VIP कल्चर की माया पर मुखिया का प्रहार! क्या राजनीति में भजनलाल शर्मा खींच रहे कोई नई लकीर?

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार शाम को एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए प्रदेश में वीआईपी कल्चर को खत्म करने की शुरूआत की.

sach bedhadak 1 26 | Sach Bedhadak

Rajasthan CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान में भजनलाल शर्मा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद वह कार्यकर्ता सीएम, नए चेहरे और ना जाने कितने कारणों से चर्चा में थे लेकिन अब भजनलाल शर्मा अपने एक और नवाचार के लिए सुर्खियों में है जिसकी तारीफ उनकी पार्टी के नेता ही नहीं बल्कि विपक्ष के लोग भी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री भजनलाल ने बुधवार शाम को एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए प्रदेश में वीआईपी कल्चर को खत्म करने की शुरूआत की.

हालांकि इस फैसले से एकदम से वीआईपी कल्चर खत्म हो जाएगा ये कहना अभी जल्दबाजी होगी. दरअसल सीएम ने ऐलान किया है कि वे अब एक आदमी की तरह ही सड़क पर चलेंगे और रेड सिग्नल होने पर उनका काफिला भी रूकेगा. इधर ऐलान करते ही बुधवार रात सीएम का काफिला जयपुर में ओटीएस सर्किल पर लाल बत्ती होने पर रूका जिसको देखकर हर कोई हैरान रह गया.

सीएम के इस ऐतिहासिक फैसले से माना जा रहा है कि इससे आम जनता को बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि वीआईपी मूवमेंट होने पर पहले से सड़कों पर कई रास्ते बंद कर दिए जाते हैं जिससे लंबा जाम लग जाता है और लोगों को परेशानी होती है. मालूम हो कि भजनलाल शर्मा को सीएम बनने के बाद से उनकी सादगी के लिए पसंद किया जाता रहा है जहां कभी वह सुबह जनता के बीच पार्क में मॉर्निंग वॉक पर पहुंच जाते हैं तो किसी दिन वह लोगों के बीच चाय की चुस्कियां लगाते हैं.

PM मोदी ने पुराने लाल बत्ती कल्चर को किया था खत्म!

मालूम हो कि राजस्थान के मुखिया भजनलाल शर्मा पीएम मोदी को अपना आदर्श मानते हैं और उन्हीं के नक्शों कदम पर चलते हुए अब राजनीति का खाका बदल रहे हैं जहां वह जनता के सीएम के रूप में खुद को स्थापित कर रहे हैं. इसी कड़ी में लगातार उनके फैसले जनहित की दिशा में ही लिए जाते हैं. दरअसल पीएम मोदी भी खुद को देश का चौकीदार मानते हैं जिन्होंने सत्ता में आने के बाद सालों पुराना VIP कल्चर खत्म किया था.

2017 में मोदी सरकार ने फैसला लिया था कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों सहित किसी भी VVIP के वाहन पर अब से लालबत्ती नहीं होगी. मोदी सरकार ने उस समय यह साबित किया था कि वीआईपी संस्कृति का प्रतीक बन चुकी लाल बत्ती का लोकतांत्रिक देश में कोई स्थान नहीं है.

बता दें कि सितबंर 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में लाल बत्ती के सीमित इस्तेमाल की पैरवी भी की थी. वहीं इसके बाद जब केंद्र में मोदी सरकार आई तो अपने पहले ही कार्यकाल में उन्होंने वीवीआईपी कल्चर खत्म करते हुए लाल बत्ती को बंद किया.

544ba744 6c38 4105 a6db 280d1c71aed1 1 | Sach Bedhadak

सिटी पार्क में लगाई थी चाय की चुस्कियां

वहीं इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जनवरी की शुरूआत में सुबह-सुबह घने कोहरे में जनता के बीच दिखाई दिए जहां सीएम सुबह मानसरोवर के सिटी पार्क में वॉक करने पहुंचे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई लोगों से मुलाकात की और पीएम नरेंद्र मोदी के ‘फिट इंडिया’ संकल्प को साकार करने पर चर्चा की.

दरअसल बीते साल के आखिरी दिन प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम अपनी आखिरी मन की बात में सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को गिनाने के साथ ही ‘फिट इंडिया’ अभियान का भी जिक्र किया था. बता दें कि मुख्यमंत्री जब पार्क पहुंचे तब घना कोहरा और ओस जमी हुई थी. इस दौरान अचानक मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर लोग पहले तो आश्चर्यचकित हुए, फिर उनके साथ ही कदमताल मिलाते हुए वॉक करने लगे।

मुखिया की सादगी का हर कोई दीवाना

वहीं पहली बार विधायक बनकर राजस्थान के मुख्यमंत्री बने भजनलाल शर्मा की सादगी और जमीन से जुड़ाव का हर कोई दीवाना है जहां लगातार वह लोगों के दिलों में अपनी जगह बना रहे हैं. हालांकि मुख्यमंत्री बनने के बाद वह सुरक्षा कारणों से प्रोटोकॉल में रहते हैं लेकिन जब भी लोगों से सीधा कनेक्ट करने का उन्हें मौका मिलता है तो वह चूकते नहीं है.

सीएम बनने के कुछ ही दिनों बाद 25 दिसंबर को भजनलाल शर्मा जयपुर के पास अजयराजपुरा गांव पहुंचे जहां गांव में लगे विकसित भारत अभियान शिविर के अवलोकन के दौरान वह किसान बाबूलाल डागर के घर पहुंचे और वहां करीब दो घंटे रुके और वहीं पर बाजरे की रोटी, दाल, गुड़ और दही रोटी खाई.