में 73.64 प्रतिशत मतदान हुआ था। वर्ष 2008 में 57.8 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार यहां पर चार प्रतिशत मतदान बढ़ा है। हवामहल विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी संख्या है। यहां से हमेशा ब्राह्मण उम्मीदवार ही जीतता है। इसलिए यहां पर चुनावी विश्लेषक भी साफ-साफ कुछ कह नहीं पा रहे हैं।

तिजारा से सांसद बालकनाथ योगी…

अलवर जिले की तिजारा सीट से बीजेपी ने सांसद बालनाथ योगी को उतारा है। वहीं कांग्रेस ने यहां पर इमरान खान को अपना प्रत्याशी बनाया है। यह इस इलाके में यादव, गुर्जर, मुस्लिम और एससी-एसटी वोट भी अच्छी खासी संख्या में है। यहां पर मुकाबला काफी दिलचस्प होने जा रहा है। अगर वोटिंग की बात करें तो तिजारा में इस बार 86.11 प्रतिशत मतदान हुआ है। जबकि वर्ष 2018 में इस सीट पर 81.98, 2013 में 85.86 और 2008 में 71.8 मतदान हुआ था। साल 2018 में बसपा के संदीप यादव को यहां से जीत मिली थी। बीजेपी तीसरे नंबर थी। वहीं 2013 में बीजेपी के मामन सिंह यादव को बड़ी जीत मिली थी। कांग्रेस तीसरे स्थान पर और बसपा दूसरे नंबर पर थी। कांग्रेस ने इमरान खान को प्रत्याशी बनाया है। अलवर की 11 विधान सभा सीटों में सबसे अधिक मतदान तिजारा पर ही हुआ था।

पोकरण में महंत प्रतापपुरी…

वहीं परमाणु नगरी पोकरण विधानसभा सीट पर 87.79 प्रतिशत मतदान हुआ है। पिछले दो चुनाव में यहां पर इतने ही प्रतिशत मतदान हुए हैं। पोकरण में बीजेपी ने इस बार महंत प्रतापपुरी को मैदान में उतारा है। जो इस समय तारातारा मठ के प्रमुख हैं। बता दें कि महंत प्रताप पुरी के समर्थक उनकी तुलना यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करते हैं। उन्हें बाड़मेर का योगी भी कहा जाता है। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी साले मोहम्मद एक मुस्लिम धर्मगुरु के बेटे हैं। उनके पिता गाजी फकीर न केवल भारत में बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी बड़ी संख्या में अनुयायी हैं। ऐसे में पोकरण में चुनावी मुकाबला पिछली बार की तरह दिलचस्प है।

सिरोही विधानसभा सीट से ओटाराम देवासी…

सिरोही विधानसभा सीट पर 65 प्रतिशत मतदान हुआ है। बीजेपी ने सिरोही विधानसभा सीट से ओटाराम देवासी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। वह 2013 से 2018 तक बीजेपी विधायक और राजे कार्यकाल के दौरान मंत्री भी रहे। देवासी पहले पुलिस में कांस्टेबल थे। बाद में उन्होंने अध्यात्म का रास्ता चुना और मां चामुंडा के भक्त बन गए। वह मुंडारा माता मंदिर के महंत हैं।

कहना संभव, कुछ भी हो सकता है…

राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार का मामना है कि इस तरह से बढ़े हुए मतदान के परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं। राजस्थान में खासकर जयपुर शहर की हवामहल विधान सभा सीट पर बढ़े हुए मतदान के कई मायने हैं। बीजेपी ने इन सीटों पर हिंदुत्व का कार्ड खेला है। इसके चलते वोटिंग प्रतिशत भी बढ़ा है।