विधायकों से रायशुमारी और नए CM का ऐलान, आखिर क्यों राजनाथ, विनोद तावड़े और सरोज पांडेय को भेजा गया राजस्थान

राजस्थान में सीएम के चयन के लिए राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडेय को पर्यवेक्षक बनाया गया है.

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Rajasthan CM: राजस्थान में विधानसभा चुनावों के संपन्न होने के बाद जहां कांग्रेसी खेमे में शांति पसरी है तो बीजेपी के सियासी गलियारों में जबरदस्त हलचल है. इस गहमागहमी के बीच सीएम को चुनने की कवायद तेज करते हुए बीजेपी आलाकमान ने नए मुखिया के चयन के लिए पर्यवेक्षकों के नामों का ऐलान कर दिया है जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडेय राजस्थान आकर विधायकों से रायशुमारी करेंगे.

बताया जा रहा है कि बीजेपी के तीनों पर्यवेक्षक रविवार को विधायक दल की बैठक में उनकी राय ले सकते हैं जहां आलाकमान की मुहर के बाद रविवार तक सीएम के नाम का ऐलान हो सकता है. इधर बीजेपी की ओर से लगाए गए पर्यवेक्षकों में कई समीकरणों का तालमेल बिठाते हुए आलाकमान ने विधायकों को संदेश देने की कोशिश की है. राजनाथ सिंह की बात करें तो उनका राजस्थान से पुराना नाता है. वहीं तावड़े और पांडेय बाहरी चेहरे के तौर पर राजस्थान आएंगे.

मालूम हो कि बीजेपी ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बिना किसी सीएम फेस के चुनाव लड़ा था ऐसे में पार्टी के सामने तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री के चेहरे का चुनाव करना एक चुनौती की तरह है. माना जा रहा है कि बीजेपी आलाकमान सीएम फेस के जरिए 2024 के लोकसभा चुनावों को भी साधना चाहता है.

राजनीति के घाघ हैं राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह अलग-अलग मौकों पर राजस्थान आते रहे हैं और बीते दिनों चुनावों में वह स्टार प्रचारक भी थे. वर्तमान में देश के रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे राजनाथ सिंह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं और पहले भी राजस्थान आलाकमान से मिली जिम्मेदारियों को लेकर आए हैं.

वहीं बीजेपी आलाकमान ने राजनाथ सिंह जैसे दिग्गज को भेज कर सन्देश दिया है जिसके बाद माना जा रहा है कि अब विधायकों में किसी भी तरह के गतिरोध जैसी खबरों पर भी विराम लग सकेगा.

राजनाथ के साथ आएंगे तावड़े-पांडेय

वहीं बीजेपी आलाकमान ने महाराष्ट्र की सियासत में पकड़ रखने वाले विनोद तावड़े को राजस्थान भेजा है जो बिहार और हरियाणा के प्रभारी भी रहे हैं. तावड़े महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री के साथ ही मुंबई महानगर बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे हैं. 2014 में पहली बार विधायक चुने गए तावड़े युवा चेहरा हैं और फिलहाल बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री भी हैं.

तावड़े के नाम को लेकर बताया जा रहा है कि उनको लेकर निर्विरोध वातावरण बना रहेगा. तावड़े की सांगठनिक क्षमता का लोहा आलाकमान कई बार मान चुका है जिसके बाद उन्हें कई मौकों पर अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई है.

इसके अलावा छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखने वाली सरोज पांडेय को सांसदी, विधायकी का लंबा राजनीतिक अनुभव है, नारी शक्ति वंदन को देखते हुए महिला चेहरा है, यूपी चुनाव में सह प्रभारी रही हैं.