हैकर्स की कमर तोड़ने के लिए पुलिस सीखेगी गुर

मौजूदा समय में साइबर हमले और हैकिंग के मामले बढ़ रहे हैं। इन अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एथिकल हैकर्स की कमर तोड़नी होगी और प्रदेश की पुलिस को भी वर्तमान दौर के अनुसार तकनीक में दक्ष होना होगा।

image 2023 05 02T081502.143 | Sach Bedhadak

Rajasthan Police : जयपुर। मौजूदा समय में साइबर हमले और हैकिंग के मामले बढ़ रहे हैं। इन अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एथिकल हैकर्स की कमर तोड़नी होगी और प्रदेश की पुलिस को भी वर्तमान दौर के अनुसार तकनीक में दक्ष होना होगा। इसी सोच पर आगे बढ़ते हुए राजस्थान की पुलिस ने सोमवार से इस पर काम शुरू कर दिया है। प्रदेश के पुलिस कर्मियों के लिए साइबर सिक्युरिटी डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत हो गई है। डीजीपी उमेश मिश्रा ने सोमवार को सुबह पुलिस मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों व पुलिस कर्मियों के लिए सरदार पटेल विश्वविद्यालय के तत्त्वावधान में 9 माह के ऑनलाइन डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत की। इस डिप्लोमा कोर्स के लिए 50 पुलिस कर्मियों का चयन किया गया है। चयनित पुलिसकर्मियों को डिप्लोमा कोर्स करवाया जा रहा है।

सूचना सुरक्षा सेल का गठन 

डीजीपी मिश्रा ने बताया कि पुलिस मुख्यालय की दूरसंचार एवं तकनीकी शाखा को मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी के रूप में नोडल शाखा नामित किया गया है। पुलिस में आईटी सिक्युरिटी के लिए पुलिस दूरसंचार मुख्यालय में सूचना सुरक्षा सेल का गठन किया गया है।

पहली बार अलग से किया पद सृजित 

डीजीपी मिश्रा ने साइबर अपराधों की रोकथाम को प्राथमिकता पर लिया है। यही कारण रहा कि प्रदेश में एक अलग से पद सृजित कर डीजी साइबर अपराध पद पर एडीजी क्राइम की जिम्मेदारी देख चुके आईपीएस अधिकारी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा को पहली बार जिम्मेदारी दी गई।

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