‘कर्म सर्वोपरि’…पालनहार योजना से बच्चों को गहलोत का संबल, बटन दबाकर ट्रांसफर की खातों में धनराशि

सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को राज्य स्तरीय पालनहार लाभार्थी संवाद कार्यक्रम में लाभार्थियों के बैंक खातों में धनराशि का हस्तांतरण किया.

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जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को राहत की झड़ी में एक और नया अध्याय जोड़ दिय़ा जहां जयपुर में हुए राज्य स्तरीय पालनहार लाभार्थी संवाद कार्यक्रम में गहलोत ने लाभार्थियों के बैंक खातों में धनराशि का हस्तांतरण किया. मुख्यमंत्री गहलोत ने डीबीटी के माध्यम से एक बटन दबाकर 5 लाख 91 हजार से अधिक लाभर्थियों के बैंक खाते में 87 करोड़ 36 लाख 56 हजार 750 रुपए हस्तांतरित किए. वहीं इस दौरान गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लाभार्थियों से सीधा संवाद भी किया और प्रदेश के सभी जिलों के लाभार्थी वीडियो कांफ्रेंस के जरिए राज्य स्तरीय कार्यक्रम से जुड़े.

सीएम ने कहा कि यह योजना पिछली सरकार की है लेकिन उन्होंने इस पर कुछ काम नहीं किया और मेरी आदत है कि मैं अच्छे काम पकड़ लेता हूं. उन्होंने कहा कि हम किसी भी सरकार की योजना को बंद नहीं करते हैं बल्कि उस योजना को मजबूत करने का काम करते हैं. इसके अलावा सीएम गहलोत ने सीएमआर से राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक 2023 की टीशर्ट भी लांच की.

दरअसल पालनहार योजना पिछली राजे सरकार ने लागू की थी लेकिन हाल के बजट में सीएम अशोक गहलोत ने योजना को लेकर ऐलान किया था कि 0 से 6 साल की उम्र के बच्चों को हर महीने दी जाने वाली सहायता राशि 500 से बढ़ाकर 750 रुपए और 6 से 18 साल की उम्र वर्ग को एक हजार से बढ़ाकर 1500 रुपए की जाती है. इससे सरकार का 300 करोड़ से अधिक वित्तीय भार आएगा.

‘हम कोई योजना बंद नहीं करते’

गहलोत ने कहा कि बीजेपी की यह सोच है कि वह पहले की सरकारों की योजनाओं को बंद कर देती है लेकिन हमारी सरकार की हमेशा से यही सोच है कि हम पिछली सरकारों की योजनाओं को बंद करने की बजाय मजबूत करते हैं. उन्होंने बताया कि पालनहार योजना भी वसुंधरा सरकार की है लेकिन उन्होंने इस योजना के लिए कोई काम नहीं किया. बता दें कि सोमवार को सीएम गहलोत ने जून और जुलाई महीने की राशि लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर किए.

गहलोत ने कहा कि आज बीजेपी की केंद्र सरकार विश्व गुरू बनने का दंभ भरती है लेकिन अपने घर को संभाले बिना हम विश्व गुरू कभी नहीं बन सकते हैं. उन्होंने कहा कि पहले देश के गरीबों और बच्चों को ऊपर उठाना होगा और सामाजिक सुरक्षा कानून के बिना हम कभी विश्व गुरू नहीं बन सकते हैं. उन्होंने एक बार फिर केंद्र सरकार से सामाजिक सुरक्षा कानून लाने की मांग की.

‘भगवान चाहते थे कि मैं आराम करूं’

गहलोत ने कहा कि मेरे दोनों पैरों में चोट लग गई जिसके पीछे भी मैं ये मानता हूं कि इसके पीछे भगवान ये चाहता होगा कि मैं थोड़े दिन आराम करूं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पिछले दिनों मैं बिना आराम किए लगातार दौरे कर रहा था तो भगवान ने चाहा है कि अब थोड़ा आराम करूं.

किन बच्चों का सरकार करेगी पालनहार

  • अनाथ बच्चे, न्यायिक प्रक्रिया से मृत्यु दण्ड/आजीवन कारावास प्राप्त माता/पिता के बच्चे,
  • पेंशन प्राप्त कर रही विधवा माता के बच्चे, पुनर्विवाहित विधवा माता के बच्चे
  • एच.आई.वी./एड्स से पीड़ित माता/पिता के बच्चे
  • कुष्ठ रोग से पीड़ित माता/पिता के बच्चे,नाता जाने वाली माता के बच्चे
  • विशेष योग्यजन माता/पिता के बच्चे, पेंशन प्राप्त कर रही तलाकशुदा/परित्यक्ता महिला के बच्चे
  • सिलिकोसिस पीड़ित माता/पिता के बच्चे

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